आगरा. यूपी एसटीएफ ( UP STF) की आगरा इकाई ने शनिवार को अंतरराज्यीय ठग गिरोह के पांच जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया. एसटीएफ टीम ने ग्राहक बनाकर ठग गिरोह को अपने जाल में फंसाया और गिरफ्तार कर लिया.
आरोपियों ने अब तक करीब चार करोड़ की ठगी की है. ठग गैंग सस्ते ब्याज पर लोन दिलाने का झांसा देकर लोगों को ठगी का शिकार बनाता था. एसटीएफ ने ठग गिरोह से ऐसे दस्तावेज भी बरामद किए हैं जिनसे ठगी के शिकार हुए लोगों का रिकॉर्ड जुटाया जा रहा है.
गिरोह खरीदता था पहले लोगों का डाटा
STF की आगरा इकाई के इंस्पेक्टर हुकुम सिंह ने बताया कि हरीपर्वत थाना क्षेत्र के संजय प्लेस स्थित हेरिटेज टावर में टीम ग्राहक बनकर ठगों के ऑफिस पहुंची थी. इस गिरोह की लगातार शिकायतें मिल रहीं थीं. बताया कि यह अंतरराज्यीय ठग हैं.
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ठग गैंग का सरगना गौरव यादव है. गौरव ने पूछताछ में बताया कि अलीगढ़ निवासी दीपक, विनय, आलोक और नीतू से लोगों के मोबाइल नंबर का डाटा खरीदता था. इसके बाद अपनी कंपनी कामरेड फिनकाम सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से लोगों को फोन करके कम ब्याज पर लोन दिलाने का ऑफर देता था. जो लोग लोन के झांसे में आ जाते थे, उन्हें ठगी का शिकार बनाता था.
यूं बनाता था ठगी का शिकार
अंतरराज्यीय ठग गिरोह के सरगना गौरव ने खुलासा किया कि गिरोह के लोग मोबाइल कॉल करके लोगों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से लोन दिलाने का लालच देते थे. जो लोग गिरोह के जाल में फंस जाते थे, उनसे अलग-अलग खातों में फाइल चार्ज, बीमा चार्ज, जीएसटी और कमीशन के नाम पर रुपये जमा कराते थे. जब लोग लोन के बारे में कॉल करते तो ये अपनी सिम बदल देते थे. अब तक गिरोह 4 करोड़ से ज्यादा की ठगी कर चुका है.
यह हुए गिरफ्तार
STF की आगरा इकाई के इंस्पेक्टर हुकुम सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त अंतरराज्यीय ठग गिरोह के सरगना एटा निवासी गौरव यादव उर्फ सुमित है. गौरव के साथ ही सनी मिश्र, शिवम भारद्वाज, राहुल शर्मा उर्फ मयंक निवासी अलीगढ़ और विष्णु चौधरी निवासी सिकंदरा आगरा है. सभी अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है.
यह सामान बरामद, पूछताछ जारी
UP STF की आगरा ईकाई के इंस्पेक्टर हुकुम सिंह ने बताया कि, ठग गिरोह का एक लैपटॉप, 39 मोबाइल फोन, 67 खाली फार्म, 125 अप्रूवल फाइल, किरायानामा, फर्जी कंपनी का प्रमाणपत्र, 3 मोहरें, 1 आईकार्ड, 4 पासबुक, 4 चेक बुक, 2 आधार कार्ड, 17 एटीएम कार्ड, 2 वोटर कार्ड, 1 पैनकार्ड, 6 सिम, 27 रिज्यूम, लोगों के मोबाइल नंबर डाटा की 650 शीट , 270 प्रपत्र बरामद हुए हैं. दस्तावजों की जांच की जा रही है. गिरोह के शिकार हुए लोगों की जानकारी भी जुटाकर रिपोर्ट तैयार की जाएगी.