ETV Bharat / state

Pakistan Locust Attack: खेतों की खड़ी फसल चट कर जाती है यह आफत

आगरा में इस साल भी पाकिस्तान से आई टिड्डी दलों का हमला (Pakistan Locust Attack) हो सकता है. संयुक्त राष्ट के खाद्य एवं कृषि संगठन ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है. आगरा कृषि विभाग ने भी टिड्डी दल (Locust Swarm) को लेकर किसानों को आगाह किया है.

locust attack again in agra  pakistan locust attack again in agra  locust attack in agra  agra district administration alert  pakistan locust attack news  pakistan locust attack in up  pakistan locust attack in agra  आगरा पर टिड्डी दल का हमला  पाकिस्तानी टिड्डी दल का हमला  टिड्डी दल का आगरा में हमला  टिड्डी दल का हमला  आगरा खबर  Pakistan Locust Attack  आगरा का कृषि विभाग  Locust Swarm
आगरा पर पाकिस्तानी टिड्डी दल का हमला.
author img

By

Published : May 31, 2021, 10:37 PM IST

Updated : Jun 1, 2021, 7:50 AM IST

आगराः पड़ोसी देश पाकिस्तान से आई टिड्डी दल का हमला (Pakistan Locust Attack) इस साल भी ताजनगरी पर हो सकता है. हवा का रूख बदलने से यह आफत राजस्थान की सीमा से देश में एंट्री ले सकती है. जो किसानों की खेतों की खड़ी फसल को चट कर लेगी. टिड्डी दल को लेकर संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन ने अलर्ट जारी किया है. जिसको लेकर आगरा का कृषि विभाग सतर्क हो गया है. जिले में टिड्डी दल (Locust Swarm) को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. जिले के किसानों को आगाह किया जा रहा है कि वे सतर्क हो जाएं. क्योंकि, बीते साल टिड्डी दलों ने आगरा में भारी नुकसान किया था.

आगरा पर पाकिस्तानी टिड्डी दल का हमला.

बता दें कि, टिड्डी दल के यूपी में संभावित हमले को लेकर कृषि निदेशक डॉ. एपी श्रीवास्तव ने बीते दिनों अलर्ट जारी किया है. टिड्डी दल से बचाव के लिए समुचित तैयारी करने के लिए सभी जिलों के उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिए हैं. निर्देश में कहा गया है कि ग्राम प्रधान, लेखपाल, ग्राम विकास अधिकारी और अन्य कार्मिकों के माध्यम से किसानों को जागरूक करें. इसके साथ ही टिड्डी दल से निपटने के लिए जरूरी रसायनिक दवाएं खरीद लें.

ब्लॉक स्तरीय टीमें कर रही जागरूक

जिला कृषि अधिकारी डॉ. राम प्रवेश ने बताया कि टिड्डी दल को लेकर जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है. किसानों को टिड्डी दल से बचाव की जानकारी दी जा रही है. ब्लॉक स्तरीय टीम गांवों में जाकर किसानों से संपर्क कर रही है. आगरा की सीमा से सटे पड़ोसी राज्य के जिला भरतपुर और धौलपुर के कृषि अधिकारियों से भी समन्वय किया जा रहा है. जिससे राजस्थान से टिड्डी दल के एंट्री लेने की और लोकेशन का सही पता चल सके. हवा के साथ तीन से चार दिन में राजस्थान से आगरा में टिड्डी दल आ सकता है.

locust attack again in agra  pakistan locust attack again in agra  locust attack in agra  agra district administration alert  pakistan locust attack news  pakistan locust attack in up  pakistan locust attack in agra  आगरा पर टिड्डी दल का हमला  पाकिस्तानी टिड्डी दल का हमला  टिड्डी दल का आगरा में हमला  टिड्डी दल का हमला  आगरा खबर
टिड्डी दल को खेत से भगाता किसान परिवार. (फाइल फोटो)

इसे भी पढ़ें- ताजनगरी में टिड्डियों का हमला, जानिए शहर में कहां डाला डेरा

इन कीटनाशक से मरेंगे टिड्डी

जिला कृषि अधिकारी डॉ. राम प्रवेश ने बताया कि टिड्डी दल से निपटने के लिए जरूरी कीटनाशक का पूरा इंतजाम है. किसानों के ट्रैक्टर से कीटनाशक का टिड्डी दलों पर स्प्रे किया जाएगा. जब रात में टिड्डी दल खेत या अन्य जगह प्रवास करते हैं. उस समय टिड्डी दल पर क्लोरोपाइरीफास 20 प्रतिशत ईसी या लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 5 प्रतिशत ईसी या मैलाथियान 50 प्रतिशत ईसी कीटनाशक में से किसी एक कीटनाशक का छिड़काव करते हैं. जिससे टिड्डियां का खात्मा हो जाता है.

इन फसल पर खतरा

हरी सब्जियां, मूंग, बाजरा और अन्य.

