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...छलक आईं आंखें, जब 10 साल बाद बिछड़े बेटे से मिली मां

यूपी के आगरा जिले के शमसाबाद थाना क्षेत्र में 10 साल पहले बिछड़ी हुई मां रविवार को अपने इकलौते बेटे से मिली. मां से मिलते ही बेटे की आंखें भर आईं. इस दौरान काफी देर तक मां अपने बेटे को निहारती रही.

दस साल बाद मां से मिला युवक.
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Published : Aug 12, 2019, 9:40 AM IST

आगरा: 10 साल पहले एक महिला अपने परिवार से बिछड़ गई थी. परिवार के लोग और रिश्तेदार सभी महिला के मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे. मगर इकलौते बेटे महेंद्र को उम्मीद थी कि मां जरूर लौटेगी. तमाम प्रयास भी किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली. विगत बुधवार को पुलिस से जब मां के यहां मिलने की सूचना मिली तो बेटे की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. रविवार देर रात 12 बजे बेटा महेंद्र मां को लेने आगरा पहुंच गया.

दस साल बाद बिछड़ी मां से मिला बेटा, देखें वीडियो.

इस तरह मां से 10 साल बाद मिला बेटा
जनपद आगरा के शमसाबाद कस्बे में बुधवार को बच्चा चोर की अफवाह फैलाकर भीड़ ने मानसिक विक्षिप्त महिला से मारपीट की थी. इसके बाद महिला को पुलिस के सुपुर्द कर दिया. शमसाबाद एसओ अरविंद सिंह ने मानवीयता दिखाते हुए महिला को नए कपड़े पहनाए और खाना खिलाया था. काफी प्रयास के बाद महिला ने अपने भाई का नाम और जिले का नाम बता दिया था. गूगल की मदद से शमसाबाद पुलिस ने गुजरात के कई थानों में संपर्क किया और पुलिस ने परिवार को खोज निकाला.

यह भी पढ़ें:उपद्रव करने वालों की जगह पाकिस्तान या कब्रिस्तान में होनी चाहिए: अमर सिंह

शमसाबाद में भीड़ द्वारा पकड़ी गई महिला गुजरात के सनखेड़ा की रहने वाली शांताबाई तड़वी निकली. वह 11 साल पहले मानसिक रूप से परेशान थी और अचानक एक दिन घर छोड़ दिया. उसके परिवार में एक बेटा और दो बेटियां हैं. इकलौता बेटा महेंद्र (36) रविवार की रात 11 बजे आगरा फोर्ट स्टेशन पर पहुंचा. यहां अधिकारियों को महेंद्र के आने की जानकारी हुई, जिसके बाद एसपी पूर्वी महेंद्र को लेने के लिए पहुंचे.

थम नहीं रहे थे खुशी के आंसू
एसपी पूर्वी के साथ महेंद्र थाना शमसाबाद पहुंचा. थाना शमसाबाद पहुंचते ही महेंद्र ने जैसे ही अपनी मां को देखा, उसकी आंखें नम हो गई. उधर बेटे को देखकर मां भी फूट-फूटकर खुशी के आंसू रोने लगी. महेंद्र तो अपनी मां से मिलने के बाद बहुत खुश था. उसका कहना था पुलिस उसके लिए भगवान से कम नहीं है क्योंकि 10 साल बाद उसकी बिछड़ी मां से पुलिस ने उसे मिलवाया. उसकी आंखों में मां से बात करते समय हर पल और हर बात पर आंसू झलक रहे थे.

यह भी पढ़ें: बकरीद को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट का आया आदेश, मुस्लिम धर्मगुरुओं ने दी ये प्रतिक्रिया

सोमवार को ईद का अवकाश होने के कारण कानूनी औपचारिकताएं पूरी नहीं हो पाएगी. तब तक मां-बेटे को पुलिस अपने पास ही रखेगी. मंगलवार को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें घर भेज दिया जाएगा.
-प्रभात कुमार, सीओ फतेहाबाद

ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. अपने घर से चलने के दौरान ईटीवी भारत को बेटे ने अपने आने की तस्वीरें भेजी थी.

