आगरा: जनपद के बाह तहसील क्षेत्र (Bah Tehsil Area) से सटी चंबल नदी (Chambal River) में जलीय जीवों के साथ जंगली जानवरों व पक्षियों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है. चंबल क्षेत्र में इंडियन स्कीमर (Indian Skimmer) का कुनबा बढ़ने से वन विभाग (Forest Department) काफी उत्साहित है. वह लगातार पक्षियों (birds) की मॉनीटरिंग (Monitoring) कर रहा है.
बता दें, चंबल में प्रजनन करने वाली हिमालयन चिड़िया इंडियन स्कीमर नदी के टापू की बालू में बने घोंसले में अपने अण्डे और बच्चों को बचाने के लिए विशाल पक्षी बाज से भी लड़ जाती है. शोध में सामने आए इस तथ्य के गवाह बने वन कर्मी इंडियन स्कीमर की इस खूबी को देखकर आश्चर्य में पड़े बिना नहीं रहते. सर्दियों में हिमालय क्षेत्र से चंबल का रुख कर गर्मी के सीजन में वापस लौटने वाली इंडियन स्कीमर अब चंबल में स्थाई ठिकाना बनाकर प्रजनन करने लगी है.
वन विभाग दिन-रात कर रहा निगरानी
मई माह में चंबल के नंदगवां में नदी के टापू की बालू में इंडियन स्कीमर ने घोंसले बनाकर अण्डे दिए थे. वन विभाग का अमला घोंसले वाले क्षेत्र में दिन-रात निगरानी कर रहा था. निगरानी में जुटे वन कर्मी नंदराम ने बताया कि घोंसले में अपने अण्डों और बच्चों को बाज के हमले से बचाने के लिए इंडियन स्कीमर समूह में बाज से भी लड़ जाती है.
इंडियन स्कीमर के बच्चों का हाल जानने पहुंचे रेंजर बाह
पक्षी के गर्म तपती रेत पर बने घोंसले में उड़ान भरने लायक हुए इंडियन स्कीमर के बच्चों का हाल जानने के लिए पहुंचे रेंजर बाह आरके सिंह राठौड़ ने उनके घोंसले से लेकर विचरण तक को देखा. सब कुछ सामान्य मिलने पर उन्होंने बताया कि चंबल में इंडियन स्कीमर के कुनबे में बच्चों का शामिल होना विभाग के लिए सुखद अहसास है. वन विभाग अमला इससे उत्साहित दिख रहा है.
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झोपड़ी बनाकर की जा रही अंडों और बच्चों की रखवाली
उन्होंने बताया कि जंगली जानवरों से अण्डों बच्चों को बचाने के लिए वन विभाग की टीम बालू पर झोंपड़ी डालकर रखवाली कर रही है. सुंदर पक्षी इंडियन स्कीमर का कुनबा चंबल में बढ़ने से वन विभाग उत्साहित दिख रहा है. वह लगातार इनकी निगरानी (Monitoring) कर रहा है.