आगराः जेएनयू के छात्रों के समर्थन में आगरा कॉलेज पर एनएसयूआई के साथ छात्रों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान तख्तियों पर नारे लिख कर छात्रों ने नारेबाजी की. छात्रों का कहना था कि जेएनयू प्रकरण में छात्रों के साथ अन्याय हुआ है और एनएसयूआई हर तरह से छात्रों के साथ है.
आगराः जेएनयू छात्रों के समर्थन में आई NSUI, कॉलेज में प्रदर्शन
जेएनयू छात्रों पर लाठीचार्ज के विरोध में गुरुवार को एनएसयूआई के छात्रों ने आगरा कॉलेज में प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा की हम जेएनयू के छात्रों का समर्थन करते हैं.
जिलाध्यक्ष मनोज कुमारी
आगराः जेएनयू के छात्रों के समर्थन में आगरा कॉलेज पर एनएसयूआई के साथ छात्रों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान तख्तियों पर नारे लिख कर छात्रों ने नारेबाजी की. छात्रों का कहना था कि जेएनयू प्रकरण में छात्रों के साथ अन्याय हुआ है और एनएसयूआई हर तरह से छात्रों के साथ है.
Intro:जेएनयू छात्रों पर लाठीचार्ज के विरोध में आज एनएसयूआई के छात्रों द्वारा आगरा कालेज में प्रदर्शन किया गया।इस दौरान तख्तियों पर नारे लिख कर छात्रों ने प्रदर्शन किया।छात्रों का कहना था कि जेएनयू प्रकरण में छात्रों के साथ अन्याय हुआ है और एनएसयूआई हर तरह से छात्रों के साथ है।
Body:बता दे कि जेएनयू के छात्र वहातराओं द्वारा फीस वृद्धि के विरोध में किये जा रहे आंदोलन के दौरान संसद का घेराव करने का प्रयास करने पर उनपर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया था।लाठीचार्ज के बाद पूरे देश से पाजिटिव और निगेटिव प्रक्रियाएं आ रही थी।इसी क्रम में आज एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष बिलाल कुरेशी के नेतृत्व में छात्रों द्वारा आगरा कालेज पर प्रदर्शन किया गया।इस दौरान कांग्रेस की जिलाध्यक्ष मनोज कुमारी भी साथ मौजूद रहीं।
बाईट-बिलाल अहमद जिलाध्यक्ष एनएसयूआई
बाईट मनोज कुमारी जिलाध्यक्ष कांग्रेसConclusion:
Body:बता दे कि जेएनयू के छात्र वहातराओं द्वारा फीस वृद्धि के विरोध में किये जा रहे आंदोलन के दौरान संसद का घेराव करने का प्रयास करने पर उनपर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया था।लाठीचार्ज के बाद पूरे देश से पाजिटिव और निगेटिव प्रक्रियाएं आ रही थी।इसी क्रम में आज एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष बिलाल कुरेशी के नेतृत्व में छात्रों द्वारा आगरा कालेज पर प्रदर्शन किया गया।इस दौरान कांग्रेस की जिलाध्यक्ष मनोज कुमारी भी साथ मौजूद रहीं।
बाईट-बिलाल अहमद जिलाध्यक्ष एनएसयूआई
बाईट मनोज कुमारी जिलाध्यक्ष कांग्रेसConclusion: