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आगरा: सावन के पहले सोमवार पर भगवान शिव का श्रद्भालुओं ने किया रुद्राभिषेक - rudrabhishekh on monday

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के ग्राम आंवलखेड़ा स्थित आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा की जन्मस्थली में एक मासीय चंद्रयान शिविर का आयोजन किया जा रहा है. शिविर में मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, छत्तीसगढ़ , उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित आसपास के जिलों के दो सौ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए हैं.

सावन सोमवार में श्रद्भालुओं ने किया रुद्राभिषेक
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Published : Jul 22, 2019, 12:56 PM IST

आगरा : आज सावन मास का पहला सोमवार है. घर घर महिलाओं-पुरुषों ने भगवान शिव की आराधना कर व्रत रखा है. जिले के ग्राम आंवलखेड़ा स्थित आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा की जन्मस्थली में एक मासीय चंद्रयान शिविर का आयोजन किया गया है. शिविर में मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, छत्तीसगढ़ , उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित आस-पास के जिलों के दो सौ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए हैं.

सावन में पहले सोमवार के दिन साधकों ने सुबह से ही पूजा अर्चना शुरू की. दूध, दही, घी, चीनी, शहद, फूल माला ,चावल ,चंदन के साथ भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया.

सावन सोमवार में श्रद्भालुओं ने किया रुद्राभिषेक

एक मासीय चंद्रयान शिविर का आयोजन-

  • गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड ,उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं ने किया भगवान शिव का रुद्राभिषेक.
  • गुरु पूर्णिंमा से एक मासीय चंद्रयान शिविर का आयोजन किया जा रहा है.
  • दूध, दही ,घी, चीनी , फूल माला ,चावल, चंदन के साथ हुआ भगवान शिव का रुद्राअभिषेक.
  • मध्य प्रदेश गुजरात झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित आसपास के श्रद्धालु हुए शामिल.
  • एक माह तक मौन व्रत रख श्रद्धालु चंद्रयान शिविर में करते है भगवान की आराधना.
  • ज्यो की रोटी और छाछ का एक माह करते हैं सेवन.
  • एक माह में करते हैं सवालख मालाओ से अनुष्ठान.
  • पुरे अनुष्ठान में सवा लाख गायत्री मंत्र का अनुष्ठान किया जाता है.

चन्द्रयाण व्रत क्या है -

  • यह अनुष्ठान पूर्णिमा के दिन प्रारंभ करते है और पूर्णिमा के दिन ही समापन करते हैं.
  • परम पूज्य गुरूदेव श्रीराम शर्मा आचार्य ने अपने मथुरा निवास काल में वर्ष 1963-64 में इस प्रयोग का पहली बार अपने कार्यकर्ताओं को परिचय कराया था.
  • बाद में शान्तिकुंज की स्थापना होने के बाद सन 1982 में चांद्रायण सत्र आयोजित किया गया.
  • साधकों ने इस सत्र भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और लाभान्वित हुए.

आगरा : आज सावन मास का पहला सोमवार है. घर घर महिलाओं-पुरुषों ने भगवान शिव की आराधना कर व्रत रखा है. जिले के ग्राम आंवलखेड़ा स्थित आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा की जन्मस्थली में एक मासीय चंद्रयान शिविर का आयोजन किया गया है. शिविर में मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, छत्तीसगढ़ , उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित आस-पास के जिलों के दो सौ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए हैं.

सावन में पहले सोमवार के दिन साधकों ने सुबह से ही पूजा अर्चना शुरू की. दूध, दही, घी, चीनी, शहद, फूल माला ,चावल ,चंदन के साथ भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया.

सावन सोमवार में श्रद्भालुओं ने किया रुद्राभिषेक

एक मासीय चंद्रयान शिविर का आयोजन-

  • गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड ,उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं ने किया भगवान शिव का रुद्राभिषेक.
  • गुरु पूर्णिंमा से एक मासीय चंद्रयान शिविर का आयोजन किया जा रहा है.
  • दूध, दही ,घी, चीनी , फूल माला ,चावल, चंदन के साथ हुआ भगवान शिव का रुद्राअभिषेक.
  • मध्य प्रदेश गुजरात झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित आसपास के श्रद्धालु हुए शामिल.
  • एक माह तक मौन व्रत रख श्रद्धालु चंद्रयान शिविर में करते है भगवान की आराधना.
  • ज्यो की रोटी और छाछ का एक माह करते हैं सेवन.
  • एक माह में करते हैं सवालख मालाओ से अनुष्ठान.
  • पुरे अनुष्ठान में सवा लाख गायत्री मंत्र का अनुष्ठान किया जाता है.

