आगरा: एलओसी पर ड्यूटी के दौरान एक हादसे में शहीद हुए सैनिक का पार्थिव शरीर सोमवार को आगरा पहुंचा. शहीद के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई.
थाना पिनाहट क्षेत्र के कस्बा भदरौली के पछाय थोक निवासी लोकेंद्र सिंह तोमर (32) पुत्र महाराज सिंह तोमर सन् 2011 में भारतीय सेना की 18 राजपूताना राइफल्स में भर्ती हुए थे. वर्तमान में वह कश्मीर के गुलमर्ग (बारामूला) के बार्डर पर तैनात थे. ड्यूटी के दौरान अचानक आकाशीय बिजली गिरने से उनकी मौत हो गई थी. सेना ने इसकी सूचना परिजनों को दी थी.
सोमवार सुबह सेना के हेलीकॉप्टर से शहीद का शव आगरा एयरपोर्ट पहुंचा. एयरपोर्ट पर आगरा के जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह एवं एसएसपी आगरा समेत सेना के अधिकारियों ने फूल माला पुष्प अर्पित कर शहीद को श्रद्धाजंलि अर्पित की. इसके बाद शव पैतृक गांव भदरौली ले जाया गया. यहां बड़ी संख्या में लोग शव के अंतिम दर्शन को पहुंचे. शहीद की पत्नी ललिता देवी व मां सुबोध देवी का रो-रोकर बुरा हाल रहा.
लोकेंद्र सिंह तोमर के पार्थिव शरीर का पैतृक खेत में दाह संस्कार किया गया. पांच वर्ष के बेटे अविनाश ने पिता के शव को मुखाग्नि दी. पुलिस और सेना के जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी. अविनाश ने कहा कि पिता की तरह वह भी सेना में अफसर बनकर देश की सेवा करेगा.
शहीद लोकेंद्र की 2015 में कस्बा जरार की ललिता देवी से शादी हुई थी. जवान के 5 वर्ष का पुत्र अविनाश एवं 2 वर्ष की पुत्री अर्पिता है. विधायक बाह रानी पक्षालिका सिंह एवं पूर्व मंत्री राजा अरिदमन सिंह ने शहीद के शव पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही शासन की ओर से शहीद की पत्नी को 35 लाख एवं पिता को 15 लाख का चेक दिया.
अंतिम दर्शन के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष आगरा मंजू भदौरिया ने शहीद को श्रद्धांजलि देकर शहीद के नाम से भदरौली में मुख्य द्वार बनवाने की घोषणा की. यहां एडीएम आगरा जेएन सचान, एसडीएम बाह रतन सिंह वर्मा, एसपी पूर्वी सोमेंद्र मीणा, क्षेत्राधिकारी पिनाहट भरत पांडेय, थाना प्रभारी पिनाहट, कुलदीप कुमार सिंह, सैन्य बोर्ड अधिकारी आगरा कमांडेंड प्रणय रावत, पूर्व फौजी सूबेदार गजेंद्र सिंह परिहार, चौकी इंचार्ज रविंद्र कुमार आदि मौजूद थे.
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