आगरा: G-20 के मेहमानों के लिए ताजनगरी दुल्हन की तरह सज गई है. वीवीआईपी रूट से लेकर आगरा किला और ताजमहल भी मेहमानों के लिए चकाचक हो गए हैं. विदेशी मेहमान दो दिन ताजमहल का दीदार करेंगे. आगरा किले में 11 फरवरी को तुरही, नगाड़े समेत अन्य वाद्य यंत्रों की पारंपरिक धुन के साथ ही गेंदा-गुलाब के फूलों की वर्षा करके रॉयल अंदाज में G-20 के मेहमानों का स्वागत किया जाएगा. आगरा किला से विदेशी मेहमान ताजमहल का दीदार करेंगे. अगले दिन 12 फरवरी को मेहमान ताजमहल का दीदार करेंगे. ताजमहल में मेहमानों के स्वागत में रेड कार्पेट बिछाया जा रहा है. इस अवसर पर एएसआई एक छोटी लैब का सेटअप लगाकर मेहमानों को ताजमहल की पच्चीकारी और रखरखाव के साथ ही ताजमहल को चमकाने वाले मडपैक की जानकारी देंगे.
G 20 देशों के मेहमान शुक्रवार देर शाम साढ़े पांच बजे आगरा पहुंच जाएंगे. जहां पर उनका खेरिया एयरपोर्ट पर जोशीला स्वागत किया जाएगा. एअरपोर्ट परिसर में मेहमान इटैलियन बग्घी से गेट तक आएंगे. वीवीआईपी रूट पर सड़क किनारे खड़े स्कूली बच्चे और शहर की जनता पुष्प वर्षा करेगी. ड्रोन से भी पुष्प वर्षा की जाएगी. इसके बाद शनिवार को G-20 शिखर सम्मेलन की सुबह से बैठक होगी. विदेशी मेहमान शनिवार शाम आगरा किले का भ्रमण करेंगे. आगरा किले में जहांगीर महल, दीवान-ए-आम, दीवार-ए-खास समेत अन्य स्थल घूमेंगे. विदेशी मेहमान आगरा किले में स्थित शहंशाह शाहजहां की बेटी जहांआरा और रोशनआरा की पालकी से ताजमहल का दीदार करेंगे. रात में डिनर भी आगरा किले में करेंगे.
मुगलों की राजधानी थी आगरा, किले से चलती थी सल्तनत
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्तविद डाॅ. राजकुमार पटेल ने बताया कि, सिकंदर लोदी और मुगलकाल से पहले आगरा सत्ता का केंद्र बिंदु रहा है. मुगलों की आगरा राजधानी था. यहां से ही मुगलिया सल्तनत चलती थी. इसलिए , यहां पर राॅयल अंदाज में विदेशी मेहमानों का स्वागत किया जाएगा. जब विदेशी मेहमान आगरा किला में प्रवेश करेंगे तो उनका स्वागत राॅयल अंदाज में तुरही, नगाडे और अन्य वाद्य यंत्रों की पारंपरिक धुन के साथ ही गेंदा.गुलाब फूलों की वर्षा की जाएगी. इसके बाद वे आगरा किला का भगमण करेंगे. शाम को विदेशी मेहमानों के लिए आगरा किला में सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा.
लैब में दिखाया जाएगा ताजमहल का संरक्षण
ताजमहल में मेहमानों के स्वागत के लिए रेड कार्पेट बिछाया जाएगा. ताजमहल में भी वीवीआईपी पूर्वी गेट पर विदेशी मेहमानों का 12 फरवरी को जोशीला स्वागत किया जाएगा. एएसआई के अधीक्षण पुरातत्तविद डाॅ. राजकुमार पटेल ने बताया कि मेहमानों का रोली तिलक लगाकर उनका स्वागत किया जाएगा. उन्हें पुष्प गुच्छ दिए जाएंगे. इसके साथ ही ताजमहल परिसर में एक छोटी लैब का सेटअप लगाया जाएगा, जिससे विदेशी मेहमानों को ताजमहल के संरक्षण के बारे में बताया जाएगा.
ताज का मेंटीनेंस, मैनजमेंट और कंर्जवेशन बताएंगे
एएसआई के निदेशक वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ताजमहल एक आईकाॅनिक साइट है. भारत को दुनिया में ताजमहल की वजह से अलग पहचान मिली है. विदेशी मेहमानों की ताजमहल विजिट में उन्हें इतिहास, उसकी पच्चीकारी समेत अन्य जानकारी शेयर की जाएगी. इसके साथ ही ताजमहल के रखरखाव में क्या क्या चैलेंज आते हैं. कौन कौन से इश्यू सामने आते हैं. विदेशी मेहमानों को यह सब बताया जाएगा. कैसे ताजमहल का कैसे संरक्षण किया जाएगा. विदेशी मेहमानों की विजिट के दौरान उन्हें मेंटीनेंस, मैनेंजमेंट, कंर्जवेशन और उसे विश्व धरोहर के लेवल बनाए रखने की योजना पर रहेगा.