चन्द्रयाण व्रत क्या है -

  • यह अनुष्ठान पूर्णिमा के दिन प्रारंभ करते है और पूर्णिमा के दिन ही समापन करते हैं.
  • परम पूज्य गुरूदेव श्रीराम शर्मा आचार्य ने अपने मथुरा निवास काल में वर्ष 1963-64 में इस प्रयोग का पहली बार अपने कार्यकर्ताओं को परिचय कराया था.
  • बाद में शान्तिकुंज की स्थापना होने के बाद सन 1982 में चांद्रायण सत्र आयोजित किया गया.
  • साधकों ने इस सत्र भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और लाभान्वित हुए.
Intro:आगरा। गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड , उत्तराखंड , उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओ ने किया भगवान शिव का रुद्रभिशेक।
गुरु पूर्णिमा से एक मासीय चंद्रयान शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
दूध, दही ,मक्खन, चीनी , फूल माला ,चावल, चंदन के साथ हुआ भगवान शिव का रुद्राअभिषेक
मध्य प्रदेश गुजरात झारखंड छत्तीसगढ़ , उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित आसपास के श्रद्धालु हुए शामिल।
एक माह तक मौन व्रत रख श्रद्धालु चंद्रयान शिविर में करते है भगवान की आराधना।
ज्यो की रोटी और छाछ का एक माह करते है सेवन।
एक माह में करते है। सवालख मालाओ का अनुष्ठान।

: Body:आगरा। आज सावन मास का पहला सोमवार है। घर घर महिलाओ पुरषों ने भगवान शिव की आराधना कर व्रत रखा है।
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के ग्राम आंवलखेड़ा स्थित आचार्य पंडित श्री राम शर्मा की जन्म स्थली में एक मासीय चंद्रयान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, छत्तीसगढ़ , उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित आसपास के जिलों के दो सौ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए है। सावन में पहले सोमवार के दिन साधकों ने सुबह से ही पूजा अर्चना शुरू की ।दूध दही मक्खन चीनी शहद, फूल माला ,चावल ,चंदन के साथ भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया।

चन्द्रयाण व्रत क्या है।*
जो व्रत, दिनचर्या, आहारचर्या चद्रमा की कलाओं के साथ-साथ किया जाता है। यह अनुष्ठान पूर्णिमा के दिन प्रारंभ करते है और पूर्णिमा के दिन ही समापन करते है।
परम पूज्य गुरूदेव . श्रीराम शर्मा* आचार्य ने अपने मथुरा निवास काल में वर्ष 1963 एवं 64 में इस प्रयोग का पहली बार अपने कार्यकर्ताओं को परिचय कराया था। बाद में शान्तिकुंज की स्थापना होने के बाद सन 1982 में चांद्रायण सत्र आयोजित किये गये। साधकों ने इन सत्रों उत्साहपूर्वक भाग लिया और लाभान्वित हुए।
आँवलखेड़ा में चन्द्रायण कल्प साधना विधि:*
*आहारचर्या:*एक माह तक आहर।

चंद्रमा की कलाओ के घटते एवं बढ़ते क्रम में
गौमय शौधित जौ का दलिया का ग्रास लिया जाता है।
प्रथम दिन 15 ग्रास से प्रारम्भ कर अमावास को निराहार रहा जाता है। फिर पूनः प्रतिपदा से एक ग्रास से प्रारम्भ कर पूर्णिमा तक 15 ग्रास पर समापन करते है।
दलिये में लौकी, नारीयल गिरी, पालक आदी रैशेदार सब्जियों का उपयोग किया जाता है।
साथ मे गाय के दूध से निर्मित छाछ का उपयोग पर्याप्त मात्रा में किया जाता है।।
मंत्र जप-*
नियतिम 42 माला गायत्री महामंत्र जप। पुरे अनुष्ठान में सवा लाख गायत्री मंत्र का अनुष्ठान।Conclusion:बाइट। दीन दयाल साधक।
बाइट। महेश कुमार। श्रद्धालु नैनीताल।

मुकेश कुशवाहा।
ईटीवी भारत।
एत्मादपुर आगरा।
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