आगरा: यूपी पुलिस के मुखिया डीजीपी ओपी सिंह ने आगरा नगर निगम में स्थित स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम की पड़ताल की. उन्होंने समझा कि किस तरह से क्राइम कंट्रोल, ट्रैफिक मैनेजमेंट या अन्य किसी हालात में कंट्रोल रूम मददगार बनेगा. इस दौरान उन्होंने पर्यटन से लेकर तमाम अन्य मुद्दों पर जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों से बातचीत की.
अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए
बता दें कि अयोध्या फैसले से पहले सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डीजीपी ओपी सिंह आगरा आए, क्योंकि आगरा में ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी और अन्य ऐतिहासिक इमारत हैं. इस बारे में उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि कहीं भी कोई लापरवाही न हो.
डीजीपी ओपी सिंह शुक्रवार रात करीब सवा सात बजे नगर निगम के स्मार्ट सिटी इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम पहुंचे. उन्होंने पहले ट्रैफिक में किस तरह से कंट्रोल रूम पुलिस की मदद करेगा, इस पर चर्चा की. ई-चालान समेत अन्य तमाम जानकारियां लीं. इसके बाद उन्होंने पुलिस की गाड़ियों के बारे में भी जानकारी ली.
डीजीपी ओपी सिंह ने अधिकारियों से पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल किया. स्मार्ट सिटी इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम के अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी में फेस रीडिंग की भी खासियत है. जो भी टूरिस्ट को परेशान करेगा, उस पर नजर रखी जा सकेगी.
मीडिया से रूबरू हुए डीजीपी ओपी सिंह
मीडिया से रूबरू होने पर डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि स्मार्ट सिटी कार इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम अपराध और अपराधी दोनों पर नजर रखने में अहम भूमिका निभाएगा. ई-चालान भी कंट्रोल रूम से किया जा सकता है. यह बहुत ही बेहतर है. कंट्रोल रूम का काम पूरा होने के बाद यह सभी सुविधाओं से लैस होगा.