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ताजमहल विवाद ने पकडा तूल: अब संत मत्स्येंद्र गोस्वामी ने दी प्रिंस तुसी खिलाफ तहरीर, जानें पूरा मामला

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Published : Jun 4, 2022, 10:48 PM IST

ताजमहल या तेजोमहालय विवाद. ताजमहल एक मंदिर या मकबरा विवाद. ताजमहल के तहखाने के 22 कमरों का विवाद और अब ताजमहल की पच्चीकारी और परिसर में शौचालय के हिंदू-देवताओं के चित्र का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है.

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संत मत्स्येंद्र गोस्वामी

आगरा: ताजमहल या तेजोमहालय विवाद. ताजमहल एक मंदिर या मकबरा विवाद. ताजमहल के तहखाने के 22 कमरों का विवाद और अब ताजमहल की पच्चीकारी और परिसर में शौचालय के हिंदू-देवताओं के चित्र का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार देर शाम उरई के संत मत्स्येंद्र गोस्वामी ने एक वीडियो जारी किया और मुगल वंशज प्रिंस तुसी के खिलाफ ताजगंज थाना में तहरीर दी. कहा कि, हमने अपनी शिकायत से आताताई और आतंकवादी बाबर, अकबर, हिमांयू, औरंगजेब के वंशज प्रिंस तुसी को केंद्र सरकार देश से निकाले. इसकी संपत्ति भी जब्त की जाए. यह संपत्ति भारत सरकार की. संपत्ति जब्त करके भारत सरकार मुगल वंशज प्रिंस ​तुसी को जेल भेजे. इस बारे में ताजगंज थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि दोनों ही शिकायत की जांच की जा रही है.

दरअसल, बीते दिनों ताजमहल परिसर में उरई के संत मत्यगेंद्र गोस्वामी के ताज की पच्चीकारी और शौचालय के पास लगी फोटो गैलरी हिंदू देवी देवताओं के फोटो लगे होने पर हंगामा किया था. इस मामले में बीते सोमवार भी संत मत्यगेंद्र गोस्वामी ने ताजमहल में हंगामा किया था. धमकी दी थी कि, हिंदू देवी-देवता और मंदिर की तस्वीरें हटा लें. वैसे एएसआई ने फोटो वहां से हटा ली हैं.

संत मत्स्येंद्र गोस्वामी

इस पर मंगलवार की रात हैदाराबाद निवासी मुगल वंशज प्रिंस तुसी ने ताजगंज थाना पुलिस के साथ ही पीएम मोदी और सीएम योगी से शिकायत ईमेल की, जिसमें मुगल वंशज प्रिंस तुसी ने अयोध्या के जगतगुरु परमहंसाचार्य, उनके शिष्य संत मत्स्येंद्र गोस्वामी और नेताजी सुभाषचंद्र बोस की पौत्री को नामजद किया है. तहरीर दिए जाने को लेकर ही संत मत्यगेंद्र गोस्वामी ने अब शनिवार देर शाम वीडियो जारी करके प्रिंस तुसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की ताजगंज थाना तहरीर दी है.

मुगल वंशज प्रिंस तुसी में आवाज उठाने पर एक महंत और हमारे खिलाफ ताजगंज थाना में शिकायत दी है. ये आताताई और आतंकवादी हिंदित्व को चैलेंज कर रहे हैं. यदि हम 80 करोड़ हिंदू एक हो जाएं तो इनका पता ही नहीं चलेगा. शिकायत में उन्होंने यह भी कहा है कि, जिस तरह से देश में स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान किया जाता है और उनके परिजनों को आरक्षण दिया जाता है. उसी तरह से देश के गद्दारों को और उनके पूर्वजों को गद्दार घोषत किया जाए और देश से बाहर भेजा जाए. ये देश में दंगा करा सकते हैं. इनके पूर्वजों ने हिंदुओं का नरसंहार किया. अब ये देश का माहौल बिगाड़ कर धार्मिक उन्माद फैलाना चाहते हैं.

इसे भी पढ़ेंः World Environment Day: क्यों मनाया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस,क्या है इस बार की थीम?

