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डेस्टिनेशन वेडिंग का हब बनेगा उत्तर प्रदेश, पर्यटन विभाग की ये है योजना

उत्तर प्रदेश डेस्टिनेशन वेडिंग का हब बनेगा. इसके लिए पर्यटन विभाग ने खास योजना तैयारी की है.चलिए जानते हैं इस बारे में.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 3, 2023, 10:05 AM IST

आगराः उत्तर प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए डेस्टिनेशन वेडिंग के क्षेत्र में संभावनाएं तलाश रही हैं. शनिवार को वेडिंग कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने आये पर्यटन महानिदेशक ने इस प्रोजेक्ट से जुड़े अहम विषयों पर जानकारी दी. सरकार के इस कदम से पर्यटन उधमियों में भी ख़ुशी की लहर हैं.

देश की पर्यटन राजधानी में उत्तर प्रदेश के पर्यटन को शिखर पर पहुंचाने के लिए अब सरकार डेस्टिनेशन वेडिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही हैं. शुक्रवार को फतेहाबाद रोड स्थित एक होटल में वेडिंग कॉन्क्लेव का आयोजन हुआ. इसमे देश के विभिन्न राज्यों से वेडिंग प्लानर्स, फैशन डिजाइनर, कोरियोग्राफर और मेकअप आर्टिस्ट हिस्सा लेने ताजनगरी पहुंचे.

कार्यक्रम में मुख्य अथिति के तौर पर पर्यटन महानिदेशक मुकेश कुमार मेश्राम ने शिरकत की. वेडिंग कॉन्क्लेव में शिरकत करने आगरा पहुंचे पर्यटन महानिदेशक मुकेश कुमार मेश्राम ने मीडिया से बात की. उन्होंने बताया कि पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश नए आयाम गढ़ रहा हैं. उत्तर प्रदेश देशी-विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद हैं. एक साल में 31 करोड़ 80 लाख पर्यटकों ने उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक धरोहरों और धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया.

आज देश मे 'डेस्टिनेशन वेडिंग' का चलन हैं. लोग विवाह संस्कार के लिए नए-नए स्थान खोजते हैं. नए विवाह बंधन में बंधने वाले जोड़ो की पहली पसंद राजस्थान हैं क्योंकि राजस्थान में क़िले, महल और ऐतिहासिक धरोहरों की बड़ी शृखंला हैं.

उसी प्रेरणा के साथ अब उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग वेडिंग प्लानर्स की मांग पर पुराने किलों, महल और धार्मिक स्थलों का पुनः उद्धार करेगा जिससे शादी को रोमांचित और यादगार बनाने वाले जोड़े इन डेस्टिनेशन की तरफ आकर्षित हो सके.

इससे पुराने क़िले, महल और धार्मिक स्थलों की लोकप्रियता तो बढ़ेगी ही इसके अलावा पर्यटन उधमियों को भी लाभ मिलेगा. हमारा उद्देश्य उत्तर प्रदेश की धरोहरों और धार्मिक स्थलों को विवाह संस्कार योग्य बनाना हैं. जैसे बुंदेलखंड में कई ऐसे महल व क़िले हैं जिनका उपयोग हम डेस्टिनेशन वेडिंग के रूप में कर सकते हैं.

आज उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेस वे कनेक्टिविटी हैं. आगामी वर्षो में उत्तर प्रदेश की सभी नदियों में क्रूज, छोटे शिप नजर आएंगे. इससे पर्यटन के क्षेत्र में तरक्की होने की पूरी संभावना हैं. आगरा-मथुरा के बीच भी जल्द हेलीकॉप्टर सेवा का विस्तार होने वाला हैं जिससे नए कपल ब्रजप्रेम के सौंदर्य में अपनी वेडिंग प्लान कर सकते हैं. इस वेडिंग कॉन्क्लेव के उद्देश्य को पूरा करने के लिए जल्द अहम फैसले लिए जाएंगे जिससे डेस्टिनेशन वेडिंग को पर्यटन से जोड़कर उत्तर प्रदेश के विकास को रफ्तार मिल सके.

