ETV Bharat / state

आगरा में झोलाछाप के अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत, परिजनों ने शव रखकर किया हंगामा - आगरा में गर्भवती महिला की मौत

आगरा में झोलाछाप के अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत हो गई. गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में शव रखकर हंगामा किया. पीड़ित के पति ने अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

Etv Bharat
गर्भवती महिला की मौत
author img

By

Published : Oct 23, 2022, 12:22 PM IST

आगरा: जिले की खेरागढ़ तहसील क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते झोलाछाप ग्रामीणों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. एक के बाद एक लगातार हो रही मौतों पर भी झोलाछाप के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वे लगातार इस कारोबार में तेजी से जुटे हुए हैं. सैंया में शनिवार को प्रसव के लिए भर्ती हुई गर्भवती महिला की मौत हो गई. महिला की मौत से परिवार में कोहराम मच गया.

मामला थाना सैंया क्षेत्र के लादूखेडा तिराहे के पास चल रहे जीएस हॉस्पिटल का है. जाजऊ आमपुरा निवासी मुकेश कुशवाह पत्नी ओमश्री (28) को शनिवार देर रात प्रसव पीड़ा होने पर जीएस हॉस्पिटल लेकर पहुंचा. पीड़ित मुकेश के अनुसार, वहां उपस्थित हॉस्पिटल की कर्मचारी गुड़िया ने सुबह तक सही सलामत डिलीवरी करने का झांसा देकर महिला को हॉस्पिटल में भर्ती कर लिया. इसके बाद गुड़िया गर्भवती ओमश्री की डिलीवरी करने के लिए इंजेक्शन और अन्य दवाई देने में जुट गई. मध्य रात में गर्भवती को परेशानी होने लगी. उसने बताया कि उसकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया है. उसे कुछ दिखाई नहीं दे रहा. इस पर गुड़िया ने उसे डांट डपट दिया और कहा कि कुछ नहीं है, चिंता मत करो. सुबह तक डिलीवरी हो जाएगी.

पीड़ित पति ने दी जानकारी

सुबह करीब 3 बजे महिला की हालत बिगड़ गई. महिला की हालत देखकर गुड़िया के हाथ पांव फूलने लगे. उसने कहा कि इसे आगरा अस्पताल ले जाना पड़ेगा. गुड़िया अपनी गाड़ी लेकर अपने बेटे के साथ महिला को राजपुर चुंगी के एक अस्पताल लेकर पहुंची. लेकिन, तब तक महिला की मौत हो चुकी थी. डॉक्टरों ने महिला को भर्ती करने से इनकार कर दिया. इस दौरान उसका बेटा वहीं से अपनी गाड़ी लेकर भाग गया.

इसे भी पढ़े-अलीगढ़: झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से गर्भवती महिला की मौत, अस्पताल सील

महिला की मौत से परिवार में कोहराम मच गया. आक्रोशित परिजन आगरा से महिला के शव को सैंया ले आए और शव को अस्पताल में रखकर विलाप करते हुए हंगामा करने लगे. हंगामे की जानकारी पर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पीड़ित पति मुकेश ने बताया कि उसकी 8 वर्षीय बेटी किरन और 6 वर्षीय बेटा कृष्णा है. पत्नी की तीसरी डिलीवरी होनी थी. जिस पर वह उसे सैंया लेकर आया.

छह दिन पूर्व ही बाईपास मार्ग खेरागढ़ पर घर में डिलीवरी सेंटर चला रहे झोलाछाप डॉली चाहर ने एक गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई थी. इसके बाद प्रसूता ने दम तोड़ दिया था. परिजनों के हंगामे पर डौली चाहर फरार हो गई. स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए किराए के अस्पताल को सील कर दिया था. मुकेश ने बताया कि पहले दोनों बच्चों का जन्म सैंया के सीएचसी में ठीक ठाक हो गया था. उसने सोचा कि निजी अस्पताल में बच्चे का जन्म अच्छा होता होगा. इसलिए, वह पत्नी को लेकर गुड़िया के अस्पताल लेकर आ गया. इस मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक सैंया योगेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि अभी शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़े-घर में आग लगने से रिटायर्ड आईपीएस की मौत, पत्नी और बेटे की हालत गंभीर

