आगरा: नई शिक्षा नीति में स्टूडेंट को रोजगारपरक कोर्स कराने पर जोर है. पीएम मोदी का फोकस आत्मनिर्भर भारत पर है तो सीएम योगी भी एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) पर खूब काम कर रहे हैं. जिससे प्रदेश की विरासत सहेगी जा सके और नई पौध भी तैयार हो. पीएम मोदी और सीएम योगी के मिशन को बढ़ाने को डाॅ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (Dr. Bhimrao Ambedkar University) अब आगे आया है. अभी तक प्रदेश में ओडीओपी के चयनित प्रोडेक्ट के बारे में कोई संस्थान शिक्षा नहीं देता है. डाॅ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय जल्द ही स्टूटेंट्स को आगरा का चमड़ा, फिरोजाबाद का कांच, मथुरा के सेनेटरी फिटिंग और मैनपुरी के तारकशी कारोबार के बारे में पढ़िएगा और इन कारोबार की बारीकियां भी सिखयेगा.
बता दें कि, आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि ने पीएम मोदी की आत्मनिर्भर भारत और योगी सरकार की ओडीओपी योजना के चलते ब्रज क्षेत्र के देश और दुनियां में मशहूर प्रोडेक्ट के बारे में यूथ को प्रशिक्षित करने की प्लानिंग की है. विवि कीओर से इनको लेकर प्रारूप और सिलेबस तैयार कराया जा रहा है. क्योंकि, प्रदेश सरकार की मंशा है कि, विश्वविद्यालय अपने परिक्षेत्र के ओडीओपी उत्पादों की पढ़ाई स्टूडेंट्स को कराएं.
शैक्षणिक सत्र 2024-25 में पाठ्यक्रम संचालित होंगे: प्रदेश सरकार की मंशा को लेकर डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि की कुलपति प्रो. आशु रानी ने बीते दिनों एक आदेश जारी किया था. जिससे आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी की ओडीओपी प्रोडेक्ट पर कौशल विकास वाले पाठ्यक्रम बनाने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है. विवि की मंशा शैक्षणिक सत्र 2024-25 से ही ओडीओपी प्रोडेक्ट के पाठ्यक्रमों का विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर के संस्थानों व संबद्ध कॉलेजों में संचालित करने की है.
अभी चार जिले किये शामिल: डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि के कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि, यूपी सरकार की 'एक जिला-एक उत्पाद' (ओडीओपी) पर आधारित कौशल विकास वाले पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए कमेटी बनी है. जिसमें संयोजक विश्वविद्यालय के विवेकानंद इन्क्यूबेशन फाउंडेशन के निदेशक प्रो. वीके सारस्वत, कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल (सीडीसी) डॉ. संजय जैन और दाऊदयाल संस्थान के निदेशक प्रो. संतोष बिहारी शर्मा हैं. कमेटी जो पाठ्यक्रम तैयार करेगी. उन्हें बोर्ड ऑफ स्टडीज में मंजूरी के लिए रखा जाएगा. अभी आगरा मंडल के आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा और मैनपुरी जिले इसमें शामिल किये हैं. इन चार जिलों के ओडीओपी प्रोडेक्ट को लेकर कौशल विकास वाले पाठ्यक्रम तैयार किए जाएंगे.
युवाओं को मिलेंगे रोजगार के अवसर: विवेकानंद इन्क्यूबेशन फाउंडेशन के निदेशक प्रो. वीके सारस्वत बताते हैं कि, प्रदेश सरकार ने ओडीओपी प्रोडेक्ट पर आधारित कौशल विकास वाले पाठ्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए हैं. पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए संबंधित उत्पादों से जुड़े विशेषज्ञों की मदद ली जायेगी. फिर, जो पाठ्यक्रम तैयार होंगे. उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत व्यावसायिक (वोकेशनल) पाठ्यक्रम के तौर पर पढ़ाया जाएगा. जिससे उद्योगों को कौशल वाले युवा मिलेंगे. इन पाठ्यक्रम की पढ़ाई करने वाले युवाओं को रोजगार के अवसर भी खूब मिलेंगे.
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