आगरा : बीते दो दिन पूर्व आगरा के थाना जगनेर क्षेत्र में खनन माफिया व पुलिस के बीच हुए मुठभेड़ पर सवाल उठ रहे हैं. पुलिस की गोली से घायल हुए लोगों के परिजनों ने उसे फर्जी बताते हुए वरिष्ठ सोशल एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर को बताया है. जिस पर नूतन ठाकुर ने मानवाधिकार आयोग और डीजीपी लखनऊ को शिकायती पत्र भेजते हुए निर्दोषों को फंसाने की बात लिखते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
बुधवार और गुरुवार की रात्रि हुई थी मुठभेड़
थाना जगनेर क्षेत्र के सरेंदी चौराहे के पास एनएच-123 पर बुधवार- गुरुवार की रात्रि खनन माफिया से पुलिस की मुठभेड़ हो गई. पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में पुलिस की गोली से दो लोग घायल हो गए. जिसमें पुलिस ने दो घायलों समेत तीन को पकड़ने में सफलता हासिल की.
मुठभेड़ को सही बता पीठ थपथपा रही पुलिस
आगरा पुलिस इस कार्रवाई को सफल बताकर अपनी पीठ थपथपा रही थी. लेकिन अब उसी मुठभेड़ में पुलिस की गोली से घायल हुए पप्पू के परिजनों ने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए सवाल खड़े कर दिए हैं.
सोशल एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर को फोन करके बताई पीड़ा
पुलिस की गोली से घायल पप्पू के चचेरे भाई भंवर सिंह निवासी बंसी पहाड़पुर, रूपवास, जनपद भरतपुर, राजस्थान ने फोन पर डॉ नूतन ठाकुर को बताया कि गोलीकांड में उनके भाई पप्पू को पुलिस ने गोली मारकर खनन माफिया बता दिया और उसे जेल भेज दिया. पप्पू सिंह तोमर (35) गुरुवार सुबह करीब 4 बजे अपने भतीजे पंकज के साथ अपनी गाड़ी संख्या RJ05 UA9275 से रूपवास से धौलपुर, राजस्थान जा रहे थे. रास्ते में आगरा जनपद में सरैंधी चौराहा, थाना जगनेर, में पुलिस वालों ने पप्पू की गाड़ी को अचानक रुकवाया और पप्पू को नीचे उतारकर उनके पांव में गोली मार दी. इसके बाद पुलिस वाले पप्पू सिंह को घायल अवस्था में इमरजेंसी, आगरा अस्पताल ले गए तथा पंकज को भी थाने ले गए. जिसके बाद दोनों को जेल भेज दिया है.
डॉ नूतन ठाकुर ने भेजी शिकायत
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, डीजीपी यूपी एचसी अवस्थी एवं अन्य अफसरों को भेजी शिकायत में नूतन ने कहा कि उन्हें भंवर सिंह ने बताया कि उन्हें ये बातें स्थानीय दुकानदारों आदि के माध्यम से ज्ञात हुईं. स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि पप्पू सिंह को गाड़ी में से उतारकर गोली मारने के पूर्व मौके पर पुलिस तथा कुछ बदमाशों में फायरिंग हुई थी. मौके पर एक अवैध खनन से जुड़ा वाहन भी पलटा हुआ था. पप्पू सिंह दुबले-पतले अत्यंत साधारण किस्म के कमजोर आदमी हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस ने किसी भी व्यक्ति को पप्पू सिंह और पंकज से मिलने तक नहीं दिया गया और धमकी दी कि यदि वे इस मामले में कुछ करेंगे तो उन्हें भी गैंग का सदस्य बनाकर जेल भेज देंगे. डॉ नूतन ने कहा कि इस सम्भावना से कदापि इनकार नहीं किया जा सकता है कि यह फर्जी पुलिस मुठभेड़ का मामला है. अतः उन्होंने अविलंब इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.
कौन है डॉ नूतन ठाकुर
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की पत्नी और वरिष्ठ सोशल एक्टिविस्ट है डॉ नूतन ठाकुर. जो पहले भी कई मामलों पर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए मांग कर चुकी हैं.