आगरा: आगरा जनपद के पिनाहट थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले गांव नयावांस के समीप मुख्य मार्ग पर बच्चों से भरी एक स्कूल बस अचानक अनियंत्रित होकर तालाब के किनारे पलट गई. वहीं, घटना के बाद मौके पर एकत्रित हुए ग्रामीणों की मदद से बस में सवार सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया. वहीं, ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग को बनवाने व तालाब की सफाई कराने की मांग की है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक पिनाहट कस्बा क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले शांति निकेतन पब्लिक स्कूल की एक बस शुक्रवार की सुबह गांव से स्कूली बच्चों को लेने के लिए गई थी.
बताया गया कि पिनाहट से गांव पड़ुआपुरा नयावांस होते हुए स्कूल की बस मनोना गांव स्कूली बच्चों को लेने जा रही थी, तभी गांव नयावांस के पास प्राथमिक विद्यालय के सामने मुख्य मार्ग पर भरे तालाब के पानी से गुजरते समय है, बस चालक को मार्ग का अंदाजा नहीं हुआ और खड्डे में बस अनियंत्रित होकर अचानक तालाब किनारे पलट गई.
इधर, हादसे के बाद बस में सवार करीब 40 बच्चों ने चीख-पुकार मचानी शुरू कर दी, जिसके बाद दर्जनों की संख्या में वहां ग्रामीण एकत्रित हो गए और बचाव राहत कार्य करते हुए बस के शीशे को तोड़कर सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
वहीं, बस में सवार तीन स्कूली बच्चे हिमांशु उम्र 12 वर्ष निवासी करकौली, कक्षा छठवीं, आर्यन उम्र करीब 9 वर्ष निवासी पडुआपुरा कक्षा चौथी और खुशी उम्र 4 वर्ष निवासी पड़ुआपुरा पिनाहट, कक्षा यूकेजी को हल्की फुलकी चोट आई हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद सभी को छोड़ दिया गया.
इधर, बस पलटने की सूचना पर जिला पंचायत सदस्य कन्हई तोमर, ग्राम प्रधान देव आनंद परिहार, थानाध्यक्ष पिनाहट प्रदीप कुमार चतुर्वेदी पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. यहां ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव के घरों से निकलने वाले जल निकासी का पानी तालाब में जाता है. जिस कारण तालाब का पानी मुख्य मार्ग पर भर जाता है. ओवरफ्लो पानी कई वर्षों से गांव के मुख्य मार्ग पर भरा हुआ है। जिसके चलते गहरे पानी में खड्डे हो गए हैं.
मार्ग पर पानी भरने से गुजरने वाले वाहन चालकों को मार्ग का अंदाजा नहीं चलता कि मार्ग कहां है और तालाब कहां है, जिसके कारण पूर्व में भी कई बड़े हादसे हो चुके हैं. पिछले वर्ष भी इसी मार्ग पर बारातियों से भरी एक बस अचानक पानी में ही पलट गई थी, जिस पर तत्काल ग्रामीणों ने बस में सवार सभी बारातियों को सुरक्षित बाहर निकाला था. जिसमें लोगों की जान जाते-जाते बची थी.
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार क्षेत्रीय प्रतिनिधियों, जिला और तहसील प्रशासन से मार्ग बनवाने और तालाब की सफाई की शिकायत की गई. मगर आज तक मार्ग सुधार के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिसके कारण मुख्य मार्ग से गुजरने वाले लोगों व वाहनों के साथ हादसे हो रहे हैं. ग्रामीणों ने तत्काल मार्ग पर ऊंची पुलिया बनवाने की मांग की है.