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BHU विवाद: डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा, 'मुझे भी संस्कृत वाहिउल्लह खां ने पढ़ाई'

उत्तर प्रदेश के आगरा में डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा एबीवीपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे. इस अवसर पर बीएचयू विवाद पर उन्होंने कहा कि शिक्षा की कोई धर्म अथवा जाति नहीं होती है.

बीएचयू विवाद पर बातचीत करते डिप्टी सीएम
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Published : Nov 22, 2019, 10:09 PM IST

Updated : Nov 22, 2019, 10:34 PM IST

आगरा: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन पर पहुंचे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने सबसे पहले तो प्रदर्शनी देखी और एबीवीपी के तमाम अधिकारियों और बीजेपी के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की. इस अवसर पर बीएचयू के विवाद पर कहा कि शिक्षा का कोई धर्म नहीं होता है. एबीवीपी सबसे बड़ा छात्र संगठन है.

राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे डिप्टी सीएम
शुक्रवार को डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा आगरा में आयोजित एबीवीपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे. केंद्रीय कक्ष में कुछ देर रुकने के बाद डिप्‍टी सीएम ने प्रदर्शनी में बनाए गए जलियांवाला बाग और पुलवामा के शहीद कौशल रावत को समर्पित मॉडल्‍स का अवलोकन किया.

बीएचयू विवाद पर बातचीत करते डिप्टी सीएम

शिक्षा के लिए कार्य करता है एबीवीपी
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने बताया कि एबीवीपी हमेशा से शिक्षा के लिए कार्य करता आया है. यह एकमात्र ऐसा संगठन है, जो छात्रों में राष्ट्रवाद की भावना का संचार करता है. गैर राजनीतिक होने के बाद भी समाज सेवा के क्षेत्र में प्रमुखता से हिस्सेदारी रहती है और शिक्षकों की अहम भूमिका रहती है.

बीएचयू में संस्कृति के शिक्षक की नियुक्ति पर डिप्टी सीएम ने कहा कि वह छात्रों से बात करेंगे. शिक्षक की नियुक्ति पर किसी को शिकायत हो तो उसे विरोध का अधिकार है, लेकिन जाति और धर्म पर आधारित कोई विषय नहीं होता है. उन्होंने कहा कि शिक्षा की कोई धर्म या जाति नहीं होती है. उन्होंने कहा कि मुझे संस्कृत वाहिउल्लह खां ने पढ़ाई थी.

इसे भी पढ़ें:- वाराणसी: बीएचयू में 15 दिनों से चल रहे धरने पर लगा विराम, प्रशासन ने मांगा 10 दिन का समय

आगरा: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन पर पहुंचे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने सबसे पहले तो प्रदर्शनी देखी और एबीवीपी के तमाम अधिकारियों और बीजेपी के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की. इस अवसर पर बीएचयू के विवाद पर कहा कि शिक्षा का कोई धर्म नहीं होता है. एबीवीपी सबसे बड़ा छात्र संगठन है.

राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे डिप्टी सीएम
शुक्रवार को डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा आगरा में आयोजित एबीवीपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे. केंद्रीय कक्ष में कुछ देर रुकने के बाद डिप्‍टी सीएम ने प्रदर्शनी में बनाए गए जलियांवाला बाग और पुलवामा के शहीद कौशल रावत को समर्पित मॉडल्‍स का अवलोकन किया.

बीएचयू विवाद पर बातचीत करते डिप्टी सीएम

शिक्षा के लिए कार्य करता है एबीवीपी
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने बताया कि एबीवीपी हमेशा से शिक्षा के लिए कार्य करता आया है. यह एकमात्र ऐसा संगठन है, जो छात्रों में राष्ट्रवाद की भावना का संचार करता है. गैर राजनीतिक होने के बाद भी समाज सेवा के क्षेत्र में प्रमुखता से हिस्सेदारी रहती है और शिक्षकों की अहम भूमिका रहती है.

बीएचयू में संस्कृति के शिक्षक की नियुक्ति पर डिप्टी सीएम ने कहा कि वह छात्रों से बात करेंगे. शिक्षक की नियुक्ति पर किसी को शिकायत हो तो उसे विरोध का अधिकार है, लेकिन जाति और धर्म पर आधारित कोई विषय नहीं होता है. उन्होंने कहा कि शिक्षा की कोई धर्म या जाति नहीं होती है. उन्होंने कहा कि मुझे संस्कृत वाहिउल्लह खां ने पढ़ाई थी.

इसे भी पढ़ें:- वाराणसी: बीएचयू में 15 दिनों से चल रहे धरने पर लगा विराम, प्रशासन ने मांगा 10 दिन का समय

Intro:आगरा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन पर पहुंचे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने प्रदर्शनी देखी। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तमाम पदाधिकारी और बीजेपी के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की। इस अवसर पर मीडिया से रूबरू होने पर उन्होंने बीएचयू के विवाद पर कहा कि, शिक्षा का कोई धर्म नहीं होता है। एबीवीपी सबसे बड़ा छात्र संगठन है।

Body:राष्ट्रीय अधिवेशन में देरी से पहुंचे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का स्‍वागत भारतीय संस्‍कृति के अनुसार माथे पर तिलक लगाकर किया गया। केंद्रीय कक्ष में कुछ देर रुकने के बाद डिप्‍टी सीएम ने प्रदर्शनी में बनाए गए जलियांवाला बाग और पुलवामा के शहीद कौशल रावत को समर्पित मॉडल्‍स का अवलोकन किया।

डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने बताया कि एबीवीपी हमेशा से शिक्षा के लिए कार्य करता आया है। एकमात्र ऐसा संगठन है, जो छात्रों में राष्ट्रवाद की भावना का संचार करता है। गैर राजनीतिक होने के बाद भी समाज सेवा के क्षेत्र में प्रमुखता से हिस्सेदारी रहती है। आगरा से पहले अहमदाबाद में राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ था। जिसमें शिक्षा की नीति पर विचार हुआ था। डॉ. शर्मा ने कहा कि इसलिए इस संगठन में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है।

बीएचयू में संस्कृति के शिक्षक की नियुक्ति पर वे छात्रों से बात करेंगे। शिक्षक की नियुक्ति पर किसी को शिकायत तो उसे विरोध का अधिकार है लेकिन जाति और धर्म किसी विषय का नहीं होता है। उन्होंने कहा कि उन्हें संस्कृत पढ़ाने वाले शिक्षक वलीउल्लाह साहब थे। इसके साथ ही उन्होंने मंत्रियों द्वारा नगर निगम के लेखा अधिकारी की शिकायत पर कहा नगर विकास मंत्री कार्यवाही करेंगे।Conclusion:बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में संस्कृति के शिक्षक की नियुक्ति पर उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि वे किसी भी विषय का कोई जाति और धर्म नहीं होता है। बीएचयू में जो हुआ है, उसको लेकर छात्रों से बात करेंगे।

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बाइट दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा की।

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श्यामवीर सिंह
आगरा
8387893357
Last Updated : Nov 22, 2019, 10:34 PM IST
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