आगरा: अगर आप सामान खरीदने जाते हों और उसके बाद रसीद न लेते हों तो सावधान हो जाइये. कहीं ऐसा न हो कि आप नकली या मिलावट वाले सामान की गिरफ्त में आ जाएं. जी हां ताजनगरी आगरा नकली सामान की मंडी बन गया है. यहां दवा, मसाले, सीमेंट, पेंट, मोबिल ऑयल, खाद्य सामग्री सहित अन्य कई सामानों में गोलमाल है. यहां सामानों पर असली का लेवल लगाकर नकली सामान प्रदेशभर के साथ ही पड़ोसी राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा के साथ ही दिल्ली एनसीआर में धड़ल्ले से बिक रहा है.
यह हम नहीं कह रहे, बल्कि हाल ही में आगरा पुलिस और प्रशासन की टीमों ने छापामार कार्रवाई की है, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ. यहां तमाम नकली उत्पाद बनाने वाली फैक्ट्री और प्रतिष्ठान सील किए गए हैं. कई मिलावटखोरों को जेल भेज दिया गया तो कई मिलावटखोरों की तलाश अभी जारी है. अब सोचिए कि ऐसे में आप कितने सुरक्षित हैं.
इस रिपोर्ट में हुआ खुलासा
दि आथंटिकेशन सोल्यूशन प्रोवाइडर्स एसोसिएशन की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि देश में नकली उत्पादों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है. इसके मुताबिक भारत में नकली प्रोडक्ट के उत्पादन और बिक्री सालाना 20 फीसदी की दर से बढ़ रही है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि, दवा, हेल्थ सप्लीमेंट, सुरक्षा उत्पाद, हाइजीन एवं अन्य जरूरी चीजों में मिलावट बढ़ी है क्योंकि, बाजार में डिमांड बढते ही मिलावटखोर सक्रिय हो जाते हैं. आगरा की बात करें तो यहां पर नकली दवाइयां, नकली शराब, नकली मोबिल ऑयल, नकली पेंट, नकली सीमेंट, मिलावटी मसाले, नकली गुटखा तम्बाकू, नकली टोमॅटो सॉस, मिलावटी मिठाई, नकली खोआ, मिलावटी घी, मिलावटी दूध और अन्य खादय सामग्री खूब बाजारों में खपाई जा रही है.
जेब और स्वास्थ्य पर पड़ रहा असर
चिकित्सक डाॅ. एसएन यादव का कहना है कि जिस तेजी से बाजार में मिलावटी और नकली उत्पादों की गंदगी फैल रही है, वह बेहद खतरनाक है. कोई भी नकली या मिलावटी उत्पाद शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक है. इसका सबसे ज्यादा असर असर बच्चों के स्वास्थ्य पर होता है. मिलावटी खाद्य पदार्थ खाने से किडनी, लीवर और आंतों पर इसका असर हो रहा है. किडनी और लिवर फेल हो रहे हैं. मिलीवटी खाद्य पदार्थ के सेवन से उल्टी और अन्य शिकायतों के चलते लोग अस्पताल भी पहुंच रहे हैं. इससे लोगों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो रही है.
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एशिया का सबसे बड़ा दवा बाजार
औषधि निरीक्षक नरेश मोहन दीपक ने बताया कि एशिया की सबसे बड़ी दवा मार्केट आगरा की है. यहां पर नार्कोटिक्स, नकली दवाएं और अवैध दवा कारोबार करने वालों पर लगातार छापेमारी और कार्रवाई की जा रही है. नार्कोटिक्स का कारोबार करने वाले गैंग के सदस्य जेल में हैं. नकली दवा बनाने वाले भी जेल भेजे गए हैं. इसके साथ ही अन्य अवैध दवाओं का कारोबार करने वालों पर भी कार्रवाई की गई है. पहले आगरा में पड़ोसी राज्यों की पुलिस छापेमारी करती थी. मगर, पांच-छह माह से ऐसा नहीं हो रहा है.
पुलिस की छापेमारी और तस्दीक जारी
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि मुखबिर या अन्य माध्यम से जो भी अवैध कारोबार की जानकारी मिली है, वहां पर कार्रवाई की गई है. पुलिस ने नकली पेंट, नकली सीमेंट और मोबिल आयल के अवैध कार्रवाई करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की है. नकली मोबिल ऑयल बनाने वाले कई लोग जेल में हैं, कई लोगों की तलाश जारी है.
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एजेंसी संचालक बेच रहा था नकली पेंट
23 मार्च को कमला नगर ई ब्लाक निवासी संजीव मित्तल को नकली एशियन पेंट बचने के जुर्म में दबोचा गया था. संजीव मित्तल के पास एशियन पेंट की एजेंसी थी. टेढी बगिया क्षेत्र में उसकी पेंट की फैक्ट्री थी, जहां पर नकली पेंट तैयार होता था. उसकी दुकान से 219 बाल्टी नकली पेंट मिला, 170 बाल्टी खाली मिलीं, जिनपर एशियन पेंट कंपनी का नाम लिखा था.
मोबिल ऑयल में गोरखधंधा
आगरा में पुलिस की टीमें छत्ता, ताजगंज और यमुनापार में नकली मोबिल ऑयल बनाने वाली फैक्ट्री और गोदाम का खुलासा कर चुकी हैं. यहां पर कम्पनियों के असली लेवल वाले डिब्बों में मिलावटी मोबिल ऑयल भरा जाता था. जिसे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही आसपास के जिले और पडोसी राज्यों में भी खपाया जाता था. इसमें पुलिस अभी तक 12 से ज्यादा शातिरों को जेल भेज चुकी है. अभी कई मास्टरमाइंड फरार हैं, जिन पर पुलिस ने इमान घोषित कर दिया है.