आगरा: दिवाली के बाद आने वाली भैया दूज पर बहनों की अपने बंदी भाइयों से मिलने की उम्मीद बनी हुई है. पिछले करीब 7 महीने से बंद मुलाकात का दौर दिवाली से शुरू हो सकता है. इसके लिए जेल अधिकारियों ने अब तैयारियां शुरू कर दी हैं. बंदियों से मुलाकात के दौरान बहनें, तय की गई संख्या और कोरोना की गाइडलाइन के अनुसार मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मुलाकात करेंगी.
दरअसल, डीजी जेल आनंद कुमार 13 अक्टूबर को आगरा के केंद्रीय कारागार का निरीक्षण करने आए थे. यहां उन्होंने उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद एक लाख से ज्यादा बंदियों को दीपावली पर कुछ दिशा-निर्देशों के साथ मुलाकात करने का तोहफा देने की बात कही थी.
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते जेलों में मुलाकात का दौर मार्च के आखिरी सप्ताह से ही बंद था. अब इसे करीब 7 महीने तक बीत चुके हैं. अपने घर वालों से न मिल पाने के कारण बंदियों में अवसाद की समस्या भी पैदा होने लगी है, जिस वजह से कैदियों की जेल के अंदर ही काउंसलिंग की जा रही है. उन्हें अवसाद से दूर रखने के लिए योग जैसे अन्य तरीके भी अपनाए जा रहे हैं, जिससे उनकी डिप्रेशन की समस्या दूर हो सके.
13 अक्टूबर को जब डीजी जेल ने आगरा सेंट्रल जेल का निरीक्षण किया था, तब उन्होंने कहा था कि जेल के अधिकारियों द्वारा महामारी को फैलने से रोकने के लिए जो भी इंतजाम किए गए हैं वह सब प्रशंसनीय हैं. आगे भी इसी तरह के इंतजाम सुचारू रहने चाहिए.
जेल प्रशासन ने शुरू की तैयारी
डीजी जेल ने मुलाकात शुरू कराने के लिए शासन स्तर से बैठक करने की बात कही थी. इसके बाद से ही बंदियों से उनके घर वालों की मुलाकात की उम्मीदें बढ़ गई थीं. अगले दो दिन बाद ही दिवाली आने वाली है, ऐसे में दिवाली के बाद आने वाली भैया दूज पर बहनें अपने भाइयों से मुलाकात की उम्मीद लगाए बैठी हैं. इसे देखते हुए जेल प्रशासन भी अब पूरी तैयारियों में जुट गया है. मुलाकात स्थल को भी अब सैनिटाइज किया जा रहा है.