आगराः दवा माफिया विजय गोयल और उसके नेटवर्क ने आगरा कैंट के पास नकली और नशीली दवाओं की सप्लाई करने को डंपिंग यार्ड रेलवे का खंडहर आवास बना रखा था. सात घंटे की रिमांड पर जब पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टाॅस्क फोर्स की पूछताछ हुई तो तब इसका खुलासा हुआ. दवा माफिया की निशानदेही पर रेलवे खंडहर आवास से नकली दवाएं बरामद की गईं. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि गैंग के गुर्गे पहले यहां पर दवाएं डंप करते थे. इसके बाद पुलिस, जीआरपी और अन्य विभाागों की नजर से बचाकर आगरा कैंट स्टेशन से सात राज्य के साथ ही नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान में दवाओं की खेप पार्सल करके भेजी जाती थी. पूछताछ में उसने जो भी जानकारी दी हैं. उन्हें तस्दीक करके पुलिस सिंडीकेट के अन्य लोगों पर शिकंजा कसेगी.
बता दें कि आठ जुलाई 2023 को एएनटीएफ और आगरा पुलिस कमिश्नरेट की टीम ने संयुक्त छापेमारी करके आगरा कैंट स्टेशन के पार्सल हाउस, बिचपुरी और सिकंदरा में दो अवैध दवा की फैक्ट्री का भंडाफोड किया था. दोनों फैक्ट्री से करीब पांच करोड रुपये की नकली और नशीली दवाएं मिली थीं. पुलिस और एएनटीएफ की टीम ने दोनों फैक्ट्री सील करके जगदीशपुरा थाना और सिकंदरा थाना में अलग अलग मुकदमा दर्ज किए गए जिसमें पुलिस ने सात लोगों को जेल भेजा था. इसमें दवा माफिया विजय गोयल की पत्नी भी शामिल थी. दवा माफिया की तलाश में पुलिस टीमें लगी मगर, विजय गोयल पुलिस के हाथ नहीं आया था. वह पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर किया और जेल चला गया था.
आगरा पुलिस को मंगलवार को दवा माफिया विजय गोयल का रिमांड मिला. पुलिस को सात घंटे का रिमांड मिला. जिसमें पुलिस ने दवा माफिया विजय गोयल से उसके सिंडीकेट के बारे में पूछताछ की. पुलिस और एएनटीएफ की टीम ने जुटाई गई जानकारियों के आधार पर विजय गोयल से सिंडीकेट को लेकर पूछताछ की. जिसमें सिंडीकेट से जुडे कई लोगों के बारे में जानकारी मिली है. इसके साथ ही आगरा में कौन कौन उसके मददगार हैं. कौन कौन इसके अवैध नकली और नशीली दवा कारोबार में शामिल हैं. उनके बारे में भी जानकारी मिली है. जिसे पुलिस और एएनटीएफ तस्दीक कर रही है.
पुलिस और एएनटीएफ की टीम ने दवा माफिया के साथ आगरा कैंट स्टेशन क्षेत्र में रेलवे के खंडर आवास पहुंची. जहां पर नकली नशीली दवाओं का जखीरा मिला. टीम ने वहां से कोडीन फैंसीड्रिल कफ सीरप, एल्प्राजोलन, डायलेक्स डीसी सीरप और टैबलेट बरामद हुई हैं. रेलवे के खंडहर में फैंसीड्रिल की 116, डायलेक्स डीसी की 192 बोतल, 100 डिब्बा एल्प्राजोलम टैबलेट बरामद हुए हैं. डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि रिमांड पर दवा माफिया विजय गोयल की निशानदेही पर रेलवे के खंडहर से करीब दो लाख रुपये की दवाएं बरामद हुई हैं. दवाओं के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं.
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