आगरा : विगत शुक्रवार को कस्बा शमसाबाद के रेलवे स्टेशन स्थित रेलवे कर्मी के क्वार्टर पर गोली लगने से हुई युवक की मौत पुलिस के लिए पहेली बनी हुई थी. मृतक का दोस्त बार-बार पुलिस से आत्महत्या की कहानी बताता रहा. लेकिन वह अपने ही बातों को बार-बार बदलने के कारण उलझ गया. पुलिस ने जब युवक से कड़ाई से पूछताछ किया तो उसने राज खोल दिए.
पत्नी के साथ प्रेम-प्रसंग के शक में दोस्त का किया कत्ल
पुलिस टीम ने मृतक सोनवीर के दोस्त उपेंद्र से कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने बताया कि दोनों के बीच पिछले कई सालों से गहरी दोस्ती थी. एक दूसरे के घर बिना रोक टोक आना जाना था. करीब 20-25 दिन पहले अभियुक्त उपेंद्र ने मृतक सोनवीर को अपनी पत्नी पूनम से इशारे करते हुए देख लिया था. जिससे उपेंद्र के दिमाग में शक पैदा हो गया. उसने कहा कि अविवाहित सोनवीर और उसकी पत्नी पूनम के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. यह बात उसको खटक गई और उसने अपने मन में सोनवीर को मारने का मन बना लिया.
प्लान के अनुसार दिया घटना को अंजाम
आरोपी उपेंद्र ने पुलिस को बताया कि 26 फरवरी को उसने अपनी पिस्टल साथ में ली. अपनी पत्नी पूनम को अपने मामा के घर छोड़ने का बहाना कर अपने दोस्त सोनवीर को साथ लेकर एक ही मोटरसाइकिल पर तीनों गांव अई फतेहाबाद पहुंचे. उपेंद्र ने अपनी पत्नी को गांव में ही छोड़ दिया. उपेंद्र अपने दोस्त सोनवीर को अपने साथ मोटरसाइकिल पर बिठाकर शमसाबाद की ओर आया. इस दौरान रास्ते में शराब की बोतल खरीदी. उपेंद अपने दोस्त सुरेंद्र जो कि रेलवे स्टेशन के क्वार्टर में रहता था, वहां पर पहुंचा. वहां पहुंचकर उपेंद्र ने खूब शराब पी. उसके बाद जैसे ही सोनवीर चारपाई पर लेट रहा था, उसी दौरान उपेंद्र ने सोनवीर की कनपटी पर पिस्टल लगाकर गोली चला दी. सोनवीर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.
वारदात के खुलासे के बारे में क्या कहती है पुलिस
थानाध्यक्ष शमसाबाद राकेश कुमार यादव ने बताया कि दोनों के बीच काफी गहरी दोस्ती थी. एक दूसरे के घर आना-जाना था. करीब 20-25 दिन पहले उपेंद्र ने सोनवीर को अपनी पत्नी के साथ इशारा करते हुए देख लिया था, जिससे प्रेम-प्रसंग के शक के आधार पर उपेंद्र ने अपने दोस्त सोनवीर की गोली मारकर हत्या कर दी. आरोपी को जेल भेज दिया गया है.