आगरा: ताजनगरी की सड़कों पर बिना हेलमेट पहने दोपहिया वाहन दौड़ाते आपने बहुत से लोगों को देखा होगा, लेकिन हम आपको शहर की एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे, जहां की जनता ने अनुशासन में मिसाल पेश की है. हम बात कर रहे हैं दयालबाग की. दयालबाग में छोटे बच्चे हों, युवा हों, महिला हो या फिर बुजुर्ग आपको सभी हेलमेट लगाए हुए ही दिखेंगे. वहीं खेतों में काम करने वाला किसान हो या फिर साइकिल सवार इंसान, आपको सभी हेलमेट लगाए हुए ही दिखाई देंगे. इन्हें देखकर आप जरुर अचरज करेंगे, लेकिन ये सभी लोग जिले में यातायात सुरक्षा का अनूठा संदेश दे रहे हैं.
सत्संग से मिली प्रेरणा
वसंत पंचमी पर आयोजित सत्संग में सभी लोगों को सुरक्षा का पाठ पढ़ाया गया और इस दौरान सभी को हेलमेट पहनने की बात कही गई. सत्संग में मिली सीख और संदेश को यहां के लोगों ने बड़ी गंभीरता से लिया. यही वजह है कि दयालबाग में चाहे छोटे बच्चे हों, युवा हों, महिलाएं हों या फिर बुजुर्ग सभी लोग आपको हेलमेट लगाए ही दिखाई देंगे.
सुरक्षा को लेकर सतर्क महिलाएं
महिलाओं ने बताया कि वे हेलमेट लगाने के साथ-साथ हाथों में डंडा भी लिए रहती हैं और ये सब वे अपनी सुरक्षा के लिए करती हैं. उनका कहना था कि डंडा उनकी पीटी का पार्ट है और हेलमेट उनकी सुरक्षा के लिए बहुत ही जरुरी है. सड़क पर चलते समय पता नहीं कौन टक्कर मार दे, इसलिए अपनी सुरक्षा बनाए रखने में ही फायदा है.
मालिक ने दी हेलमेट लगाने की हिदायत
दयालबाग निवासी मीनाक्षी भास्कर ने बताया कि उनके मालिक ने हेलमेट पहनने की हिदायत दी है. उन्होंने बताया कि हमारे मालिक ने जो हुक्म दिया है, उसका हम पालन करेंगे. यही कारण है कि हम कार में भी हेलमेट लगाकर ही चलते हैं, क्योंकि मालिक ने हमें सुरक्षा की दृष्टि से हेलमेट लगाने की हिदायत दी है.
इसे भी पढ़ें- आगरा: 'सियाराम परमधाम' से नौटंकी को मिली संजीवनी'
लोगों ने बताया कि हेलमेट हमारे शरीर का अभिन्न अंग है. इसे हम अपनी सुरक्षा के लिए पहनते हैं और अभी हाल में कई हादसे हुए हैं, इसलिए हमें सुरक्षा को लेकर पहले से ही सतर्क रहना चाहिए. दयालबाग के निवासी सुरक्षा को लेकर कहीं नाकहीं समाज को नया संदेश दे रहे हैं और इस संदेश से अगर समाज में थोड़ा भी बदलाव आता है तो यह सुरक्षा के लिए लोगों की तरफ से सकारात्मक कदम होगा.