आगरा : आज सावन मास का पहला सोमवार है. घर घर महिलाओं-पुरुषों ने भगवान शिव की आराधना कर व्रत रखा है. जिले के ग्राम आंवलखेड़ा स्थित आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा की जन्मस्थली में एक मासीय चंद्रयान शिविर का आयोजन किया गया है. शिविर में मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, छत्तीसगढ़ , उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित आस-पास के जिलों के दो सौ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए हैं.
सावन में पहले सोमवार के दिन साधकों ने सुबह से ही पूजा अर्चना शुरू की. दूध, दही, घी, चीनी, शहद, फूल माला ,चावल ,चंदन के साथ भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया.
एक मासीय चंद्रयान शिविर का आयोजन-
- गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड ,उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं ने किया भगवान शिव का रुद्राभिषेक.
- गुरु पूर्णिंमा से एक मासीय चंद्रयान शिविर का आयोजन किया जा रहा है.
- दूध, दही ,घी, चीनी , फूल माला ,चावल, चंदन के साथ हुआ भगवान शिव का रुद्राअभिषेक.
- मध्य प्रदेश गुजरात झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित आसपास के श्रद्धालु हुए शामिल.
- एक माह तक मौन व्रत रख श्रद्धालु चंद्रयान शिविर में करते है भगवान की आराधना.
- ज्यो की रोटी और छाछ का एक माह करते हैं सेवन.
- एक माह में करते हैं सवालख मालाओ से अनुष्ठान.
- पुरे अनुष्ठान में सवा लाख गायत्री मंत्र का अनुष्ठान किया जाता है.
चन्द्रयाण व्रत क्या है -
- यह अनुष्ठान पूर्णिमा के दिन प्रारंभ करते है और पूर्णिमा के दिन ही समापन करते हैं.
- परम पूज्य गुरूदेव श्रीराम शर्मा आचार्य ने अपने मथुरा निवास काल में वर्ष 1963-64 में इस प्रयोग का पहली बार अपने कार्यकर्ताओं को परिचय कराया था.
- बाद में शान्तिकुंज की स्थापना होने के बाद सन 1982 में चांद्रायण सत्र आयोजित किया गया.
- साधकों ने इस सत्र भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और लाभान्वित हुए.