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भूमाफिया से परेशान 11 गांव के लोगों ने लगा दिए पोस्टर, 'मकान बिकाऊ है'; CM योगी से गुहार- बचाओ

ताजनगरी के दयालबाग से सटे 11 गांव में ग्रामीणों ने मकानों पर पलायन के पोस्टर चस्पा किए हैं. आखिर इसकी वजह क्या है चलिए जानते हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 23, 2023, 10:01 AM IST

Updated : Dec 23, 2023, 12:16 PM IST

आगराः ताजनगरी के दयालबाग से सटे 11 गांवों में ग्रामीणों ने मकानों पर पलायन के पोस्टर चस्पा किए हैं. आरोप है कि ग्रामीण भूमाफिया से परेशान हैं इसलिए गांवों से पलायन को मजबूर हैं. मकान बिकाऊ के पोस्टर लगाकर ग्रामीणों ने सीएम योगी से जानमाल की गुहार लगाई है.

बता दें कि दयालाबाग राधा स्वामी सत्संग सभा और ग्रामीण पहले ही जमीनों पर कब्जे को लेकर आमने-सामने आ चुके हैं. मारपीट में कई लोगों की जान भी जा चुकी हैं. इसके साथ ही दर्जनों लोग जेल भी जा चुके हैं. बीते माह भी किसानों की जमीन और सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर पुलिस और प्रशासन की दयालबाग राधा सत्संग सभा से भिड़त हुई थी. मारपीट और खींचतान हुई थी. पुलिस और प्रशासन ने सरकारी और किसानों की जमीन भी कब्जा मुक्त कराई थी. इसके विरोध में राधा स्वामी सत्संग सभा ने हाईकोर्ट में चले गए. जहां पर मामले की सुनवाई हो रही है.

गांव सिकंदरपुर निवासी किसान नेता चौधरी भूरी सिंह ने बताया कि दयालबाग राधा स्वामी सत्संग सभा के पदाधिकारी भूमाफिया हैं जो गांव सिकंदरपुर, लाल गढ़ी, मनोहर पुल और नगला तल्फी समेत अन्य गांव के ग्रामीण और किसान की जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं इसलिए, ग्रामीण और किसानों को परेशान कर रहे हैं. ऐसे में ग्रामीण गांव में रहना नहीं चाहते हैं.


नगला तलफी के किसान रघुवीर ने बताया कि पहले किसान और ग्रामीणों की शिकायतों पर प्रशासन और पुलिस भी मदद करने को तैयार हो गए थे. पुलिस और प्रशासन ने राधा स्वामी सत्संग सभा की ओर से किए गए जबरन कब्जों को खाली कराया था. पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई को राधा स्वामी सत्संग सभा ने हाई कोर्ट में चुनौती दी जिससे अब प्रशासन और पुलिस अधिकारी भी पीछे हट गए हैं.


पलायन करेंगे मगर जमीन नहीं देंगे
किसान और ग्रामीणें का कहना है कि पुलिस और प्रशासन अब मदद करने को तैयार नहीं है. भूमाफिया परेशान कर रहे हैं इसलिए, ऐसे में गांव में रहने का क्या फायदा है . सभी दयालबाग के आसपास के 11 गांवों में किसान और ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि वे गांवों में नहीं रहेंगे. अपने मकान और दुकान बेचकर कहीं और चले जाएंगे मगर, भूमाफियों को जमीन नहीं देंगे.

