आगरा: हाथरस कांड को लेकर शनिवार को वाल्मीकि समाज में आक्रोश व्याप्त था. जिसको लेकर हड़ताल को स्थगित कराने के लिए प्रशासन ने जोर जबरदस्ती की थी. इस पर वाल्मीकि समाज ने पुलिस पर पथराव किया था. वहीं दूसरे दिन भी कुछ अराजकतत्वों ने पथराव किया है.
आगरा में नगर निगम के वाहनों पर दूसरे दिन भी पथराव किया गया. रविवार को कोठी मीना बाजार स्थित नगर निगम की वर्कशॉप से बाहर निकलते ही वाहनों पर पत्थर फेंके गए. इनमें एक वाहन का शीशा टूट गया. पुलिस के कड़े पहरे में नगर निगम के वाहनों को बाहर निकाला गया. वहीं कोठी मीना बाजार, राजनगर और रेलवे लाइन जगहों पर पीएसी तैनात की गई है.
शनिवार को भी हुआ था पथराव
शनिवार को हुए बवाल में नगर निगम ने पांच आउटसोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है. सफाई कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में नगर निगम ने पांच आउटसोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है, वहीं जलकल विभाग के कर्मचारी को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं. शनिवार को हड़ताल के बाद पथराव और सफाई कार्य ठप होने पर रविवार देर शाम नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे ने कड़ी कार्रवाई की है.
उन्होंने आउटसोर्स सफाई कर्मचारी आजाद वाल्मीकि पुत्र ओम प्रकाश, रजत पुत्र राजेश और आउटसोर्स ड्राइवर राहुल, रोहित और कन्हैया की सेवाओं को समाप्त कर दिया. जलकल विभाग में कार्यरत सिकंदर चौहान पुत्र ओम प्रकाश को भी निलंबित करने के लिए जलकल महाप्रबंधक को निर्देश दिए गए हैं.
हाथरस कांड को लेकर प्रदर्शन में सफाई कर्मचारी दो गुटों में बंट गए हैं. रविवार को एक गुट के कर्मचारी काम पर लौट आए थे. जिससे गुस्साए समाज के लोगों ने पथराव किया. लेकिन पुलिस और पीएसी की मौजूदगी में उपद्रवी विफल साबित हुए. नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे ने कहा है कि जिन लोगों ने सफाई कार्य में बाधा पहुंचाई है, उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. जो लोग सफाई में बाधा पहुंचाने का प्रयास करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.