आगरा: जिले की खेरागढ़ तहसील क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते झोलाछाप ग्रामीणों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. एक के बाद एक लगातार हो रही मौतों पर भी झोलाछाप के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वे लगातार इस कारोबार में तेजी से जुटे हुए हैं. सैंया में शनिवार को प्रसव के लिए भर्ती हुई गर्भवती महिला की मौत हो गई. महिला की मौत से परिवार में कोहराम मच गया.

मामला थाना सैंया क्षेत्र के लादूखेडा तिराहे के पास चल रहे जीएस हॉस्पिटल का है. जाजऊ आमपुरा निवासी मुकेश कुशवाह पत्नी ओमश्री (28) को शनिवार देर रात प्रसव पीड़ा होने पर जीएस हॉस्पिटल लेकर पहुंचा. पीड़ित मुकेश के अनुसार, वहां उपस्थित हॉस्पिटल की कर्मचारी गुड़िया ने सुबह तक सही सलामत डिलीवरी करने का झांसा देकर महिला को हॉस्पिटल में भर्ती कर लिया. इसके बाद गुड़िया गर्भवती ओमश्री की डिलीवरी करने के लिए इंजेक्शन और अन्य दवाई देने में जुट गई. मध्य रात में गर्भवती को परेशानी होने लगी. उसने बताया कि उसकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया है. उसे कुछ दिखाई नहीं दे रहा. इस पर गुड़िया ने उसे डांट डपट दिया और कहा कि कुछ नहीं है, चिंता मत करो. सुबह तक डिलीवरी हो जाएगी.

पीड़ित पति ने दी जानकारी

सुबह करीब 3 बजे महिला की हालत बिगड़ गई. महिला की हालत देखकर गुड़िया के हाथ पांव फूलने लगे. उसने कहा कि इसे आगरा अस्पताल ले जाना पड़ेगा. गुड़िया अपनी गाड़ी लेकर अपने बेटे के साथ महिला को राजपुर चुंगी के एक अस्पताल लेकर पहुंची. लेकिन, तब तक महिला की मौत हो चुकी थी. डॉक्टरों ने महिला को भर्ती करने से इनकार कर दिया. इस दौरान उसका बेटा वहीं से अपनी गाड़ी लेकर भाग गया.

इसे भी पढ़े-अलीगढ़: झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से गर्भवती महिला की मौत, अस्पताल सील

महिला की मौत से परिवार में कोहराम मच गया. आक्रोशित परिजन आगरा से महिला के शव को सैंया ले आए और शव को अस्पताल में रखकर विलाप करते हुए हंगामा करने लगे. हंगामे की जानकारी पर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पीड़ित पति मुकेश ने बताया कि उसकी 8 वर्षीय बेटी किरन और 6 वर्षीय बेटा कृष्णा है. पत्नी की तीसरी डिलीवरी होनी थी. जिस पर वह उसे सैंया लेकर आया.

छह दिन पूर्व ही बाईपास मार्ग खेरागढ़ पर घर में डिलीवरी सेंटर चला रहे झोलाछाप डॉली चाहर ने एक गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई थी. इसके बाद प्रसूता ने दम तोड़ दिया था. परिजनों के हंगामे पर डौली चाहर फरार हो गई. स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए किराए के अस्पताल को सील कर दिया था. मुकेश ने बताया कि पहले दोनों बच्चों का जन्म सैंया के सीएचसी में ठीक ठाक हो गया था. उसने सोचा कि निजी अस्पताल में बच्चे का जन्म अच्छा होता होगा. इसलिए, वह पत्नी को लेकर गुड़िया के अस्पताल लेकर आ गया. इस मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक सैंया योगेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि अभी शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़े-घर में आग लगने से रिटायर्ड आईपीएस की मौत, पत्नी और बेटे की हालत गंभीर

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.