हैदराबाद से प्रिंस तुसी ने ई-मेल से की शिकायत

रॉयल मुगल पैलेस, बहादुर शाह जफर मार्ग, जुकुल शमशाबाद (हैदराबाद, तेलंगाना) निवासी प्रिंस तुसी ने मंगलवार को ताजगंज थाना पुलिस के साथ ही यूपी पुलिस के तमाम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को जो अपनी तहरीर भेजी है. उसमें लिखा है कि, प्रार्थी मुगल वंशज है. औरंगजेब और अन्य तमाम मुगल शासक उसके परदादा हैं. मेरी जानकारी में आया है कि दो कथित संत मत्स्येंद्र गोस्वामी और अयोध्या के संत परमहंसाचार्य के संतों ने ताजमहल की पच्चीकारी में स्वास्तिक होने का वीडियो जारी करके विवाद खड़ा कर दिया है.

संत ने ताजमहल और राजा महाराजाओं का स्थान और भगवान का वास होने वाली जगह और मंदिर बताया है. शनिवार को ताजमहल के गेट पर आमरण -अनशन पर बैठने की धमकी दी है. इसी प्रकार अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पौत्री राजश्री ने कहा था कि ताजमहल के तेजोमहालय साबित हो जाने पर पूजा के लिए जाने की बात कही. इस प्रकार उपरोक्त आदि संत द्वारा सौहार्दपूर्ण वातावरण बिगाड़ा जा रहा है, जिससे सांप्रदायिक दंगे भड़क सकते हैं.


पीएम मोदी और सीएम योगी को भेजी शिकायत

प्रिंस तुसी ने अपनी शिकायतों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ ही यूपी के तमाम आलाधिकारी और थाना ताजगंज पुलिस को भी भेजी है, जिसमें मांग की है कि, जो लोग सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रहे हैं या सांप्रदायिक दंगे जिनकी वजह से भड़क सकते हैं. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
एक नजर में जानें मामला

- 26 अप्रैल-2022 को अयोध्या से आए जगद्गुरु परमहंस आचार्य को ताजमहल के पश्चिमी गेट से सीआईएसएफ के जवानों ने भगवा वस्त्र और ब्रह्म दंड के चलते एंट्री नहीं दी थी.

- जगतगुरु परमहंसाचार्य ने पांच मई-2022 को आगरा आने और ताजमहल में शिव की प्राण प्रतिष्ठा करने का ऐलान किया था. मगर 3 मई को ही परमहंस आचार अपनी सिस्टर के साथ आगरा आए जहां पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर लिया था.

- 23 मई-2022 को उरई के संत मत्स्येंद्र गोस्वामी ताजमहल देखने आए. जहां उन्होंने ताजमहल की पच्चीकारी और शौचालय के पास लगी हिंदू देवताओं की फोटोज को लेकर हंगामा किया. उन्हें हटाने की धमकी दी. इसके बाद 30 मई को फिर संत मत्स्येंद्र गोस्वामी ने ताजमहल का निरीक्षण किया.

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आगरा: ताजमहल या तेजोमहालय विवाद. ताजमहल एक मंदिर या मकबरा विवाद. ताजमहल के तहखाने के 22 कमरों का विवाद और अब ताजमहल की पच्चीकारी और परिसर में शौचालय के हिंदू-देवताओं के चित्र का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार देर शाम उरई के संत मत्स्येंद्र गोस्वामी ने एक वीडियो जारी किया और मुगल वंशज प्रिंस तुसी के खिलाफ ताजगंज थाना में तहरीर दी. कहा कि, हमने अपनी शिकायत से आताताई और आतंकवादी बाबर, अकबर, हिमांयू, औरंगजेब के वंशज प्रिंस तुसी को केंद्र सरकार देश से निकाले. इसकी संपत्ति भी जब्त की जाए. यह संपत्ति भारत सरकार की. संपत्ति जब्त करके भारत सरकार मुगल वंशज प्रिंस ​तुसी को जेल भेजे. इस बारे में ताजगंज थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि दोनों ही शिकायत की जांच की जा रही है.

दरअसल, बीते दिनों ताजमहल परिसर में उरई के संत मत्यगेंद्र गोस्वामी के ताज की पच्चीकारी और शौचालय के पास लगी फोटो गैलरी हिंदू देवी देवताओं के फोटो लगे होने पर हंगामा किया था. इस मामले में बीते सोमवार भी संत मत्यगेंद्र गोस्वामी ने ताजमहल में हंगामा किया था. धमकी दी थी कि, हिंदू देवी-देवता और मंदिर की तस्वीरें हटा लें. वैसे एएसआई ने फोटो वहां से हटा ली हैं.

