ETV Bharat / state

शिक्षण संस्थानों में दाखिला न मिलने पर छात्रों का आंदोलन पहुंचा ताजमहल के द्वार - चाइल्ड एक्टिविस्ट नरेश पारस

कोरोना महामारी में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर मीडिएट सत्र 2020-21 की परीक्षाओं में छात्रों को प्रमोट कर दिया गया था. इसमें करीब 1500 छात्रों की मार्कशीट में अंक नहीं थे. आगरा के शिक्षण संस्थान बिना अंक की मार्कशीट पर दाखिला देने से इनकार कर रहे हैं.

etv bharat
आगरा में हाईस्कूल और इंटर मीडिएट के प्रमोट छात्रों को शिक्षण संस्थान नहीं दे रहे दाखिला
author img

By

Published : Jul 4, 2022, 10:51 AM IST

Updated : Jul 4, 2022, 11:25 AM IST

आगराः जनपद में कोरोना महामारी की वजह से हाईस्कूल और इंटर मीडिएट की यूपी बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों को उनके प्री बोर्ड परीक्षाओं के प्रदर्शन के अनुसार अंक प्रतिशत दिए गए थे. जिनमें हजारों की संख्या में छात्रों की मार्कशीट में अंक नही थे.

इस कारण कई छात्रों को शिक्षण संस्थानों ने बिना अंक वाली मार्कशीट पर दाखिला देने से इनकार कर दिया. इसके बाद बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों द्वारा अंको की मांग को लेकर आगरा की सड़कों पर आंदोलन शुरु किया. रविवार को यह आंदोलन विश्वप्रसिद्ध ताजमहल की चौखट तक पहुंच गया और इसकी गूंज विदेश में भी सुनाई देने लगी.

यह भी पढ़ें-योगी सरकार ने 100 दिन पूरे, आज सीएम गिनाएंगे उपलब्धियां, ये हुए बड़े काम

प्रदेश में कोरोना महामारी की वजह से जनपद में यूपी बोर्ड परिक्षा सत्र 2020-21 में छात्रों को उनके प्री बोर्ड परीक्षाओं के प्रदर्शन के अनुसार अंक प्रतिशत दिया गया था. इनमें आगरा जनपद के करीब 1500 बच्चों की मार्कशीट में अंक नहीं थे. छात्रों की मार्कशीट में सिर्फ प्रमोट लिखा था. इसे लेकर छात्र अन्य स्कूलों में दाखिला लेने पहुंचे, तो शिक्षण संस्थानों ने छात्रों को बिना अंक वाली मार्कशीट पर दाखिला देने से इनकार कर दिया.

इस कारण तमाम छात्रों का भविष्य अंधर में लटक गया. इन छात्रों में से 128 छात्रों ने उत्तर प्रदेश सरकार से मार्कशीट में संशोधन कराने की गुजारिश की, लेकिन छात्रों की मांग को अनसुना कर दिया गया. हताश 128 छात्रों ने यूपी सरकार के खिलाफ 'मेरी आवाज सुनों' अभियान छेड़ दिया. रविवार को छात्रों का यह आंदोलन सड़क से विश्वप्रसिद्ध ताज महल तक पहुंच गया. यहां छात्रों ने अपनी बात मनवाने के लिए सरकार से गुहार लगाई.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

आगराः जनपद में कोरोना महामारी की वजह से हाईस्कूल और इंटर मीडिएट की यूपी बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों को उनके प्री बोर्ड परीक्षाओं के प्रदर्शन के अनुसार अंक प्रतिशत दिए गए थे. जिनमें हजारों की संख्या में छात्रों की मार्कशीट में अंक नही थे.

इस कारण कई छात्रों को शिक्षण संस्थानों ने बिना अंक वाली मार्कशीट पर दाखिला देने से इनकार कर दिया. इसके बाद बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों द्वारा अंको की मांग को लेकर आगरा की सड़कों पर आंदोलन शुरु किया. रविवार को यह आंदोलन विश्वप्रसिद्ध ताजमहल की चौखट तक पहुंच गया और इसकी गूंज विदेश में भी सुनाई देने लगी.

यह भी पढ़ें-योगी सरकार ने 100 दिन पूरे, आज सीएम गिनाएंगे उपलब्धियां, ये हुए बड़े काम

प्रदेश में कोरोना महामारी की वजह से जनपद में यूपी बोर्ड परिक्षा सत्र 2020-21 में छात्रों को उनके प्री बोर्ड परीक्षाओं के प्रदर्शन के अनुसार अंक प्रतिशत दिया गया था. इनमें आगरा जनपद के करीब 1500 बच्चों की मार्कशीट में अंक नहीं थे. छात्रों की मार्कशीट में सिर्फ प्रमोट लिखा था. इसे लेकर छात्र अन्य स्कूलों में दाखिला लेने पहुंचे, तो शिक्षण संस्थानों ने छात्रों को बिना अंक वाली मार्कशीट पर दाखिला देने से इनकार कर दिया.

इस कारण तमाम छात्रों का भविष्य अंधर में लटक गया. इन छात्रों में से 128 छात्रों ने उत्तर प्रदेश सरकार से मार्कशीट में संशोधन कराने की गुजारिश की, लेकिन छात्रों की मांग को अनसुना कर दिया गया. हताश 128 छात्रों ने यूपी सरकार के खिलाफ 'मेरी आवाज सुनों' अभियान छेड़ दिया. रविवार को छात्रों का यह आंदोलन सड़क से विश्वप्रसिद्ध ताज महल तक पहुंच गया. यहां छात्रों ने अपनी बात मनवाने के लिए सरकार से गुहार लगाई.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : Jul 4, 2022, 11:25 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.