आगरा: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन पर पहुंचे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने सबसे पहले तो प्रदर्शनी देखी और एबीवीपी के तमाम अधिकारियों और बीजेपी के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की. इस अवसर पर बीएचयू के विवाद पर कहा कि शिक्षा का कोई धर्म नहीं होता है. एबीवीपी सबसे बड़ा छात्र संगठन है.
राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे डिप्टी सीएम
शुक्रवार को डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा आगरा में आयोजित एबीवीपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे. केंद्रीय कक्ष में कुछ देर रुकने के बाद डिप्टी सीएम ने प्रदर्शनी में बनाए गए जलियांवाला बाग और पुलवामा के शहीद कौशल रावत को समर्पित मॉडल्स का अवलोकन किया.
शिक्षा के लिए कार्य करता है एबीवीपी
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने बताया कि एबीवीपी हमेशा से शिक्षा के लिए कार्य करता आया है. यह एकमात्र ऐसा संगठन है, जो छात्रों में राष्ट्रवाद की भावना का संचार करता है. गैर राजनीतिक होने के बाद भी समाज सेवा के क्षेत्र में प्रमुखता से हिस्सेदारी रहती है और शिक्षकों की अहम भूमिका रहती है.
बीएचयू में संस्कृति के शिक्षक की नियुक्ति पर डिप्टी सीएम ने कहा कि वह छात्रों से बात करेंगे. शिक्षक की नियुक्ति पर किसी को शिकायत हो तो उसे विरोध का अधिकार है, लेकिन जाति और धर्म पर आधारित कोई विषय नहीं होता है. उन्होंने कहा कि शिक्षा की कोई धर्म या जाति नहीं होती है. उन्होंने कहा कि मुझे संस्कृत वाहिउल्लह खां ने पढ़ाई थी.
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