आगरा: सब्जियों के 'राजा' आलू की बंपर पैदावार से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. पिछले तीन साल से आलू की पैदावार में लगातार घाटा हो रहा था. इस वर्ष आलू की उपज में 10 से 15 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस बंपर पैदावार से किसानों को चार साल के घाटे से उबरने की उम्मीद है. पैदावार में बढ़ोतरी से जिले के किसान बेहद खुश हैं. किसानों को उम्मीद है कि इस बार आलू का रेट भी सही मिल जाए.
आगरा का आलू अपनी चमक, आकार और स्वाद के लिए जाना जाता है. जिला प्रशासन के आकड़ों के मुताबिक इस साल जिले में 76 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में आलू की खेती की गई है. यह पिछले साल के मुकाबले काफी कम है. वहीं आलू किसानों का कहना है कि इस बार आलू की खेती का रकबा 20% घटा है. हालांकि आलू उत्पादन में 10 से 15 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. ऐसे में डिमांड बढ़ने पर रेट भी अच्छे मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
खंदौली के गांव टनकपुर निवासी आलू किसान संजय पाठक के मुताबिक इस बार आलू की पैदावार पिछले साल के मुकाबले 10 फीसदी बढ़ी है. एक बीघा खेत में इस साल 45 से 50 पैकेट आलू निकल रहा है. खंदौली के गांव अजीतगढ़, बगल घुसा निवासी निरंजन सिंह ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार प्रति बीघा आलू का उत्पादन बढ़ा है. पिछले साल जहां एक बीघा में 35 से 40 पैकेट निकले थे लेकिन इस बार यह आकड़ा 45 से 50 पैकेट तक पहुंच गया है.
आलू किसान विकास समिति के प्रदेश महासचिव पुष्पेंद्र जैन ने बताया कि इस साल आलू का उत्पादन बढ़ा है, लेकिन व्यापारी आलू खरीदने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. बताया जा रहा है कि पिछले साल किसानों के साथ-साथ व्यापारी भी घाटे में रहे. इसी के चलते व्यापारी अभी आलू की खरीद नहीं कर रहा है. ऐसे में होली के बाद ही डिमांड बढ़ने की संभावना है.