यह भी पढ़ें: कश्मीरी बंदियों को आगरा जेल शिफ्ट किए जाने के बाद प्रमुख सचिव गृह ने किया निरीक्षण

आगरा: 10 साल पहले एक महिला अपने परिवार से बिछड़ गई थी. परिवार के लोग और रिश्तेदार सभी महिला के मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे. मगर इकलौते बेटे महेंद्र को उम्मीद थी कि मां जरूर लौटेगी. तमाम प्रयास भी किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली. विगत बुधवार को पुलिस से जब मां के यहां मिलने की सूचना मिली तो बेटे की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. रविवार देर रात 12 बजे बेटा महेंद्र मां को लेने आगरा पहुंच गया.

दस साल बाद बिछड़ी मां से मिला बेटा, देखें वीडियो.

इस तरह मां से 10 साल बाद मिला बेटा
जनपद आगरा के शमसाबाद कस्बे में बुधवार को बच्चा चोर की अफवाह फैलाकर भीड़ ने मानसिक विक्षिप्त महिला से मारपीट की थी. इसके बाद महिला को पुलिस के सुपुर्द कर दिया. शमसाबाद एसओ अरविंद सिंह ने मानवीयता दिखाते हुए महिला को नए कपड़े पहनाए और खाना खिलाया था. काफी प्रयास के बाद महिला ने अपने भाई का नाम और जिले का नाम बता दिया था. गूगल की मदद से शमसाबाद पुलिस ने गुजरात के कई थानों में संपर्क किया और पुलिस ने परिवार को खोज निकाला.

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शमसाबाद में भीड़ द्वारा पकड़ी गई महिला गुजरात के सनखेड़ा की रहने वाली शांताबाई तड़वी निकली. वह 11 साल पहले मानसिक रूप से परेशान थी और अचानक एक दिन घर छोड़ दिया. उसके परिवार में एक बेटा और दो बेटियां हैं. इकलौता बेटा महेंद्र (36) रविवार की रात 11 बजे आगरा फोर्ट स्टेशन पर पहुंचा. यहां अधिकारियों को महेंद्र के आने की जानकारी हुई, जिसके बाद एसपी पूर्वी महेंद्र को लेने के लिए पहुंचे.

थम नहीं रहे थे खुशी के आंसू
एसपी पूर्वी के साथ महेंद्र थाना शमसाबाद पहुंचा. थाना शमसाबाद पहुंचते ही महेंद्र ने जैसे ही अपनी मां को देखा, उसकी आंखें नम हो गई. उधर बेटे को देखकर मां भी फूट-फूटकर खुशी के आंसू रोने लगी. महेंद्र तो अपनी मां से मिलने के बाद बहुत खुश था. उसका कहना था पुलिस उसके लिए भगवान से कम नहीं है क्योंकि 10 साल बाद उसकी बिछड़ी मां से पुलिस ने उसे मिलवाया. उसकी आंखों में मां से बात करते समय हर पल और हर बात पर आंसू झलक रहे थे.

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सोमवार को ईद का अवकाश होने के कारण कानूनी औपचारिकताएं पूरी नहीं हो पाएगी. तब तक मां-बेटे को पुलिस अपने पास ही रखेगी. मंगलवार को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें घर भेज दिया जाएगा.
-प्रभात कुमार, सीओ फतेहाबाद

ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. अपने घर से चलने के दौरान ईटीवी भारत को बेटे ने अपने आने की तस्वीरें भेजी थी.

