आगरा : जिले के भव्य और नव्य राम मंदिर में प्रभु श्रीराम 22 जनवरी को विराजमान होंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के भव्य समारोह की तैयारियां चल रही हैं. अयोध्या के महोत्सव और देश में उत्सव मनाया जाएगा. अयोध्या के राम मंदिर और रामलला की गूंज दुनिया में है. आगरा आए कथा यूके संस्था के महासचिव कवि और लेखक तेजेंद्र शर्मा से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. कहानीकार व नाटककार तेजेंद्र शर्मा ने बताया कि, मैं जब लंदन से आगरा के निकल रहा था. तभी मेरे पास कई दोस्तों के काॅल आए. उन्होंने कहा कि, आप भारत जा रहे हैं तो हमारे लिए अयोध्या से प्रसाद लेकर आइएगा. जिससे स्पष्ट है कि, पूरा विश्व राममयी हो गया है. हर कोई राम और उनके नाम से जुड़ना चाहता है.
बता दें कि डाॅ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी हिंदी तथा भाषविज्ञान विद्यापीठ, कथा यूके लंदन, हिंदी वैश्विक संस्थान नीदरलैंड्स, अखिल विश्व हिंदी समिति, कनाडा और केंद्रीय हिंदी संस्थान की ओर से विश्व पटल पर हिंदी भाषा और साहित्य विषय पर दो दिवसीय अंतरविषयी अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई. जिसमें कथा यूके लंदन के महासचिव हिंदी के कवि, लेखक, कहानीकार और नाटककार तेजेन्द्र शर्मा आए.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का हर ओर जोश और उत्साह : कथा यूके लंदन के महासचिव कवि व लेखक तेजेन्द्र शर्मा ने बताया कि, अयोध्या में बन रहे राम मंदिर और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है. जिनकी भी राम में आस्था वे बेहद खुश हैं. पूरा विश्व राममय हो गया है. भारत ही नहीं, दुनिया के कोने कोने में मौजूद भारतवंशी बेहद खुश हैं. प्रभु श्रीराम सबके हैं. इसलिए, सभी 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा की खुशियां मना रहे हैं. हर प्रदेश, हर जिला और हर व्यक्ति में राम मंदिर और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का जोश और उत्साह दिखाई दे रहा है. लंदन की बात करूं तो वहां के लोग अयोध्या का प्रसाद मंगा रहे हैं. कई लोगों ने काॅल करके मुझसे प्रसाद मंगवाया है. मैंने कहा कि, मेरे रूट में अयोध्या नहीं है तो उन्होंने कहा कि, आप हमारे लिए अयोध्या जाइए. वहां से हमारे लिए प्रसाद लेकर आइए. इसलिए, मुझे अयोध्या जाना पड़ रहा है.
देश हित में सरकार और विपक्ष एकजुट रहें : कथा यूके लंदन के महासचिव कवि व लेखक तेजेन्द्र शर्मा ने बताया कि, अयोध्या में प्रभु श्रीराम का मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बन रहा है. लेकिन, मेरे मन में एक ही पीड़ा है कि, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बन रहे राम मंदिर और राललला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर खूब कंट्रोवर्सी हो रही है. यह गलत है. यह भारत के लिए ठीक नहीं है. इसके साथ ही कई बार ऐसा भी ऐसा हुआ कि, विदेशों में जब कोई भारत और सरकार के विरोध में बोलता है तो यहां विपक्ष उनका समर्थन करता है. यह गलत है. ऐसा नहीं करना चाहिए. देश हित में पक्ष और विपक्ष को एक ही बात करनी चाहिए, जबकि विदेशों में ऐसा नहीं है. वहां पर देश और वहां की सरकार को लेकर कहीं कोई कुछ बोलता है तो सभी एकजुट होकर बोलते हैं.
जानिए कौन हैं तेजेन्द्र शर्मा : हिंदी के कवि, लेखक, साहित्यकार, कहानीकार और नाटककार तेजेन्द्र शर्मा का जन्म 21 अक्टूबर 1952 पंजाब के जगरांव शहर में हुआ था. तेजेन्द्र शर्मा की स्कूली पढ़ाई दिल्ली में हुई. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी विषय में एमए और कम्प्यूटर में डिप्लोमा किया. उन्हें हिन्दी, अंग्रेजी, पंजाबी, उर्दू और गुजराती भाषा का ज्ञान है. उनके लिखे धारावाहिक 'शांति' ने दूरदर्शन पर प्रसारण के दौरान सन 1994 में अंतर्राष्ट्रीय लोकप्रियता पाई. अन्नू कपूर निर्देशित फ़िल्म 'अभय' में नाना पाटेकर के साथ उन्होंने प्रमुख भूमिका निभाई थी. 'कथा यूके' के महासचिव हैं. लंदन में रहते हैं.
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