ये भी पढ़ेंः जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा के सर्किट हाउस में किया था भूतों का इंतजार, फिर ये हुआ

आगराः उत्तर प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए डेस्टिनेशन वेडिंग के क्षेत्र में संभावनाएं तलाश रही हैं. शनिवार को वेडिंग कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने आये पर्यटन महानिदेशक ने इस प्रोजेक्ट से जुड़े अहम विषयों पर जानकारी दी. सरकार के इस कदम से पर्यटन उधमियों में भी ख़ुशी की लहर हैं.

देश की पर्यटन राजधानी में उत्तर प्रदेश के पर्यटन को शिखर पर पहुंचाने के लिए अब सरकार डेस्टिनेशन वेडिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही हैं. शुक्रवार को फतेहाबाद रोड स्थित एक होटल में वेडिंग कॉन्क्लेव का आयोजन हुआ. इसमे देश के विभिन्न राज्यों से वेडिंग प्लानर्स, फैशन डिजाइनर, कोरियोग्राफर और मेकअप आर्टिस्ट हिस्सा लेने ताजनगरी पहुंचे.

कार्यक्रम में मुख्य अथिति के तौर पर पर्यटन महानिदेशक मुकेश कुमार मेश्राम ने शिरकत की. वेडिंग कॉन्क्लेव में शिरकत करने आगरा पहुंचे पर्यटन महानिदेशक मुकेश कुमार मेश्राम ने मीडिया से बात की. उन्होंने बताया कि पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश नए आयाम गढ़ रहा हैं. उत्तर प्रदेश देशी-विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद हैं. एक साल में 31 करोड़ 80 लाख पर्यटकों ने उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक धरोहरों और धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया.

आज देश मे 'डेस्टिनेशन वेडिंग' का चलन हैं. लोग विवाह संस्कार के लिए नए-नए स्थान खोजते हैं. नए विवाह बंधन में बंधने वाले जोड़ो की पहली पसंद राजस्थान हैं क्योंकि राजस्थान में क़िले, महल और ऐतिहासिक धरोहरों की बड़ी शृखंला हैं.

उसी प्रेरणा के साथ अब उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग वेडिंग प्लानर्स की मांग पर पुराने किलों, महल और धार्मिक स्थलों का पुनः उद्धार करेगा जिससे शादी को रोमांचित और यादगार बनाने वाले जोड़े इन डेस्टिनेशन की तरफ आकर्षित हो सके.

इससे पुराने क़िले, महल और धार्मिक स्थलों की लोकप्रियता तो बढ़ेगी ही इसके अलावा पर्यटन उधमियों को भी लाभ मिलेगा. हमारा उद्देश्य उत्तर प्रदेश की धरोहरों और धार्मिक स्थलों को विवाह संस्कार योग्य बनाना हैं. जैसे बुंदेलखंड में कई ऐसे महल व क़िले हैं जिनका उपयोग हम डेस्टिनेशन वेडिंग के रूप में कर सकते हैं.

आज उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेस वे कनेक्टिविटी हैं. आगामी वर्षो में उत्तर प्रदेश की सभी नदियों में क्रूज, छोटे शिप नजर आएंगे. इससे पर्यटन के क्षेत्र में तरक्की होने की पूरी संभावना हैं. आगरा-मथुरा के बीच भी जल्द हेलीकॉप्टर सेवा का विस्तार होने वाला हैं जिससे नए कपल ब्रजप्रेम के सौंदर्य में अपनी वेडिंग प्लान कर सकते हैं. इस वेडिंग कॉन्क्लेव के उद्देश्य को पूरा करने के लिए जल्द अहम फैसले लिए जाएंगे जिससे डेस्टिनेशन वेडिंग को पर्यटन से जोड़कर उत्तर प्रदेश के विकास को रफ्तार मिल सके.

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