आगराः आगरा की एंटी नार्कोटिक्स टीम ने बुधवार देर शाम मथुरा के मांट थाना क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस वे पर नशे के अंतरराष्ट्रीय सिंडीकेट का खुलासा किया है. एंटी नार्कोटिक्स टीम ने अंतराष्ट्रीय सिंडीकेट से जुड़े रैकेट का भंडाफोड़ करके एक कार के मडगार्ड से करीब 50 किलो ड्रग्स बरामद की है. इस मामले में चार तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं. उनसे पूछताछ की जा रही है. गिरफ्त में आए सभी आरोपी बाराबंकी के हैं. एंटी नार्कोटिक्स टीम का दावा है कि जब्त की गई ड्रग्स की कीमत करीब तीन करोड़ रुपए है.
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के सीओ इरफान नासिर खान ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर मथुरा के मांट थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह मुखबिर की सूचना पर बैरिकेड लगाकर चेकिंग की जा रही थी. वाहनों की चेकिंग के दौरान बुधवार देर शाम एक कार से चार लोगों से पूछताछ की गई. जब कार के मडगार्ड को देखा गया तो कुछ संदिग्ध लगा. इस पर मडगार्ड चेक किया गया. इसमें विशेष कवर से ड्रग्स छिपाकर रखी गई थी. चारों को हिरासत में ले लिया गया.
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के सीओ इरफान नासिर खान ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम मो. शाहिद, नूर अहमद, नूर आलम और आबिद निवासी बाराबंकी बताया है. इस रैकेट का सरगना आबिद बताया जा रहा है. पूछताछ में पता चला है कि ड्रग्स नेपाल से लाई जा रही थी. इस गैंग से जुड़े अन्य तार तलाशे जा रहे हैं.
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के सीओ इरफान नासिर खान ने बताया कि पूछताछ में आबिद ने खुलासा किया कि वह नेपाल से चरस ला रहा है. नेपाल के नशे के सिंडीकेट से वह और उसके साथी जुड़े हैं. नेपाल के तस्कर उन्हें बिहार के चंपारण जिले में चरस की खेप देते हैं. इसे वे गाड़ी में छिपाकर डिमांड के हिसाब से यूपी के अलग-अलग जगहों पर पहुंचा देते हैं.
इन राज्यों में खपाते हैं चरस
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के सीओ इरफान नासिर खान ने बताया कि नशे के रैकेट में चारों लोग लंबे समय से यह काम कर रहे हैं. यह रैकेट यूपी की राजधानी लखनऊ, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिले, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में चरस और अन्य नशीले पदार्थ की सप्लाई करते हैं. रैकेट अभी नशे की खेप लेकर हरियाणा जा रहा था.
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