आगरा: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 24 फरवरी को अपनी पत्नी मेलानिया के साथ ताजमहल का दीदार करेंगे. ताजमहल नए अंदाज में दिखाई दे, इसलिए उसे चमकाया जा रहा है. इसको लेकर एएसआई की ओर से ताजमहल में तमाम कार्य कराए जा रहे हैं. वीवीआईपी को ताजमहल विजिट कराने वाले गाइड का चयन कैसे होता है, इसपर ईटीवी भारत ने आगरा के वरिष्ठ टूरिस्ट गाइड शमशुद्दीन से बात की. यह अब तक 50 से ज्यादा वीवीआईपी को ताजमहल विजिट करा चुके हैं.
वरिष्ठ टूरिस्ट गाइड शमशुद्दीन ने बताया कि वीवीआइपी की विजिट के लिए देश के एडवांस टूरिस्ट गाइड का चयन किया जाता है. यह दो तरह से होता है. प्रधानमंत्री से कम दर्जे वाले वीवीआईपी की विजिट के लिए जिला स्तर पर ही टूरिस्ट गाइड का चयन किया जाता है. प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को ताजमहल विजिट कराने के लिए देश के एडवांस पर्यटन विभाग से 10 से 20 टूरिस्ट गाइड की सूची ली जाती है, फिर उन टूरिस्ट गाइडों के इंटरव्यू किए जाते हैं. इंटरव्यू के बाद ही फाइनल सूची तैयार की जाती है कि कौन टूरिस्ट गाइड राष्ट्राध्यक्ष के साथ रहेगा और कौन उनके परिवार, प्रतिनिधिमंडल को ताज महल के बारे में बताएगा.
20 टूरिस्ट गाइड से 5 का चयन
वरिष्ठ टूरिस्ट गाइड शमसुद्दीन ने बताया कि ट्रंप की ताज विजिट के लिए अमेरिकी एडवांस टीम ने पर्यटन विभाग से 20 टूरिस्ट गाइड की सूची ली. इसके बाद अभी हाल में उनके इंटरव्यू हुए. उनमें से 5 गाइड चयन हुए हैं, जिनके अभी इंटरव्यू चल रहे हैं. इसके बाद ही तय होगा कि कौन सा टूरिस्ट गाइड ट्रंप के साथ होगा और कौन उनकी पत्नी मेलानिया और कौन परिवार के साथ ताजमहल में रहेगा.
किसी भी राष्ट्राध्यक्ष ने नहीं देखा म्यूजियम
वरिष्ठ टूरिस्ट गाइड शमशुद्दीन ने बताया कि अभी तक वह 50 से ज्यादा वीवीआईपी को ताजमहल का दीदार करा चुके हैं, लेकिन किसी भी देश के राष्ट्राध्यक्ष ने ताज महल परिसर में स्थित ताज म्यूजियम को नहीं देखा है. इसकी वजह यह है कि उस दिन ताजमहल आम पब्लिक के लिए बंद रहता है, सिर्फ यह व्यवस्था की जाती है कि वीवीआईपी को ताज महल के मुख्य मकबरे तक कैसे पहुंचाया जाए और समय की भी कमी होती है, इसलिए यह लोग सीधे ताजमहल देखते हैं.
नहीं कटवाए थे किसी भी कर्मचारी के हाथ
वरिष्ठ टूरिस्ट गाइड शमशुद्दीन ने बताया कि ताजमहल को लेकर एक बात पूछी जाती है कि क्या ताजमहल बनाने वाले कारीगरों के हाथ कटवा लिए गए थे, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है. उन्होंने बताया कि शाहजहां और ताजमहल का निर्माण करने वाले लोगों के बीच लिखित में एग्रीमेंट हुआ था, जिसमें यह लिखा था कि वह इसके बाद कोई दूसरी ऐसी इमारत नहीं बनाएंगे. गाइड शमशुद्दीन ने बताया कि यह बात गलत है कि कर्मचारियों के हाथ कटवाए गए थे. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही दूसरी यह बात भी पूछी जाती है कि ऐसी कौन सी जगह है, जहां से पानी टपकता है, शमशुद्दीन ने बताया कि ऐसा कहीं भी नहीं है.
बताते हैं ताजमहल का इतिहास
वरिष्ठ टूरिस्ट गाइड शमशुद्दीन ने बताया कि वीवीआईपी को विजिट कराने वाले टूरिस्ट गाइड को सबसे ज्यादा देश के इतिहास के बारे में पता होना चाहिए. जिस इमारत को विजिट कराना है उसके ढांचे, ऊंचाई और उसकी पच्चीकारी के बारे में पता होना चाहिए. शमशुद्दीन ने बताया कि बहुत कम ही लोग जानते होंगे कि ताजमहल कुतुब मीनार से भी ऊंचा है और यह नायाब इमारत है. ऐसी ही तमाम ताजमहल से जुड़ी हुई रोचक जानकारियां और इतिहास वीवीआईपी को टूरिस्ट गाइड के द्वारा बताया जाता है.
वरिष्ठ टूरिस्ट गाइड शमसुद्दीन ने बताया कि 1992 में राजकुमारी डायना हेडन अकेले ताजमहल का दीदार किया था. उस समय उन्होंने सेंट्रल टैंक पर जिस सीट से बैठकर अपनी फोटोग्राफी कराई थी. उसे आज डायना सीट के नाम से जाना जाता है.