आगरा: जिले में लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का पुलिस का पर्दाफाश किया है. मामले में दो सगे भाई पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. पकड़े गए दो सगे भाई 11 साल से फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी बनाकर दो करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी कर चुके हैं. साइबर सेल टीम ने रविवार को बाह के बिजौली कस्बा में रहने वाले दो सगे भाई समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया है.
क्या है पूरा मामला:
- आईजी की साइबर सेल ने इस गिरोह का खुलासा किया है
- पुलिस ने दोनों सगे भाई सहित तीन को गिरफ्तार किया है.
- मुकेश गिरोह का सरगना है और विजयकांत उसका भाई है.
- दोनों 10वीं पास करने के बाद मजदूरी के लिए गुजरात चले गए.
- मुकेश वहां से कुछ दिन बाद ही लौट आया और अपने साले से फर्जीवाड़े का खेल सीखा.
- बाद में दोनों भाइयों ने खुद का काम शुरू कर दिया.
- दूसरे राज्यों में हिंदी और अंग्रेजी के समाचार पत्रों में लुभावने विज्ञापन प्रकाशित कर बेरोजगारों को फंसाता था.
- पहले रजिस्ट्रेशन और बाद में टेलीफोनिक इंटरव्यू के नाम पर रकम जमा कराता था.
- उसके दोनों साले इंद्रपाल और भूरा अलग गिरोह चला रहे हैं.
- मुकेश बाबू की पत्नी और पूरा परिवार ठगी करने में शामिल है.
- साइबर ठग 11 साल में महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और राजस्थान के तमाम लोगों को शिकार बना चुके हैं.
- महाराष्ट्र के एक व्यक्ति से एसएमएस करके एक दिन में बीस हजार रुपये की कमाई कराने के लालच में 3550 रुपये ठगे थे.
- गिरोह अब तक लगभग दो करोड़ की ठगी कर चुका है.
अब तक लगभग दो करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं. रेंज साइबर सेल ने एक साल पहले की मुंबई निवासी पीड़ित जुवैल गुंजलविश और अहमदाबाद की भूमि सोनी शिकायत पर कार्रवाई की है. महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और राजस्थान के तमाम लोगों को शिकार बनाया है. लगभग दो करोड़ की ठगी कर चुके हैं. उसकी शिकायत पर ही पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ बाह थाने में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की है. गिरोह अब तक लगभग दो करोड़ की ठगी कर चुका है. ई-वॉयलेट और बैंक खातों में रुपए जमा कराए गए. अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है.
ए. सतीश गणेश, आईजी