आगरा: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आगरा विकास प्राधिकरण (Agra Development Authority) ताजमहल की बाउंड्रीवॉल से 500 मीटर की परिधि में सर्वे करा रहा है. इसके तहत होटल, गेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट, फैक्ट्री संचालक, हैंडीक्राफट शोरूम संचालक और दुकानदारों को नोटिस भी दिए जा रहे हैं. धीरे-धीरे एडीए की दी गई, व्यवसायिक गतिविधियां बंद करने की डेडलाइन 17 अक्टूबर करीब आ रही है. इससे 30 हजार लोगों की धड़कनें बढ़ रही है. क्योंकि, एडीए के नोटिस और 17 अक्टूबर की तिथि के चलते होटल, गेस्ट हाउस और रेस्टोरेंट संचालक बुकिंग नहीं ले रहे हैं. एडीए के नोटिस से हर दिन काला है और अब 500 मीटर की परिधि में व्यवसायिक गतिविधियां बंद होने से दुकानदारों की दीपावली काली होगी.
एडीए की ओर से लगातार ताजमहल की बाउंड्रीवॉल से 500 मीटर की दूरी में चल रही व्यावसायिक गतिविधि वाली दुकानें और प्रतिष्ठान का सर्वे किया जा रहा है. दुकानदार और प्रतिष्ठान संचालकों को नोटिस दिए जा रहे हैं कि 17 अक्टूबर तक दुकान और प्रतिष्ठान बंद कर दें अन्यथा एडीए की ओर से पुलिस की मदद से उनकी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद करा दिए जाएंगे. इससे भी लोग घबराए हुए हैं.
बुकिंग कैंसिल करने पर गेस्ट मांग रहे क्षतिपूर्ति
होटल संचालक अंकित सारस्वत ने बताया कि एडीए की ओर से आए नोटिस से कोई भी स्थिति स्पष्ट नहीं है. इसलिए हम लोगों ने 17 अक्टूबर और उसके आगे की तिथियों की बुकिंग लेना बंद कर दिया है. जो एडवांस बुकिंग थी, वे पर्यटक हमसे कंपनसेशन मांग रहे हैं जो हमारी जेब पर भारी पड़ रहा है. पहले ही दो साल कोरोना और लाॉकडाउन से हम लोग परेशान हैं. अब अधिक बजट वाले होटल में पर्यटकों को ठहराने की व्यवस्था कर रहे हैं. इससे हमें बहुत हानि हो रही है.
होटल संचालक सिद्धार्थ अरोडा ने बताया कि, जब से एडीए का नोटिस आया है. हमने आगे की बुकिंग लेना बंद कर दिया है.क्योंकि, यह नहीं पता है कि, एडीए करने का क्या जा रहा है. हर दिन गेस्ट फोन करके पूछ रहे हैं. उन्हें भी पॉजिटव रिप्लाई देना है. 17 अक्टूबर की एडवांस बुकिंग के लिए अलग अलग होटल बुक किए हैं. इस पर हमें गेस्ट की बत्तमीजी भी सुननी पड रही है. गेस्ट को एडीए का ऑर्डर भी भेज रहे हैं.
हर परिवार चिंतित और भयभीत
हैंडीक्राफट शोरूम संचालक हाजी मिर्जा आसिम बेग ने बताया कि जैसे हम घर को परिवार बोलते हैं. वैसे ही कारोबार भी एक परिवार है. ताजमहल की बाउंड्रीवॉल से 500 मीटर के दायरे में अलग-अलग जाति धर्म के परिवार रहते हैं. सभी चिंतित हैं. उन्हें भय है कि आगे क्या होगा. कारोबार से जुड़ा हर परिवार परेशान है. दीपावली पर अच्छा कारोबार होता है. कोविड के मारे हुए हैं. इसलिए सुप्रीम कोर्ट और एडीए से गुहार है कि हमारी बात सुनें. हमारी मांग पर विचार किया जाए.
ऑर्डर देने में आ रही मुश्किल
शूज कारोबारी संजय कपूर ने बताया कि ताजगंज में 32 साल से शूज फैक्ट्री चला रहा हूं. कोरोना के बाद पहले ही कारीगर कम हो गए हैं. अभी दीपावली को लेकर ऑर्डर आए थे मगर, एडीए के नोटिस की वजह से अब ऑर्डर समय पर नहीं जा रहे हैं. इसको लेकर भी कंपनियों से खूब बहस हो रही है. उन्होंने भुगतान रोक दिया है. इसके साथ ही कारीगर को भी हर दिन नगद रुपये चाहिए जो अब मैं नहीं दे पा रहा हूं. इससे कारीगर नाराज हैं. ऐसे में क्या करें, समझ नहीं आ रहा है.
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