आगरा: लेडी लॉयल हॉस्पिटल (जिला महिला अस्पताल) में ऑक्सीजन प्लांट खराब हो गया है. बाहर से बी और डी टाइप के ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाकर और कंसंट्रेटरों से काम चलाया जा रहा है. ऑक्सीजन प्लांट की महज दो एमसीबी खराब हैं. एक सप्ताह से अधिक समय बीत गया है. लेकिन, ऑक्सीजन प्लांट ठीक नहीं कराया गया है. हर रोज 15 सिलेंडर मंगवाकर काम चलाया जा रहा है.
लेडी लॉयल अस्पताल (जिला महिला अस्पताल) में पिछले कई दिनों से ऑक्सीजन प्लांट खराब है. इसी ऑक्सीजन सिलेंडर की वजह से कोरोना संक्रमण में बहुत समस्या हुई थी. ऑक्सीजन के लिए देश में हाहाकार मचा हुआ था. इसके बाद शासन की ओर से सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को दूर कराने के लिए 3055 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) क्षमता के सरकारी अस्पतालों में प्लांट लगवाए गए थे. इसके तहत जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए. लेकिन, महिला जिला अस्पताल में लगा 500 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट लगभग सप्ताह भर से खराब है.
इस बारे में प्रमुख अधीक्षक डॉ. रेखा गुप्ता का कहना है कि पांच दिन से प्लांट खराब है. ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाकर काम चलाया जा रहा है. प्लांट की तकनीकी खराबी के लिए एजेंसी को पत्र लिखा गया है. जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट ठीक हो जाएगा. अस्पतालों के एसएनसीयू में 3 डी टाइप सिलेंडर लगते हैं. सिजेरियन वार्ड में 4 सिलेंडर, प्रसूता वार्ड में 4 सिलेंडर, एसपीओ में 2 सिलेंडर की आवश्यकता रहती है.
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बता दें कि सरकारी अस्पतालों में लगे ऑक्सीजन प्लांटों की सर्विस ही नहीं हो रही है. इसको लेकर फर्म ने पहले ही बिना सर्विसिंग के प्लांटों का संचालन न कराने की चेतावनी दी है. अब ऑक्सीजन प्लांट की एमसीबी खराब है. प्लांट में तकनीकी खराबी को ठीक कराने वाले वर्कस ही फर्म देगी. लेकिन, खराबी का खर्चा अस्पताल प्रबंधन को ही उठाना है.
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