आगरा: जिले के क्रिएटिव क्लब ने ईको फ्रेंडली ट्री गणेशा तैयार किया है, जिनको विसर्जित करने के लिए लोगों को यमुना नदी तक जाने की जरूरत नहीं होगी. लोग इन्हें घर के गार्डन या क्यारियों में विसर्जित कर सकते हैं. साथ ही इससे विसर्जन के दौरान शहर में लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी.
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प्रदूषण नियंत्रण में सहायक होंगे गणपति
देहली गेट स्थित होटल गोवर्धन में आगरा क्रिएटिव क्लब ने एक कार्यक्रम आयोजित किया था. क्लब की सदस्य ज्योति खंडेलवाल ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से उत्तर प्रदेश में भी गणपति जी को घर-घर विराजमान किया जाने लगा है. पीओपी और रासायनिक रंगों से बने गणपति को यमुना में विसर्जित करने से यमुना नदी में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है.
ट्री गणेशा लाएंगे हरियाली
गणपति को मिट्टी, गेरू और चूने सहित सिर्फ प्राकृतिक रंगों से बनाया गया है. इन्हें बनाते समय मिट्टी में सीजनल फलों और सब्जियों के बीज डाल दिए जाने के कारण इन्हें ट्रीगणेशा का नाम दिया गया है.
6 इंच से लेकर पांच फीट तक के गणेश जी तैयार किए गए हैं. इनको अपने घर के गार्डन में भी विसर्जित करने से क्यारी की हरियाली बढ़ती है.
इस अवसर पर पिछले वर्ष ट्री गणेशा की सवार्धिक मूर्ति लेने वाली पूनम गोसाई का दुपट्टा पहनाकर सम्मान किया गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. योगिता शर्मा, श्रवण कुमार, शैलेन्द्र नरवाल, विशाल झा, दीपक राजपूत, अमित कोहली, विपुल खंडेलवाल, रुचि द्विवेदी, रंजन शर्मा उपस्थित रहे.