आगरा: जिले के थाना जगनेर कांड के एक और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, वहीं दूसरे नामजद आरोपी की तलाश अभी भी जारी है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.
बता दें कि मामला थाना जगनेर क्षेत्र के नौनी का है. बीती तीन अप्रैल की रात 39 वर्षीय मनोज शर्मा को जगनेर पुलिस आईपीएल सट्टे की सूचना पर उठा लाई. चौकी पर लाकर उससे सौदेबाजी करने की कोशिश हुई, नाकाम होने पर उसे थर्ड डिग्री दी गई. पुलिस के गुर्गों ने उसकी पत्नी अनीता को पति का एनकाउंटर होने की सूचना दी जिससे आहत होकर पत्नी अनीता सदमे में आ गई और गेंहू में लगाने वाली गोलियों का सेवन कर मौत को गले लगा लिया. इस मामले से पुलिस महकमे में खलबली मच गई और रात में ही मनोज को छोड़ दिया गया.
मनोज ने बताया था कि घटना वाले दिन वह नौनी कोल्ड स्टोरेज पर कार्य कर रहा था. सोमवार की रात काम से लौटने के बाद एक अपरिचित का कॉल आया और उससे आईपीएल पर सट्टा खेलने की बात कही. मनोज ने समझा कोई मजाक कर रहा है तो उसने मजाक में ही बोल दिया कि खिलाते हैं तो कॉलर ने कहा कि दस हजार रूपए ले लो और चौराहे पर आ जाओ लेकिन मनोज नहीं गया. इसके बाद दो बार फिर से कॉल आई तो उसने नहीं उठाई.
इसके पांच मिनट बाद मनोज के पास रवि पचौरी का कॉल आया. उसके पास उनके बीस हजार रुपए थे. उसने कॉल करके कहा कि रैना देवी मंदिर पर आ जाओ और अपने रुपए ले जाओ. इस पर मनोज अपने बड़े बेटे को साथ बाइक से चला गया. वहां पर गिट्टी और ऊबड़ खाबड़ रास्ता होने के कारण थोड़ी दूर पर बाइक और बेटे को छोड़कर आगे मंदिर को ओर चला गया. वहां पर उसे निजी चार पहिया से उठा लिया गया और सरेंधि पुलिस पिकेट पर ले जाया गया.
पुलिस ने जगनेर कांड में शामिल विशाल को बाइक समेत गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार घटना की साजिश रवि, काकी और विशाल ने मिलकर रची थी. रवि ने मनोज को कॉल करके बुलाया था. विशाल और काकी दोनों बाइक से पहुंचे. दोनों ने मनोज को पकड़ लिया. बेरहमी से पीटने के बाद घरवालों से दो लाख रुपए मांगे. रुपए न देने पर रवि ने सागर नाम के सिपाही को कॉल किया. सागर दो अन्य सिपाहियों के साथ प्राइवेट कार से पहुंचा और मनोज को चौकी पर ले आया. चौकी पर आकर मनोज को मोबाइल स्विच ऑफ हो गया.
चार्ज किया तो घर से कॉल आई कि पत्नी ने आत्महत्या कर ली है. इस पर पुलिस ने उसे छोड़ दिया. पुलिस ने इस मामले में काकी परमार को रविवार को गिरफ्तार किया था. सोमवार को विशाल परमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया. एक अन्य आरोपी रवि पचौरी अभी भी फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आगरा पुलिस कमिश्नर डॉ प्रतिंदर सिंह ने पहले ही एक एसआई समेत चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था.