आगराः ताजनगरी में शुक्रवार दोपहर गुस्ल की रस्म के साथ मुगल बदशाह शाहजहां का 368वां उर्स शुरू हो गया. ताजमहल के तहखाने में स्थित शाहजहां व मुमताज की कब्रें खोली गईं. दोनों कब्र पर फूलों की चादरपोशी की गई. इसके बाद अजान के बाद फातिहा पढ़ा गया और ताजमहल बंद होने तक कव्वाली हुईं.
वहीं, ताजमहल के मुख्य गुम्बद पर दो महिलाओं का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दोनों महिलाएं ऐसा लग रहा था कि वे नमाज पढ़ रही थी. सोशल मीडिया पर नमाज पढ़ने के नाम से वीडियो वायरल होते ही एएसआई और सीआईएसफ में खलबली मच गई. उर्स आयोजन समिति के पदाधिकारी भी हैरान रह गए. उर्स आयोजन कमेटी के पदाधिकारियों ने बताया कि महिलाएं नमाज अदा नहीं कर रही थी.
बता दें कि, मुगल शहंशाह शाहजहां का उर्स हर साल हिजरी कैलेंडर के रजब माह के 25, 26 और 27 तारीख को मनाया जाता है. इस वर्ष यह तारीख 17, 18 और 19 फरवरी को है, जिसमें शहंशाह शाहजहां का 368 वां उर्स मनाया जा रहा है. उर्स में आखिरी दिन 19 फरवरी को कुल के छींटों के साथ कुरानख्वानी, फातिहा और चादरपोशी होगी. चादरपोशी शाम तक चलेगी.
जायरीन और पर्यटकों की दोपहर से फ्री एंट्री
बता दें कि, मुगल बादशाह शाहजहां के 368 वें उर्स में शुक्रवार दोपहर दो बजे उर्स के चलते जायरीन और पर्यटकों को फ्री एंट्री मिली. उर्स सेलीब्रेशन कमेटी समेत अन्य कमेटी और एएसआई के कर्मचारियों पहुंचे. इस दौरान हर किसी को ताजमहल में फ्री एंट्री (Taj Mahal Free Entry) दी जाएगी. यानी आज से तीन दिनों तक किसी को भी ताजमहल देखने के लिए टिकट नहीं खरीदने पड़ेंगे.
उर्स के दौरान ताजमहल देखने आने वाले पर्यटक ताज का दीदार भी पाएंगे और बादशाह शाहजहां और उनकी बेगम के मकबरे को भी पास से देख पाएंगे. यही नहीं टूरिस्ट्स उर्स के दौरान होने वाली रस्मों के साक्षी भी बन सकेंगे. उर्स कमेटी के अध्यक्ष इब्राहिम जैदी ने कहा कि उर्स के पहले दिन यानी आज गुस्ल की रस्म निभाई जाएगी. इसके बाद अजान होती है. 18 फरवरी को संदल और मिलाद शरीफ की रस्में निभायी जाएंगी. संदल की रस्म में पूरे ताजमहल पर चंदन का लेप लगाया जाता है. इसकी खुशबू से ताजमहल महक उठता है. तीसरे दिन चादर पोशी की रस्म की जाती है.
कर्मचारी संग वोलेंटियर संभाल रहे व्यवस्था
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल ने बताया कि शाहजहां के उर्स के दौरान ताजमहल परिसर में व्यवस्था बेहतर रखने के लिए कर्मचारियों के साथ ही 100 वालेंटियर लगाए गए हैं, जो उर्स में जायरीन और पर्यटकों की हर संभव मदद कर कर रहे हैं. संदल
दोपहर दो बजे उर्स की रस्म और आमजन के लिए ताजमहल खुलेगा. इस दौरान ताजमहल में सभी की फ्री एंट्री रहेगी. इसके साथ ही 18 फरवरी (शनिवार) को दोपहर दो बजे से जायरीन और पर्यटकों की ताजमहल में फ्री एंट्री रहेगी. फिर, 19 फरवरी (रविवार) सूर्याेदय से सूर्यास्त तक ताजमहल में उर्स के जायरीन और पर्यटकों की फ्री रहेगी.
उर्स में दूसरे दिन यह होंगी रस्में
उर्स सेलीब्रेशन कमेटी के अध्यक्ष सैय्यद इब्राहिम हुसैन जैदी ने बताया कि शहंशाह शाहजहां के 368 वें उर्स के दूसरे दिन शनिवार दोपहर शहंशाह शाहजहां के उर्स में जायरीन और पर्यटकों की फ्री एंट्री रहेगी. उर्स में लगातार तीन दिन रस्में होंगी.
18 फरवरी 2023: शनिवार दोपहर दो बजे संदल चढ़ाया जाएगा. मिलाद उन नवी पढ़ा जाएगा. इसके साथ ही ताजमहल बंद होने तक कव्वाली होगी.
19 फरवरी 2023: रविवार सुबह कुल शरीफ के बाद कुरानख्वानी, फातिहा पढ़ा जाएगा. सुबह से शाम तक चादरपोशी, गुलपोशी औश्र पंखे चढ़ाए जाएंगे. इसके साथ ही शाम को फोरकोर्ट में लंगर तकसीम किया जाएगा.
यह सामान प्रतिबंधित
एएसआई की ओर से जायरीन और आम पर्यटकों उर्स के दौरान अपने साथ ताजमहल में प्रतिबंधित वस्तु सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, तंबाकू, पान मसाला, किसी भी प्रकार का झंडा, बैनर, पोस्टर, किताब, 36 इंच से बड़ा ढोल, बैंड-बाजा, पेचकस, लाइटर, चाकू समेत अन्य सामान नहीं ले जा सकेंगे.
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