आगरा: आगरा कमिश्नरेट पुलिस ने शुक्रवार को एक गांजा तस्कर को दबोचा. उसने पुष्पा फिल्म देखकर गांजा तस्करी के लिए विशेष एंबुलेंस तैयार करा रखी थी. उस एंबुलेंस से गांजे की तस्करी हो रही थी. गांजा रखने के लिए एंबुलेंस में बकायदा बॉक्स बनवाए गए थे. उड़ीसा से गांजे की खेप लाकर दिल्ली और एनसीआर में बेचता था. पुलिस ने दो कुंतल गांजा बरामद किया है. एंबुलेंस में अलग-अलग राज्यों की छह नंबर प्लेट बरामद हुईं हैं.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पुलिस और सर्विलांस टीम को सूचना मिली थी कि एंबुलेंस से तस्कर गांजा तस्करी कर रहे हैं. तस्कर उड़ीसा से गांजे की खेप लेकर आ रहे हैं. इस पर पुलिस टीमों ने छानबीन की. हरीपर्वत थाना पुलिस को सूचना मिली कि रिकवरी वैन (ट्रक) में लोड एक एंबुलेंस फिरोजाबाद की ओर से आगरा आ रही है. उसमें संदिग्ध सामग्री है. मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने आईएसबीटी के पास बैरियर लगाकर रिकवरी वैन रुकवा ली.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि ट्रक चालक ने एंबुलेंस खराब होने की जानकारी दी थी. कहा कि भाड़े पर ट्रासपोर्ट नगर आगरा तक छोड़ने आया है. इस पर ट्रक में बैठा एंबुलेंस का ड्राइवर नीचे उतर आया. चालक ने पहले एंबुलेंस में अंदर क्या सामान है इस बारे में कुछ नहीं बताया. जब एंबुलेंस की तलाशी लेने के लिए टीम मुड़ी तो चालक भागने लगा. इस पर पुलिस टीम ने उसे घेराबंदी करके दबोच लिया.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आए अभियुक्त ने अपना नाम चन्द्रवीर निवासी ग्राम रजाबल, थाना गोंडा, अलीगढ बताया है. उसने बताया कि एंबुलेंस में उड़ीसा से गांजा लेकर मथुरा जा रहा था. रास्ते में सागर (एमपी) में एंबुलेंस खराब हो गई. इस पर उसने ट्रक रिकवरी वैन को भाड़े पर आगरा तक एंबुलेंस छोड़ने को कहा. ट्रांसपोर्ट नगर में एंबुलेंस सही कराकर उसे मथुरा और दिल्ली-एनसीआर लेकर जाता.
पुलिस की पूछताछ में आरोपी तस्कर चन्द्रवीर ने बताया कि उसने पुष्पा मूवी देखकर तस्करी के लिए एम्बुलेंस तैयार कराई थी. उसमें अलग से बाॅक्स बनवाए जिनमें गांजा की खेप उड़ीसा से लेकर आता था. रास्ते में जहां पर भी उसे गांजा खरीदने वाले मिलते हैं उन्हें मोटे रुपये में गांजा बेच देता था. इसमें दुकानदार और गांजा पीने वाले शामिल हैं. इसके साथ ही उड़ीसा से यूपी तक पुलिस को चकमा देने के लिए हर राज्य की फर्जी नंबर प्लेट बनवा लीं थी. उसने बताया कि जिस राज्य में एंट्री करता है उस राज्य की नंबर प्लेट एंबुलेंस पर लगा लेता था.
पुष्पा मूवी देखकर गांजे की तस्करी एंबुलेंस से कर रहा था, ऐसे दबोचा गया
आगरा पुलिस ने शातिर तस्करों को दबोचने में सफलता हासिल की है. चलिए जानते हैं पूरे मामले के बारे में.
आगरा: आगरा कमिश्नरेट पुलिस ने शुक्रवार को एक गांजा तस्कर को दबोचा. उसने पुष्पा फिल्म देखकर गांजा तस्करी के लिए विशेष एंबुलेंस तैयार करा रखी थी. उस एंबुलेंस से गांजे की तस्करी हो रही थी. गांजा रखने के लिए एंबुलेंस में बकायदा बॉक्स बनवाए गए थे. उड़ीसा से गांजे की खेप लाकर दिल्ली और एनसीआर में बेचता था. पुलिस ने दो कुंतल गांजा बरामद किया है. एंबुलेंस में अलग-अलग राज्यों की छह नंबर प्लेट बरामद हुईं हैं.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पुलिस और सर्विलांस टीम को सूचना मिली थी कि एंबुलेंस से तस्कर गांजा तस्करी कर रहे हैं. तस्कर उड़ीसा से गांजे की खेप लेकर आ रहे हैं. इस पर पुलिस टीमों ने छानबीन की. हरीपर्वत थाना पुलिस को सूचना मिली कि रिकवरी वैन (ट्रक) में लोड एक एंबुलेंस फिरोजाबाद की ओर से आगरा आ रही है. उसमें संदिग्ध सामग्री है. मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने आईएसबीटी के पास बैरियर लगाकर रिकवरी वैन रुकवा ली.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि ट्रक चालक ने एंबुलेंस खराब होने की जानकारी दी थी. कहा कि भाड़े पर ट्रासपोर्ट नगर आगरा तक छोड़ने आया है. इस पर ट्रक में बैठा एंबुलेंस का ड्राइवर नीचे उतर आया. चालक ने पहले एंबुलेंस में अंदर क्या सामान है इस बारे में कुछ नहीं बताया. जब एंबुलेंस की तलाशी लेने के लिए टीम मुड़ी तो चालक भागने लगा. इस पर पुलिस टीम ने उसे घेराबंदी करके दबोच लिया.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आए अभियुक्त ने अपना नाम चन्द्रवीर निवासी ग्राम रजाबल, थाना गोंडा, अलीगढ बताया है. उसने बताया कि एंबुलेंस में उड़ीसा से गांजा लेकर मथुरा जा रहा था. रास्ते में सागर (एमपी) में एंबुलेंस खराब हो गई. इस पर उसने ट्रक रिकवरी वैन को भाड़े पर आगरा तक एंबुलेंस छोड़ने को कहा. ट्रांसपोर्ट नगर में एंबुलेंस सही कराकर उसे मथुरा और दिल्ली-एनसीआर लेकर जाता.
पुलिस की पूछताछ में आरोपी तस्कर चन्द्रवीर ने बताया कि उसने पुष्पा मूवी देखकर तस्करी के लिए एम्बुलेंस तैयार कराई थी. उसमें अलग से बाॅक्स बनवाए जिनमें गांजा की खेप उड़ीसा से लेकर आता था. रास्ते में जहां पर भी उसे गांजा खरीदने वाले मिलते हैं उन्हें मोटे रुपये में गांजा बेच देता था. इसमें दुकानदार और गांजा पीने वाले शामिल हैं. इसके साथ ही उड़ीसा से यूपी तक पुलिस को चकमा देने के लिए हर राज्य की फर्जी नंबर प्लेट बनवा लीं थी. उसने बताया कि जिस राज्य में एंट्री करता है उस राज्य की नंबर प्लेट एंबुलेंस पर लगा लेता था.