आगरा: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग ने ताजमहल सहित देश के सभी स्मारकों से कैपिंग हटाने के निर्देश जारी किए हैं. अब अधिकारी हर दिन अपने हिसाब से स्मारकों पर सैलानियों की संख्या तय कर सकते हैं. इससे पर्यटक बिना ताजमहल का दीदार किए आगरा से मायूस नहीं लौटेंगे. टिकटों की कालाबाजारी भी नहीं होगी. क्योंकि, एएसआई की टिकट विंडो खुल जाएंगी. जिससे पर्यटकों को ऑफलाइन टिकट भी मिल सकेगा. नई व्यवस्था दो-तीन दिन में लागू हो सकती है.
ऑफलाइन टिकट सिस्टम भी लागू होगा
एएसआई के निर्देशक स्मारक डॉ. अर्विन मंजुल ने शनिवार शाम एक आदेश जारी किया. इसमें निर्देश दिए गए हैं कि संबंधित सर्किल के अधीक्षण पुरातत्वविद प्रतिदिन की संख्या तय करके स्मारकों पर सैलानियों को एंट्री दे सकते हैं. इसके लिए एएसआई अधिकारी को स्थानीय जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करके यह निर्णय लेना होगा. इसके साथ ही ऑनलाइन टिकट के अलावा बुकिंग विंडो भी खोलने का आदेश दिए गया है. एएसआई ने ताजमहल पर चल रहे टिकटों के कालाबाजारी को लेकर यह फैसला लिया है. इसके साथ ही आगरा के पर्यटन उद्यमी लगातार ताजमहल के कैपिंग सिस्टम को खत्म करने या पर्यटकों की संख्या 20 से 25000 तक करने की मांग कर रहे थे.
बता दें कि 17 मार्च 2020 को कोरोना संक्रमण के चलते एएसआई ने देश के सभी संरक्षित स्मारक पर्यटकों के लिए बंद कर दिए थे. संस्कृति मंत्रालय ने गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के आधार पर कोरोना संक्रमण के चलते स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसपी) बनाकर 6 जुलाई 2020 को देशभर के सभी स्मारकों को अनलॉक कर दिया था. लेकिन आगरा के स्मारक नहीं खुले थे. फिर आगरा में एक सितंबर 2020 में ताजमहल और आगरा किला के अलावा दूसरे सभी स्मारक अनलॉक नहीं किया गया था. 21 सितंबर 2020 को एएसआई ने 5 हजार पर्यटकों के कैपिंग सिस्टम के आधार पर ताजमहल को पर्यटकों के लिए अनलॉक किया.
एसओपी बनाकर खुला था ताजमहल
एएसआई ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत एसओपी तैयार की. कैंपिंग सिस्टम के तहत दो शिफ्ट में पांच हजार पर्यटकों को एंट्री देने की सुविधा शुरू की. इसमें पर्यटकों को ऑनलाइन टिकट बुक करना है. इसको लेकर लगातार लपके के ताजमहल की टिकट के कालाबाजारी करने लगे. पर्यटकों को मायूस होकर आगरा से बिना ताजमहल देखने ही जाना पड़ रहा था. इस वजह से आगरा के पर्यटन उद्यमी के साथ एएसआई अधिकारी भी लगातार मुख्यालय से पत्राचार करके कैपिंग सिस्टम बढ़ाने की मांग कर रहे थे.
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि कैपिंग से संबंधित नया आदेश उन्हें मिल गया है. इस बारे में जल्द ही जिलाधिकारी से बात कर स्मारकों पर पर्यटकों की संख्या को तय किया जाएगा.