आगरा: प्रदेश सरकार द्वारा परिषदीय विद्यालयों में बालिकाओं के लिए 'मेरी उड़ान' नाम से प्रतियोगताएं हर महीने आयोजित की जा रही हैं. कोरोना के चलते जून माह में यह प्रतियोगिता ऑनलाइन आयोजित की गई. प्रदेश भर से 100 बालिकाओं को विजेता घोषित किया गया. इसमें आगरा जिले की बालिका ने लघु लेखन में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.
आज के समय में बालिकाएं बालकों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं. वे कंधे से कंधा मिलाकर समाज में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं. साथ ही अपने परिवार और समाज का नाम रोशन कर रही हैं. केन्द्र और राज्य सरकार भी बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने और प्रोत्साहित करने के लिए कई प्रकार की स्कॉलरशिप दे रही हैं.
योगी सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में बालिकाओं के सपनों में पंख लगाने के लिए 'मेरी उड़ान' नाम से प्रतियोगित की शुरुआत की है. यह प्रतियोगिता हर महीने आयोजित की जाती है. इस प्रतियोगिता में चित्रकला, लघुकथा लेखन, क्राफ्ट, लघु कहानी आदि हैं. जून माह में ऑनलाइन आयोजित इस प्रतियोगिता में पूरे प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों की बालिकाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया था.
प्रदेश भर से 100 बालिकाओं को विजेता घोषित किया गया, लेकिन आगरा के जगनेर विकासखंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय की 8वीं की छात्रा रितु परमार ने लघु कथा लेखन में प्रथम स्थान पाकर जिले का नाम रोशन किया.
बालिका रितु को आगरा डायट की ओर से प्रमाण पत्र और मेडल प्रदान किया गया. खंड शिक्षाधिकारी जगनेर अखिलेश वर्मा ने शनिवार को विद्यालय पहुंचकर बालिका का सम्मान करते हुए पुरस्कार दिया. एआरपी सुरेंद्र मोहन शर्मा ने बताया कि यह प्रतियोगिता विश्व की यूनिसेफ द्वारा चलाई जा रही है, जिसका जिम्मा राज्य सरकार संभाल रही है. इस दौरान एआरपी शिवकुमार बंसल, एआरपी अनिल उपाध्याय, इंचार्ज प्रधानाध्यापिका अर्चना जैन, अनुदेशक संघ के जिलाध्यक्ष अशोक चाहर और अन्य स्टाफ ने रितु को सम्मानित किया.