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Intro:10 साल पहले मां की बिछड़ गई थी. परिवार के लोगों और रिश्तेदार सभी को मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे. मगर इकलौते बेटे महेंद्र को उम्मीद थी कि मां जरूर लौटेगी. तमाम प्रयास भी किए लेकिन सफलता नहीं मिली. विगत बुधवार को पुलिस से जब मां के यहां मिलने की सूचना मिली तो खुशी का ठिकाना नहीं था. रविवार देर रात 12 बजे बेटा महेंद्र मां को लेने आगरा पहुंच गया.Body:10 वर्ष बाद बिछड़ी मां से मिला बेटा

देर रात आगरा फोर्ट स्टेशन पर पहुंचा बेटा

एसपी पूर्वी लेने पहुंचे, शमशाबाद मां से मिलते ही आंखें भर आई

काफी देर तक अपने बेटे को निहारती रही माँ

मां की ममता देख भावुक हुआ बेटा

ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाई थी खबर

अपने घर से चलने के दौरान ईटीवी भारत को भेजी थी अपने आने की तस्वीरें


10 साल पहले मां की बिछड़ गई थी. परिवार के लोगों और रिश्तेदार सभी को मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे. मगर इकलौते बेटे महेंद्र को उम्मीद थी कि मां जरूर लौटेगी. तमाम प्रयास भी किए लेकिन सफलता नहीं मिली. विगत बुधवार को पुलिस से जब मां के यहां मिलने की सूचना मिली तो खुशी का ठिकाना नहीं था. रविवार देर रात 12 बजे बेटा महेंद्र मां को लेने आगरा पहुंच गया.
जनपद आगरा के शमसाबाद कस्बे में बुधवार को बच्चा चोर की अफवाह फैलाकर भीड़ ने मानसिक विक्षिप्त महिला से मारपीट की थी. इसके बाद महिला को पुलिस के सुपुर्द कर दिया. शमसाबाद एसओ अरविंद सिंह ने मानवीयता दिखाते हुए महिला को नए कपड़े पहनाए और खाना खिलाया था. काफी प्रयास के बाद महिला ने अपने भाई का नाम और जिले का नाम बता दिया था. गूगल की मदद से शमसाबाद पुलिस ने गुजरात के कई थानों में संपर्क किया. इससे पुलिस ने परिवार को खोज निकाला. शमसाबाद में भीड़ द्वारा पकड़ी गई महिला गुजरात के सनखेड़ा निवासी शांताबाई तड़वी निकली. वह 11 साल पहले मानसिक रूप से परेशान थी और अचानक एक दिन घर छोड़ दिया. उसके परिवार में एक बेटा और दो बेटियां हैं. एकलौता बेटा 36 वर्षीय महेंद्र रविवार को 11:00 बजे आगरा फोर्ट स्टेशन पर पहुंचा. यहां अधिकारियों को महेंद्र के आने की हुई. के बाद एसपी पूर्वी महेंद्र को लेने के लिए पहुचे. उसके बाद महिंद्र थाना शमसाबाद पहुंचा. थाना शमसाबाद पहुंचते ही महेंद्र ने जैसे ही अपनी मां को देखा आंखें नम हो गई. उधर माँ भी फूट-फूटकर खुशी के आंसू रोने लगी. सीओ फतेहाबाद प्रभात कुमार ने बताया कि सोमवार को ईद का अवकाश होने के कारण कानूनी औपचारिकताएं पूरी नहीं हो
पाएगी. तब तक मां बेटे को पुलिस अपने पास ही रखेगी. मंगलवार को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें घर भेज दिया जाएगा. महेंद्र तो अपनी मां से मिलने के बाद बहुत खुश था. उसका कहना था पुलिस उसके लिए भगवान से कम नहीं है क्योंकि 10 साल बाद उसकी बिछड़ी माँ से पुलिस ने मिलवाया. उसकी आंखों में मां से बात करते समय हर पल हर बात पर आंसू झलक रहे थे. Conclusion:1- सीओ फतेहाबाद प्रभात कुमार
2- थानाध्यक्ष शमशाबाद अरविंद सिंह
3- मां से मिला बेटा महेंद्र
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