आगरा: जिले में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है. पुलिस ने पीड़ित को थाने से निकालकर बंद कमरे में बेरहमी से पिटाई की. मामला थाना जगदीशपुरा का है. एसएसपी से मामले की शिकायत के बाद सीओ को जांच सौंपी गई है.
बोदला चौकी क्षेत्र के अंतर्गत गुलाब नगर में रहने वाले जितेंद्र कुमार का आरोप है कि इलाके के रहने वाले चार दबंगों ने 26 मई को जबरन उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज की. साथ ही जान से मारने की धमकी दी. दबंगों ने मोबाइल को जमीन पर पटक कर तोड़ दिया. इसके बाद पीड़ित जितेंद्र ने जगदीशपुरा थाने में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया.
पीड़ित जितेंद्र ने जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, उसमें एक व्यक्ति सरकारी कर्मचारी है. सरकारी कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई न हो इसलिए दबंगों ने दारोगा से सेटिंग कर उल्टा उसपर दबाव बनाना शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने रणनीति के तहत दोनों पक्षों को थाने में बंद कर दिया. पीड़ित के अनुसार दारोगा अर्जुन प्रताप ने शुक्रवार रात हवालात से उसे निकालकर थाने के अन्य कमरे में बंद करके पिटाई की. पीड़ित के शरीर पर पिटाई के निशान हैं, जो दारोगा की बर्बरता को बयां कर रहे हैं.
पीड़ित जितेंद्र ने बताया कि दारोगा अर्जुन प्रताप शिकायत वापस लेने के लिए दवाब बना रहा था. पीड़ित ने जब मामले में समझौता नहीं किया तो दारोगा ने आरोपियों की तरफ से फर्जी सूचना पर पीड़ित का 151 के तहत चालान कर दिया और उसके साथ बर्बरता की सारी हदें पार दीं. जितेंद्र दारोगा से लगातार दया की भीख मांगता रहा, लेकिन दारोगा को उसपर रहम नहीं आया.
मामले की शिकायत पीड़ित पक्ष द्वारा एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद से की गई. हालांकि, इस मामले में मीडिया को जानकारी होने के बाद एसएसपी आगरा मुनिराज ने सीओ लोहामंडी को जांच कर आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है.