यह करें किसान

  • धुआं करने से टिड्डी फसलों पर नहीं बैठता और आगे बढ़ जाता है, ऐसे में खेतों पर धुआं करें.
  • तेज आवाज से टिड्डियां डरती हैं और भागती हैं. ऐसे में शोर मचाने, पटाखे फोडें, नगाड़े, ड्रम, टिन के डिब्बा, डीजे और थाली लेकर खेतों में बजाएं.
  • टिड्डियां दिन में ही पौधों की पत्तियां खाती हैं. इसलिए किसान खेतों पर रखवाली करें.
  • टिड्डियां शाम छह बजे के बाद जमीन, मकान या पेड़ों पर बैठती हैं. फिर सूरज निकलने पर उड़ती हैं. इसलिए देर रात में टिड्डी दलों पर कीटनाशक का छिड़काव कराना चाहिए.
  • किसानों को चाहिए कि अपनी फसल में नीम के तेल को पानी में मिलाकर छिड़काव करें.

आगराः पड़ोसी देश पाकिस्तान से आई टिड्डी दल का हमला (Pakistan Locust Attack) इस साल भी ताजनगरी पर हो सकता है. हवा का रूख बदलने से यह आफत राजस्थान की सीमा से देश में एंट्री ले सकती है. जो किसानों की खेतों की खड़ी फसल को चट कर लेगी. टिड्डी दल को लेकर संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन ने अलर्ट जारी किया है. जिसको लेकर आगरा का कृषि विभाग सतर्क हो गया है. जिले में टिड्डी दल (Locust Swarm) को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. जिले के किसानों को आगाह किया जा रहा है कि वे सतर्क हो जाएं. क्योंकि, बीते साल टिड्डी दलों ने आगरा में भारी नुकसान किया था.

आगरा पर पाकिस्तानी टिड्डी दल का हमला.

बता दें कि, टिड्डी दल के यूपी में संभावित हमले को लेकर कृषि निदेशक डॉ. एपी श्रीवास्तव ने बीते दिनों अलर्ट जारी किया है. टिड्डी दल से बचाव के लिए समुचित तैयारी करने के लिए सभी जिलों के उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिए हैं. निर्देश में कहा गया है कि ग्राम प्रधान, लेखपाल, ग्राम विकास अधिकारी और अन्य कार्मिकों के माध्यम से किसानों को जागरूक करें. इसके साथ ही टिड्डी दल से निपटने के लिए जरूरी रसायनिक दवाएं खरीद लें.

ब्लॉक स्तरीय टीमें कर रही जागरूक

जिला कृषि अधिकारी डॉ. राम प्रवेश ने बताया कि टिड्डी दल को लेकर जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है. किसानों को टिड्डी दल से बचाव की जानकारी दी जा रही है. ब्लॉक स्तरीय टीम गांवों में जाकर किसानों से संपर्क कर रही है. आगरा की सीमा से सटे पड़ोसी राज्य के जिला भरतपुर और धौलपुर के कृषि अधिकारियों से भी समन्वय किया जा रहा है. जिससे राजस्थान से टिड्डी दल के एंट्री लेने की और लोकेशन का सही पता चल सके. हवा के साथ तीन से चार दिन में राजस्थान से आगरा में टिड्डी दल आ सकता है.

locust attack again in agra  pakistan locust attack again in agra  locust attack in agra  agra district administration alert  pakistan locust attack news  pakistan locust attack in up  pakistan locust attack in agra  आगरा पर टिड्डी दल का हमला  पाकिस्तानी टिड्डी दल का हमला  टिड्डी दल का आगरा में हमला  टिड्डी दल का हमला  आगरा खबर
टिड्डी दल को खेत से भगाता किसान परिवार. (फाइल फोटो)

इसे भी पढ़ें- ताजनगरी में टिड्डियों का हमला, जानिए शहर में कहां डाला डेरा

इन कीटनाशक से मरेंगे टिड्डी

जिला कृषि अधिकारी डॉ. राम प्रवेश ने बताया कि टिड्डी दल से निपटने के लिए जरूरी कीटनाशक का पूरा इंतजाम है. किसानों के ट्रैक्टर से कीटनाशक का टिड्डी दलों पर स्प्रे किया जाएगा. जब रात में टिड्डी दल खेत या अन्य जगह प्रवास करते हैं. उस समय टिड्डी दल पर क्लोरोपाइरीफास 20 प्रतिशत ईसी या लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 5 प्रतिशत ईसी या मैलाथियान 50 प्रतिशत ईसी कीटनाशक में से किसी एक कीटनाशक का छिड़काव करते हैं. जिससे टिड्डियां का खात्मा हो जाता है.

इन फसल पर खतरा

हरी सब्जियां, मूंग, बाजरा और अन्य.

यह करें किसान

  • धुआं करने से टिड्डी फसलों पर नहीं बैठता और आगे बढ़ जाता है, ऐसे में खेतों पर धुआं करें.
  • तेज आवाज से टिड्डियां डरती हैं और भागती हैं. ऐसे में शोर मचाने, पटाखे फोडें, नगाड़े, ड्रम, टिन के डिब्बा, डीजे और थाली लेकर खेतों में बजाएं.
  • टिड्डियां दिन में ही पौधों की पत्तियां खाती हैं. इसलिए किसान खेतों पर रखवाली करें.
  • टिड्डियां शाम छह बजे के बाद जमीन, मकान या पेड़ों पर बैठती हैं. फिर सूरज निकलने पर उड़ती हैं. इसलिए देर रात में टिड्डी दलों पर कीटनाशक का छिड़काव कराना चाहिए.
  • किसानों को चाहिए कि अपनी फसल में नीम के तेल को पानी में मिलाकर छिड़काव करें.
Last Updated : Jun 1, 2021, 7:50 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.