आगरा: ताज व्यू गार्डन का शनिवार को नजारा बदला हुआ दिखा. यहां दो दिवसीय मंडलील फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी के साथ ही आलू महोत्सव से चहल-पहल बढ़ गई है. जहां एक ओर तरह-तरह के फूल अपनी सुंदरता और खुशबू पर इतरा रहे हैं. वहीं, आलू की अलग-अलग प्रजातियों में विशेषता के आधार पर प्रतिस्पर्धा बनी हुई है. ताज व्यू गार्डन में हो रही इस फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी और आलू महोत्सव में पहले दिन ही स्थानीय लोगों की भी भीड़ पहुंची. आगरा के पहले आलू महोत्सव का उद्घाटन शनिवार को फतेहपुर सीकरी सांसद व भाजपा के किसान मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने किया. वहीं, मंडलीय फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन आगरा कमिश्नर अमित कुमार ने किया.
फल, शाकभाजी और पुष्प प्रदर्शनी के साथ ही आलू महोत्सव में आगंतुकों को लुभाने के लिए जगह-जगह सेल्फी प्वाइंट बनाए गए हैं. जिन्हें गेंदा, गुलाब और मौसम के दूसरे फूलों से सजाया गया. सेल्फी प्वाइंट्स में हाथी, घोड़े, कोरोना वायरस और मशरूम का स्टेचू हैं. फूलों से सजी डोली के साथ ही अन्य तमाम तरह के सेल्फी प्वाइंट बनाए गए हैं, जिससे प्रदर्शनी मोहक लगे. यहां पर आने वाले हर व्यक्ति का मनोरंजन हो सके.
प्रदर्शनी में लोगों के साथ ही बॉटनी और एग्रीकल्चर के स्टूडेंट्स को तमाम तरह के फल, फूल के साथ ही आलू की प्रजातियां भी देखने के लिए मिलीं. इससे उनका उत्साह दोगुना था. स्टूडेंट विनी का कहना था कि एक ही जगह पर इतने तरह के पुष्पों के पौधे मिलना मुश्किल है. इससे हमारा और ज्यादा ज्ञानवर्धन हो रहा है. वहीं, एग्रीकल्चर के स्टूडेंट सौरभ उपाध्याय का कहना था कि हमें आलू की तमाम प्रजातियों के बारे में विशेषज्ञों से जानकारी मिल रही है. यह हमारे बेहतर भविष्य के लिए बहुत अच्छा है. आगरा में आलू महोत्सव ऐसे ही रहना चाहिए.
फल-शाकभाजी और पुष्प प्रदर्शनी में जहां एक और अलग-अलग तरह के रंग बिरंगे फूल लोगों का मन मोह रहे थे. वहीं, आगरा के चित्रकारों की तूलिका भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी. यहां तमाम आर्टिस्ट ने अपनी तूलिका की एग्जीबिशन लगाई. इसे देखने के लिए भी लोग पहुंचे. इसमें रूबी अली की बनाई गई उत्तराखंड में आई जल प्रलय की पेंटिंग सबसे ज्यादा सराही गई. आर्टिस्ट रूबी अली का कहना है कि इस तरह बड़े मंच पर सराहना मिलने से उत्साह बढ़ता है.
एक मंच पर किसान और विशेषज्ञ
जिला कृषि अधिकारी डॉ. रामप्रवेश यादव ने बताया कि दो दिवसीय मंडलीय फल साकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी में जहां अलग-अलग तरह की शाकभाजी और फल उगाने वाले किसान आए हैं. वहीं, तमाम कंपनियों के साथ ही विशेषज्ञ भी यहां आए हैं. एक ही मंच पर किसान और विशेषज्ञ एक-दूसरे से अपनी समस्या और समाधान पर चर्चा कर रहे हैं. यह बहुत अच्छा प्रयास है.
पढ़ें: मौसम बदलने के साथ ताजनगरी से लौटने लगे 'मेहमान' पक्षी
पहली बार लगा आलू महोत्सव
जिला उद्यान अधिकारी नीरज कौशल का कहना है कि पहली बार आगरा में आलू महोत्सव का आयोजन हो रहा है. किसानों में उत्साह दिख रहा है. लखनऊ के महिलाबाद के आम महोत्सव जैसा ही आगरा में आलू महोत्सव आगे भी होगा. तमाम विशेषज्ञ भी किसानों की समस्याओं के समाधान करने के लिए अपना व्याख्यान दे रहे हैं. आलू से संबंधित तमाम वैरायटी की यहां पर प्रदर्शनी में लगाई गई है. आलू के किसानों को एक खुला मंच आलू महोत्सव में मिला है. दो दिवसीय मंडलीय फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी में गेंदा, गुलाब, झरबेरा, डेजी, पिटूनिया, फ्रेंच मेरीगोल्ड, नटेशियम, किन्नू, चीकू, पपीता सहित अन्य तमाम पुष्प अपनी महक बिखेरेंगे.