आगरा: मामला गांव बरारा का है. गांव में पूजा देवी के नाम से मंदिर है. 17 वर्षीय किशोर सुबह अपने माता-पिता के साथ मंदिर गया था. मंदिर की देखरेख करने वाले लोगों ने उसे पकड़ लिया और उस पर चोरी का आरोप लगाने लगे. मंदिर के लोगों ने आरोप लगाया कि किशोर ने दान के 500 रुपये चुरा लिए हैं. मारपीट करके किशोर को मंदिर से भगा दिया गया. फिर करीब एक घंटे बाद कुछ लोग एकजुट होकर किशोर के घर पहुंचे, उसे पकड़कर अपने साथ ले गए. इस दौरान भीड़ जुटी और पंचायत हुई.
पिता ने दी तहरीर
पीड़ित किशोर के पिता ने पुलिस को बताया कि गांव के मंदिर की देखभाल करने वालों ने बेटे पर चोरी का आरोप लगाया. मंदिर वालों के समर्थकों ने ही फैसला सुना दिया. पंचों ने फैसला सुनाया कि इसका मुंडन करा कर पीटा जाए, ताकि यह भविष्य में ऐसी हरकत न करे. पंचों ने नाई बुला लिया और मेरे नाबालिग बेटे का सिर उस्तरा से मुंडवा दिया, विरोध करने पर उसे बेरहमी से पीटा. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
पीड़ित परिवार के समर्थन में आए लोग
गांव में चोरी के शक में किशोर के साथ मारपीट करने और फिर पंचायत में उसका सिर मुंडवाने को लेकर गांव के कुछ लोग पीड़ित परिवार के समर्थन में आ गए. उन्होंने कहा कि लड़के को समझाया जा सकता था. उसके माता-पिता से शिकायत की जा सकती थी. अमानवीय सजा देने का लोगों को किसने अधिकार दिया है.
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि थाने पर सूचना मिली थी, किशोर को थाना लाकर मेडिकल कराने के निर्देश दिए गए हैं. उसके घरवालों की तहरीर पर मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
एसपी ग्रामीण रवि कुमार ने बताया कि मामले को संज्ञान में लेकर नाबालिग किशोर के पिता की शिकायत पर 8 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, अन्य लोगों की तलाश जारी है.