संत मत्स्येंद्र गोस्वामी

इस पर मंगलवार की रात हैदाराबाद निवासी मुगल वंशज प्रिंस तुसी ने ताजगंज थाना पुलिस के साथ ही पीएम मोदी और सीएम योगी से शिकायत ईमेल की, जिसमें मुगल वंशज प्रिंस तुसी ने अयोध्या के जगतगुरु परमहंसाचार्य, उनके शिष्य संत मत्स्येंद्र गोस्वामी और नेताजी सुभाषचंद्र बोस की पौत्री को नामजद किया है. तहरीर दिए जाने को लेकर ही संत मत्यगेंद्र गोस्वामी ने अब शनिवार देर शाम वीडियो जारी करके प्रिंस तुसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की ताजगंज थाना तहरीर दी है.

मुगल वंशज प्रिंस तुसी में आवाज उठाने पर एक महंत और हमारे खिलाफ ताजगंज थाना में शिकायत दी है. ये आताताई और आतंकवादी हिंदित्व को चैलेंज कर रहे हैं. यदि हम 80 करोड़ हिंदू एक हो जाएं तो इनका पता ही नहीं चलेगा. शिकायत में उन्होंने यह भी कहा है कि, जिस तरह से देश में स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान किया जाता है और उनके परिजनों को आरक्षण दिया जाता है. उसी तरह से देश के गद्दारों को और उनके पूर्वजों को गद्दार घोषत किया जाए और देश से बाहर भेजा जाए. ये देश में दंगा करा सकते हैं. इनके पूर्वजों ने हिंदुओं का नरसंहार किया. अब ये देश का माहौल बिगाड़ कर धार्मिक उन्माद फैलाना चाहते हैं.

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हैदराबाद से प्रिंस तुसी ने ई-मेल से की शिकायत

रॉयल मुगल पैलेस, बहादुर शाह जफर मार्ग, जुकुल शमशाबाद (हैदराबाद, तेलंगाना) निवासी प्रिंस तुसी ने मंगलवार को ताजगंज थाना पुलिस के साथ ही यूपी पुलिस के तमाम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को जो अपनी तहरीर भेजी है. उसमें लिखा है कि, प्रार्थी मुगल वंशज है. औरंगजेब और अन्य तमाम मुगल शासक उसके परदादा हैं. मेरी जानकारी में आया है कि दो कथित संत मत्स्येंद्र गोस्वामी और अयोध्या के संत परमहंसाचार्य के संतों ने ताजमहल की पच्चीकारी में स्वास्तिक होने का वीडियो जारी करके विवाद खड़ा कर दिया है.

संत ने ताजमहल और राजा महाराजाओं का स्थान और भगवान का वास होने वाली जगह और मंदिर बताया है. शनिवार को ताजमहल के गेट पर आमरण -अनशन पर बैठने की धमकी दी है. इसी प्रकार अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पौत्री राजश्री ने कहा था कि ताजमहल के तेजोमहालय साबित हो जाने पर पूजा के लिए जाने की बात कही. इस प्रकार उपरोक्त आदि संत द्वारा सौहार्दपूर्ण वातावरण बिगाड़ा जा रहा है, जिससे सांप्रदायिक दंगे भड़क सकते हैं.


पीएम मोदी और सीएम योगी को भेजी शिकायत

प्रिंस तुसी ने अपनी शिकायतों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ ही यूपी के तमाम आलाधिकारी और थाना ताजगंज पुलिस को भी भेजी है, जिसमें मांग की है कि, जो लोग सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रहे हैं या सांप्रदायिक दंगे जिनकी वजह से भड़क सकते हैं. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
एक नजर में जानें मामला

- 26 अप्रैल-2022 को अयोध्या से आए जगद्गुरु परमहंस आचार्य को ताजमहल के पश्चिमी गेट से सीआईएसएफ के जवानों ने भगवा वस्त्र और ब्रह्म दंड के चलते एंट्री नहीं दी थी.

- जगतगुरु परमहंसाचार्य ने पांच मई-2022 को आगरा आने और ताजमहल में शिव की प्राण प्रतिष्ठा करने का ऐलान किया था. मगर 3 मई को ही परमहंस आचार अपनी सिस्टर के साथ आगरा आए जहां पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर लिया था.

- 23 मई-2022 को उरई के संत मत्स्येंद्र गोस्वामी ताजमहल देखने आए. जहां उन्होंने ताजमहल की पच्चीकारी और शौचालय के पास लगी हिंदू देवताओं की फोटोज को लेकर हंगामा किया. उन्हें हटाने की धमकी दी. इसके बाद 30 मई को फिर संत मत्स्येंद्र गोस्वामी ने ताजमहल का निरीक्षण किया.

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