आगरा: जनपद के यमुना पार नरायच स्थित कैस्पर शेल्टर होम (Casper Shelter Home) में बारिश का पानी भर गया (Water Logging) है. इसमें 70 आवारा श्वान रहते हैं. इस समस्या को लेकर कैस्पर होम संस्था के सभी लोगों ने नगर आयुक्त का घेराव किया. आरोप है कि नगर निगम (Nagar Nigam) के अधिकारियों की लापरवाही के कारण शेल्टर होम (Shelter Home) में पानी भरा है. इसके कारण कैस्पर होम संस्था के द्वारा लगाए गए 30 लाख रुपये भी डूब गए हैं. मुआवजा न मिलने की वजह से बुधवार को संस्था के सभी लोगों ने नगर आयुक्त का घेराव करते हुए नगर निगम (Agra Nigam) के बाहर प्रदर्शन किया.
संस्था की संचालिका विनीता अरोड़ा ने बताया कि पहले वह अपने निजी स्थान पर आवारा कुत्तों का शेल्टर होम (Dog Shelter Home) बनाकर उनकी देख-रेख करती थीं. उनके प्रोजेक्ट को तत्कालीन डीएम रहे रवि कुमार एनजी ने तारीफ भी की. उनके आदेश पर नगर निगम ने विनीता अरोड़ा को डॉग शेल्टर होम (Dog Shelter Home) के लिए एक जगह अलॉट कर दी. विनीता का कहना है कि उन्होंने पूरे शेल्टर होम में श्वानों के रहने का इंतजाम, शेल्टर को बनाने का खर्च खुद किया.
नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे ने साफ कहा कि नगर निगम ने संस्था को जगह दी थी न कि उनको किसी प्रकार का खर्चा देने की बात हुई. यदि शेल्टर में पानी भर गया है तो पानी निकालने का भी काम संस्था का है. वह अपना खुद रास्ता बनाएं और खुद ही शेल्टर होम से पानी निकालें. इसमें नगर निगम का कोई भी अधिकारी जिम्मेदार नहीं है.