सीएम योगी से लगाई गुहार
किसान नेता भूरी सिंह ने बताया कि ग्रामीणों की कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है. महिलाएं और बच्चे भी परेशान हैं. वे भी मकान बेचकर कहीं और रहने की बात कहते हैं. सभी ने सीएम योगी से गुहार लगाई है कि वे उनकी जान माल की हिफाजत करें. भूमाफिया उन्हें काफी परेशान कर रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः हाईकोर्ट ने कहा- शवदाह स्थलों की दुर्दशा सुधारने के लिए कदम उठाए यूपी सरकार, 18 जनवरी को अगली सुनवाई

ये भी पढ़ेंः खेलते-खलते कुएं में गिरे दो बच्चे, बचाने के लिए नवजात को गोद में लेकर मां भी कूदी, 3 की मौत

आगराः ताजनगरी के दयालबाग से सटे 11 गांवों में ग्रामीणों ने मकानों पर पलायन के पोस्टर चस्पा किए हैं. आरोप है कि ग्रामीण भूमाफिया से परेशान हैं इसलिए गांवों से पलायन को मजबूर हैं. मकान बिकाऊ के पोस्टर लगाकर ग्रामीणों ने सीएम योगी से जानमाल की गुहार लगाई है.

बता दें कि दयालाबाग राधा स्वामी सत्संग सभा और ग्रामीण पहले ही जमीनों पर कब्जे को लेकर आमने-सामने आ चुके हैं. मारपीट में कई लोगों की जान भी जा चुकी हैं. इसके साथ ही दर्जनों लोग जेल भी जा चुके हैं. बीते माह भी किसानों की जमीन और सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर पुलिस और प्रशासन की दयालबाग राधा सत्संग सभा से भिड़त हुई थी. मारपीट और खींचतान हुई थी. पुलिस और प्रशासन ने सरकारी और किसानों की जमीन भी कब्जा मुक्त कराई थी. इसके विरोध में राधा स्वामी सत्संग सभा ने हाईकोर्ट में चले गए. जहां पर मामले की सुनवाई हो रही है.

गांव सिकंदरपुर निवासी किसान नेता चौधरी भूरी सिंह ने बताया कि दयालबाग राधा स्वामी सत्संग सभा के पदाधिकारी भूमाफिया हैं जो गांव सिकंदरपुर, लाल गढ़ी, मनोहर पुल और नगला तल्फी समेत अन्य गांव के ग्रामीण और किसान की जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं इसलिए, ग्रामीण और किसानों को परेशान कर रहे हैं. ऐसे में ग्रामीण गांव में रहना नहीं चाहते हैं.


नगला तलफी के किसान रघुवीर ने बताया कि पहले किसान और ग्रामीणों की शिकायतों पर प्रशासन और पुलिस भी मदद करने को तैयार हो गए थे. पुलिस और प्रशासन ने राधा स्वामी सत्संग सभा की ओर से किए गए जबरन कब्जों को खाली कराया था. पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई को राधा स्वामी सत्संग सभा ने हाई कोर्ट में चुनौती दी जिससे अब प्रशासन और पुलिस अधिकारी भी पीछे हट गए हैं.


पलायन करेंगे मगर जमीन नहीं देंगे
किसान और ग्रामीणें का कहना है कि पुलिस और प्रशासन अब मदद करने को तैयार नहीं है. भूमाफिया परेशान कर रहे हैं इसलिए, ऐसे में गांव में रहने का क्या फायदा है . सभी दयालबाग के आसपास के 11 गांवों में किसान और ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि वे गांवों में नहीं रहेंगे. अपने मकान और दुकान बेचकर कहीं और चले जाएंगे मगर, भूमाफियों को जमीन नहीं देंगे.

सीएम योगी से लगाई गुहार
किसान नेता भूरी सिंह ने बताया कि ग्रामीणों की कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है. महिलाएं और बच्चे भी परेशान हैं. वे भी मकान बेचकर कहीं और रहने की बात कहते हैं. सभी ने सीएम योगी से गुहार लगाई है कि वे उनकी जान माल की हिफाजत करें. भूमाफिया उन्हें काफी परेशान कर रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः हाईकोर्ट ने कहा- शवदाह स्थलों की दुर्दशा सुधारने के लिए कदम उठाए यूपी सरकार, 18 जनवरी को अगली सुनवाई

ये भी पढ़ेंः खेलते-खलते कुएं में गिरे दो बच्चे, बचाने के लिए नवजात को गोद में लेकर मां भी कूदी, 3 की मौत

Last Updated : Dec 23, 2023, 12:16 PM IST
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