आगराः यूपी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पहले चरण में मतदान 15 अप्रैल को होगा. जिसमें आगरा जिला भी शामिल है. आगरा के गांवों में प्रचार का शोर मंगलवार को खत्म हो गया. बुधवार देर शाम तक जिले के ब्लॉक मुख्यालय से पोलिंग पार्टियां रवाना हो गयीं. अब गुरुवार सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा. पंचायत चुनाव के चलते गुरुवार को सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे. क्यों पंचायत चुनाव कराने के लिये 13 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गयी है.
डीएम और एसपी ने मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया
आपको बता दें कि, बुधवार सुबह से जिले के सभी 15 ब्लाॅक मुख्यालय पर मतदान डयूटी में लगे कार्मिक पहुंचना शुरू हो गए. डीएम प्रभु नारायण सिंह और एसएसपी मुनिराज ने शमसाबाद में मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया. वहां की व्यवस्थाएं देखीं. मतदाताओं के लिए बूथों पर पेयजल, सफाई, शौचालय और कोविड हेल्प डेस्क के इंतजाम का निरीक्षण किया. जिले में ब्लॉक स्तर पर 15 मतगणना स्थल बनाएं हैं. वहीं पर स्ट्रांग रूम हैं. मतदान के बाद गुरुवार शाम वहां पर मतपेटियां रखी जाएंगी. एडीएम सिटी डाॅक्टर प्रभाकांत अवस्थी ने बताया कि, गुरुवार शाम तक सभी पोलिंग पार्टियां रवाना हो गईं हैं. 15 अप्रैल को सभी सरकारी कार्यालयों में अवकाश रहेगा. जिले में सुबह सात बजे से शाम 6 बजे तक मतदान चलेगा.
थैला में नहीं निकाला फटा मास्क, सैनिटाइजर गायब
कोविड 19 के चलते इस बार हर पीठासीन अधिकारी को बैलेट बाॅक्स के साथ ही मास्क और सैनिटाइजर भी दिया गया है. मगर, तमाम जगह से पीठासीन अधिकारियों ने बैलट बॉक्स की साफ-सफाई नहीं होने की शिकायत की, तो थैलों में मास्क भी फटे मिले और सैनिटाइजर गायब थे. इस पर पीठासीन अधिकारियों की शिकायत के बाद प्रशासन ने उन्हें फिर से मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराया.
राजस्थान-मध्यप्रदेश की सीमाएं सील
एसएसपी मुनिराज ने बताया कि, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चलते ही मंगलवार से राजस्थान और मध्यप्रदेश से जुड़ी सीमाएं सील कर दी गईं. राजाखेडा (धौलपुर) की सीमा को मंसुखपुरा में, मध्य प्रदेश के मुरैना की सीमा उसैद घाट और नंदगवां घाट पर सील की गई हैं. इटावा से जुड़ी सीमा कोरथ, कचैराघाट, पारना और फिरोजाबाद से जुड़ी नौरंगीघाट, कमतरी घाट पर बैरियर लगाकर आवागमन रोका जाएगा.
शिक्षिकाओं के लिए रात्रि विश्राम की व्यवस्था
बुधवार देर शाम तक पंचायत चुनाव के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना हो गईं. परिषदीय स्कूलों की शिक्षिकाओं की ड्यूटी भी पोलिंग पार्टी में लगी है. जिन शिक्षिकाओं की ड्यूटी बाह, पिनाहट व जैतपुर कलां ब्लॉक में लगी है. उनके रात्रि विश्राम की व्यवस्था बाह तहसील मुख्यालय पर स्थित माथुर वैश्य, धर्मशाला, केनरा बैंक के पास की गई है. यूटा के जिलामंत्री राजीव वर्मा ने बताया कि, रात्रि विश्राम शिविर में यूटा के जिम्मेदार पदाधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र राठौर की पहल पर 300 से अधिक शिक्षिकाओं को ड्यूटी से मुक्त कराया गया है. ये शिक्षिकाएं हैं, जिनके बच्चे छोटे हैं. पति पत्नी दोनों की ड्यूटी लगी थी.
जिले में हैं 20.29 लाख वोटर
जिले में 20.29 लाख वोटर हैं. जो त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे. मगर, मतदान से पहले ही दो प्रधान, 83 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 6,441 ग्राम पंचायत सदस्य के उम्मीदवार जीत गए. जिला पंचायत सदस्य के सभी 51 वार्ड में उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. जिला पंचायत सदस्य के हर वार्ड में भाजपा ने उम्मीदवार उतारे हैं. कांग्रेस, सपा, बसपा, रालोद और आम आदमी पार्टी के भी उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
बूथों पर बांटे 1.33 करोड़ रुपये
बुधवार देर शाम ब्लॉक मुख्यालय से पोलिंग पार्टियां बूथों के लिए रवाना हो गई. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 13 हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. इस दौरान सभी 125 सेक्टर मजिस्ट्रेट जिले के 3,407 बूथों पर तैनात कार्मिकों को 1.33 करोड़ रुपये बांटे गए. पीठासीन अधिकारी को 12,00 रुपये, मतदान अधिकारी प्रथम और द्वितीय को 900- 900 रुपये और मतदान अधिकारी तृतीय को 600 रुपये दिए गए. इन रुपये से यह सभी कार्मिक चाय और नाश्ता करेंगे.
छह सुपर जोन और 15 जोन में बंटा जिला
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को सफल बनाने के लिए जिले को 6 सुपर जोन और 15 जोन में बांटा गया है. बूथों से 200 मीटर पहले ही वाहनों को रोक दिया जाएगा. बूथ में मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित रहेगा. जिले के 31 थाना क्षेत्र में चुनाव हो रहा है. इस दौरान सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के साथ ही पीएसी, एडीएम, एएसपी के साथ जिला प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी क्षेत्रों में भ्रमण करेंगे.
एक ही बैलेट बॉक्स में चार बैलेट पेपर
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार एक ही बैलट बॉक्स (मतपेटिका) में जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य के बैलट पेपर डाले जाएंगे. इसको लेकर बैलट पेपर के कलर का भी निर्धारण किया गया है. जिला पंचायत सदस्य के लिए बैलेट पेपर गुलाबी रंग, क्षेत्र पंचायत सदस्य का बैलेट पेपर नीले रंग, ग्राम प्रधान का बैलेट पेपर हरे रंग और ग्राम पंचायत सदस्य का बैलेट पेपर सफेद रंग का है.