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आगरा: आलू की पैदावार में भारी इजाफा, किसानों के चेहरे खिले - गांव टनकपुर

सब्जियों के 'राजा' आलू की बंपर पैदावार से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. पिछले तीन साल से आलू की पैदावार में लगातार घाटा हो रहा था. इस वर्ष आलू की उपज में 10 से 15 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस साल आलू का उत्पादन बढ़ा है, लेकिन व्यापारी आलू खरीदने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं.

'आलू राजा' की बंपर फसल, किसानों को अच्छे मूल्य की आस
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Published : Mar 16, 2019, 8:12 AM IST

Updated : Mar 16, 2019, 12:38 PM IST

आगरा: सब्जियों के 'राजा' आलू की बंपर पैदावार से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. पिछले तीन साल से आलू की पैदावार में लगातार घाटा हो रहा था. इस वर्ष आलू की उपज में 10 से 15 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस बंपर पैदावार से किसानों को चार साल के घाटे से उबरने की उम्मीद है. पैदावार में बढ़ोतरी से जिले के किसान बेहद खुश हैं. किसानों को उम्मीद है कि इस बार आलू का रेट भी सही मिल जाए.

आगरा का आलू अपनी चमक, आकार और स्वाद के लिए जाना जाता है. जिला प्रशासन के आकड़ों के मुताबिक इस साल जिले में 76 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में आलू की खेती की गई है. यह पिछले साल के मुकाबले काफी कम है. वहीं आलू किसानों का कहना है कि इस बार आलू की खेती का रकबा 20% घटा है. हालांकि आलू उत्पादन में 10 से 15 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. ऐसे में डिमांड बढ़ने पर रेट भी अच्छे मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.

आलू की बंपर फसल, किसानों को अच्छे मूल्य की आस.

खंदौली के गांव टनकपुर निवासी आलू किसान संजय पाठक के मुताबिक इस बार आलू की पैदावार पिछले साल के मुकाबले 10 फीसदी बढ़ी है. एक बीघा खेत में इस साल 45 से 50 पैकेट आलू निकल रहा है. खंदौली के गांव अजीतगढ़, बगल घुसा निवासी निरंजन सिंह ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार प्रति बीघा आलू का उत्पादन बढ़ा है. पिछले साल जहां एक बीघा में 35 से 40 पैकेट निकले थे लेकिन इस बार यह आकड़ा 45 से 50 पैकेट तक पहुंच गया है.

आलू किसान विकास समिति के प्रदेश महासचिव पुष्पेंद्र जैन ने बताया कि इस साल आलू का उत्पादन बढ़ा है, लेकिन व्यापारी आलू खरीदने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. बताया जा रहा है कि पिछले साल किसानों के साथ-साथ व्यापारी भी घाटे में रहे. इसी के चलते व्यापारी अभी आलू की खरीद नहीं कर रहा है. ऐसे में होली के बाद ही डिमांड बढ़ने की संभावना है.

आगरा: सब्जियों के 'राजा' आलू की बंपर पैदावार से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. पिछले तीन साल से आलू की पैदावार में लगातार घाटा हो रहा था. इस वर्ष आलू की उपज में 10 से 15 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस बंपर पैदावार से किसानों को चार साल के घाटे से उबरने की उम्मीद है. पैदावार में बढ़ोतरी से जिले के किसान बेहद खुश हैं. किसानों को उम्मीद है कि इस बार आलू का रेट भी सही मिल जाए.

आगरा का आलू अपनी चमक, आकार और स्वाद के लिए जाना जाता है. जिला प्रशासन के आकड़ों के मुताबिक इस साल जिले में 76 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में आलू की खेती की गई है. यह पिछले साल के मुकाबले काफी कम है. वहीं आलू किसानों का कहना है कि इस बार आलू की खेती का रकबा 20% घटा है. हालांकि आलू उत्पादन में 10 से 15 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. ऐसे में डिमांड बढ़ने पर रेट भी अच्छे मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.

आलू की बंपर फसल, किसानों को अच्छे मूल्य की आस.

