आगराः ताजनगरी से ठगी करने का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां साइबर अपराधियों ने पेंशन अधिकारी बनकर एक रिटायर्ड दारोगा के खातों से लाखों रुपये की ठगी कर ली. सोमवार को पीड़ित की शिकायत पर पुलिस मामला दर्ज कर जांच पड़ताल में जुटी है.
पेंशन चालू करने में दिक्कत बताकर ली डिटेल्स
शिवनगर जगनेर रोड निवासी इमरान ने पुलिस को बताया कि उसके पिता अनवर खां लखनऊ में घुड़सवार पुलिस में दारोगा से रिटायर्ड हैं. दो माह पूर्व वह रिटायर हुए हैं. बीते 10 अगस्त 2023 को पिता लखनऊ स्थित पेंशन कार्यालय गए थे. जहां 12 अगस्त 2023 को पिता के पास एक फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को पेंशन अधिकारी बताया. साथ ही पेंशन चालू करने में कुछ दिक्कत बताकर बैंक खाता और अन्य डिटेल्स मांगने लगा. मोबाइल पर बातचीत में साइबर क्रिमिनल ने बैंक खाता डिटेल्स के साथ ही उनसे ओटीपी भी पूछ लिया.
साइबर क्रिमिनल के खिलाफ मुकदमा दर्ज
इमरान ने पुलिस को बताया कि पिता अनवर खान को इस पर संदेह हुआ, तो उन्होंने पेंशन कार्यालय फोन किया. जहां से उन्हें पता चला कि बैंक से कोई ओटीपी नहीं पूछता है. इस पर वह तत्काल बैंक पहुंच गए. जहां सबसे पहले बैंक खाता ब्लाॅक कराया. इसके बाद 16 अगस्त 2023 को दोबारा बैंक खाता चालू कराकर उसमें रिटायरमेंट वाले मिले 22 लाख रुपये एफडी कर दी. साथ ही कुछ रकम खाते में छोड़ दी. पीड़ित इमरान ने बताया कि इस दौरान उसके पिता के खाते से साइबर क्रिमिनलों ने 24 अगस्त को 2 लाख 70 हजार रुपये पार कर दिए. सोमवार को उन्होंने शाहगंज थाना में साइबर क्रिमिनल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. जिसमें 2 मोबाइल नंबर और खाता धारक समीर कुमार आरोपित हैं.
रिटायर पुलिसकर्मियों से हो रही ठगी
वहीं, आगरा की बात करें तो इससे पहले 7 से 8 रिटायर पुलिसकर्मी समेत अन्य विभाग के रिटायर्ड कर्मचारी भी इसी तरह से साइबर ठगी का शिकार हो चुके हैं. साइबर क्रिमिनल पेंशन कार्यालय से फोन करने का झांसा देकर बैंक खाता की डिटेल्स लेकर बैंक खाता साफ कर रहे हैं. वहीं, इस मामले में रिटायर्ड दारोगा की समझदारी से 22 लाख रुपये बच गए. एसीपी लोहामंडी दीक्षा सिंह ने बताया कि पीडित की शिकायत पर मामले की छानबीन की जा रही है. इस बारे में साइबर सेल की भी मदद ली जा रही है. जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा.
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