आगरा: कस्बा शमसाबाद में दलित युवती की 2 दिन पूर्व गला रेत कर हत्या कर दी गई थी. हत्या के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था. पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए प्रेमी-प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
कस्बा शमसाबाद में दलित युवती पूनम, उम्र 19 साल की हत्या की जांच के लिए गठित पुलिस टीम ने मामले का खुलासा किया. पुलिस ने कस्बा शमसाबाद निवासी अर्जुन तथा उसकी प्रेमिका अंजली निवासी बड़ा गांव को हिरासत में लिया. पूछताछ की तो पता चला कि मृतक पूनम, अंजली की दोस्ती थी. अंजली जिस युवक से प्यार करती थी, उसी से पूनम प्यार करने लगी थी. यह बात अंजली को नागवार गुजरी. दोनों ने अंजली को रविवार देर शाम करीब सात बजे शमसाबाद बुलाया. बातचीत करते हुए तीनों एसएस डिग्री कॉलेज के पीछे पहुंचे. वहां पर अर्जुन और अंजली ने पूनम की हत्या कर दी. उसके बाद शव को बगल वाले गेहूं के खेत में फेंक दिया. हत्या करने के बाद दोनों अपने-अपने घर चले गए.
हत्या के बाद लाश जलाना चाहती थी प्रेमिका
पुलिस ने बताया कि जब दोनों ने युवती की हत्या कर दी, तो प्रेमिका युवती को जलवाना चाहती थी. लेकिन प्रेमी ने यह कह कर जलाने से इंकार कर दिया कि आग की लपट देख कर लोगों को पता चल जाएगा.
हत्यारों को रात भर नहीं आई नींद
हत्या करने के बाद प्रेमी-प्रेमिका रात में अपने-अपने घर चले गए. पुलिस पूछताछ में दोनों ने बताया कि रात भर नींद नहीं आई थी. बार-बार दिमाग में पूरा घटनाक्रम चल रहा था. सुबह होने का इंतजार था और घटनाक्रम के बाद सुबह की स्थिति पर पूरी नजर थी.
हत्यारोपी प्रेमी सुबह गया था युवती का शव देखने
हत्यारोपी युवक पूनम की हत्या करने के बाद सुबह तड़के 6 बजे फिर से घटनास्थल पर पहुंचकर यह देखने गया कि युवती की मौत हो चुकी है कि नहीं. जब पास जाकर देखा तो युवती की मौत हो चुकी थी. इसी दौरान एक युवक कुछ ही दूरी से गुजर रहा था, तो हत्यारोपित वहां से भाग खड़ा हुआ था.
षड्यंत्र के बाद निश्चित कर दी थी हत्या की तारीख
युवती की हत्या करने का षड्यंत्र घटना से दो दिन पहले ही मुकर्रर हो गया था. प्रेमी-प्रेमिका ने मिलकर युवती की हत्या की पूरी प्लानिंग दो दिन पहले ही कर ली थी. प्लानिंग के तहत ही युवती को फोन करके शमसाबाद बुलाया और सुनसान स्थान पर ले जाकर उसकी हत्या कर दी.
कॉल डिटेल से मिले थे सुराग
घटना के खुलासे के लिए एसएसपी के निर्देशन में एसपी पूर्वी अशोक वेंकट के, सीओ फतेहाबाद बीएस वीर कुमार द्वारा गठित की गई कई टीमें लगी हुई थीं. हत्या के खुलासे के लिए पुलिस टीम हर अपडेट को अधिकारियों द्वारा बनाए गए एक ग्रुप पर पहुंचा रहे थे. जो कोई भी सूचना मिलती, तुरंत उसको अपडेट किया जाता था. युवती के मोबाइल की कॉल डिटेल से हत्या से जुड़े घटनाक्रम की कड़ियां जुड़ती चली गईं. पुलिस ने जब मृतका पूनम की दोस्त अंजली और उसके प्रेमी अर्जुन को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो घटना की परतें खुलती चली गईं. पुलिस को दोनों ने पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया. पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गई अंजली ने पुलिस पूछताछ में बताया कि पूनम अर्जुन से प्यार करने लगी थी.
प्रेमी करता था वाहनों की धुलाई
हत्यारोपी अर्जुन शर्मा उम्र 24 निवासी कस्बा शमसाबाद कस्बे में ही वाहन धुलाई का कार्य करता था. उसके बड़ा गांव निवासी युवती अंजली से प्रेम सम्बंध थे. मृतक युवती पूनम, अंजली की दोस्त थी. पूनम, अंजली के प्रेमी अर्जुन को प्यार करने लगी. यह बात अंजली को नागवार गुजरी. रोज-रोज के क्लेश से परेशान होकर हत्यारोपी अर्जुन शर्मा और प्रेमिका अंजली ने पूनम को रास्ते से हटाने के लिए हत्या की योजना बनाई. युवती को फोन कर कस्बा शमसाबाद बुलाया. इसके बाद युवती को प्रेमी-प्रेमिका एसएस डिग्री कॉलेज के पीछे सुनसान जगह बातचीत करते हुए ले गए. वहां पर अंजली ने पूनम के बाल पकड़ लिए ओर प्रेमी ने चाकू से गला रेत कर हत्या कर दी.
सीरियल देख हत्या कर बचने का चुना था तरीका
सीरियल देखकर आरोपियों ने हत्या करने के बाद स्वयं को बचाने का तरीका सोचा. 15 दिन पूर्व गाड़ी की धुलाई कराने पहुंचे एक युवक की गाड़ी से अर्जुन को सिम मिली. इस सिम का प्रयोग अर्जुन ने कुछ दिन बाद किया. इसी सिम का पूनम से बातचीत में प्रयोग किया गया. जिससे अगर पुलिस पता करे तो हम साफ बच जाएं, लेकिन यह चाल हत्यारोपियों के काम नहीं आई. आरोपी पुलिस के शिकंजे में फंस गए.
पुलिस की इस टीम ने किया खुलासा
युवती की हत्या का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष शमसाबाद राकेश कुमार यादव, सब इंस्पेक्टर नीरज सिंह, सब इंस्पेक्टर हितेश कुमार आजाद, सब इंस्पेक्टर सोनू कुमार गुर्जर, कांस्टेबल मनोज यादव, कांस्टेबल दीपमाला आदि शामिल रहे.