खंदौली के गांव टनकपुर निवासी आलू किसान संजय पाठक के मुताबिक इस बार आलू की पैदावार पिछले साल के मुकाबले 10 फीसदी बढ़ी है. एक बीघा खेत में इस साल 45 से 50 पैकेट आलू निकल रहा है. खंदौली के गांव अजीतगढ़, बगल घुसा निवासी निरंजन सिंह ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार प्रति बीघा आलू का उत्पादन बढ़ा है. पिछले साल जहां एक बीघा में 35 से 40 पैकेट निकले थे लेकिन इस बार यह आकड़ा 45 से 50 पैकेट तक पहुंच गया है.

आलू किसान विकास समिति के प्रदेश महासचिव पुष्पेंद्र जैन ने बताया कि इस साल आलू का उत्पादन बढ़ा है, लेकिन व्यापारी आलू खरीदने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. बताया जा रहा है कि पिछले साल किसानों के साथ-साथ व्यापारी भी घाटे में रहे. इसी के चलते व्यापारी अभी आलू की खरीद नहीं कर रहा है. ऐसे में होली के बाद ही डिमांड बढ़ने की संभावना है.

Intro:आगरा।
सब्जियों की 'राजा' आलू की बंपर पैदावार से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं। आलू किसान तीन साल से घाटे में था। क्योंकि न आलू की पैदावार ज्यादा हो रही थी और ना ही अच्छा मूल्य मिल रहा था। मगर इस साल पिछले साल के मुकाबले 10 से 15% पैदावार बढ़ी है। इससे किसानों को बंपर पैदावार से चार साल बाद घाटे से उबरने की उम्मीद है। पैदावार में बढ़ोतरी से जिले के किसानों खुश हैं। किसानों की अब एक और उम्मीद है कि, इस बार आलू का रेट भी सही मिल जाए। किसानों का यह भी कहना है कि होली के बाद आलू के दाम बढ़ेंगे तो और अच्छा रहेगा।


Body: आगरा का आलू देश में चमक, आकर और स्वाद के लिए जाना जाता है। जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक इस साल जिले में 76 हेक्टेयर क्षेत्रफल में आलू की खेती की गई है, जो पिछले साल के मुकाबले कम है। वहीं आलू किसानों का यह कहना है कि इस बार आलू की खेती का रकबा 20% घटा है, लेकिन उत्पादन 10 से 15% बढ़ा है। ऐसे में डिमांड बढ़ने पर रेट भी अच्छे मिलेंगे।
खंदौली के गांव टनकपुर निवासी आलू किसान संजय पाठक ने बताया इस बार आलू की पैदावार बढ़ी है। पिछले साल के मुकाबले 10% पैदावार बढ़ी है। एक बीघा खेत में इस साल 45 से 50 पैकेट आलू निकल रहा है। उत्पादन बढ़ा है लेकिन जो रेट है, उस हिसाब से अभी प्रॉफिट कुछ भी नहीं है।
खंदौली के गांव अजीतगढ़, बगल घुसा निवासी निरंजन सिंह ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार प्रति बीघा आलू का उत्पादन बढ़ा है। पिछले साल जहां एक बीघा में 35 से 40 पैकेट निकले थे, और इस बार यही आंकड़ा 45 से 50 पैकेट पर पहुंच गया है।
आलू किसान विकास समिति के प्रदेश महासचिव पुष्पेंद्र जैन ने बताया कि इस साल आलू का उत्पादन बढ़ा है। मगर अभी भी व्यापारी आलू खरीदने में दिलचस्पी नहीं ले रहा, क्योंकि पिछले साल किसान और व्यापारी भी घाटे रहे। इसलिए अभी व्यापारी भी आलू की खरीद नहीं कर रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि होली के बाद आलू की डिमांड बढ़ेगी तो किसानों के फायदा होगा। क्योंकि अभी सब कुछ चुनाव आयोग के हाथ में है। इसलिए हर जिले में लगने वाले रोक नहीं होगी। इससे आलू दूसरे जिलों में जा सकेगा।


Conclusion:पहली बाइट आलू किसान संजय पाठक, दूसरी बाइट आलू किसान निरंजन सिंह की और बाइट आलू किसान विकास समिति के प्रदेश महासचिव पुष्पेंद्र जैन की।
Last Updated : Mar 16, 2019, 12:38 PM IST
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