आगराः एक तरफ जहां प्रदेश सरकार गौ सेवा के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. तो दूसरी ओर आगरा कौ गोशालाओं में गोवंश भूख से दम तोड़ रही हैं. जबकि प्रशासन संवेदनहीन बना देख रहा है. मामला मीडिया में आने पर तहसील के मुखिया एसडीएम से बात की. तो वो मीडिया कर्मियों को ही बिना परमिशन के कवरेज करने की बात कहकर साक्षरता का पाठ पढ़ाने लग गए.
सबसे बड़ी गोशालाओं में दम तोड़ रही गायें
मामला जिले की सबसे बड़ी गौशाला खेरागढ़ के चीत का है. शीतलहर में गौवंश दम तोड़ रहे हैं. चीत गौशाला में गोवंशों की देख-रेख के नाम पर लाखों रुपए दिये जा रहे हैं. इसके बावजूद गायों के लिए कोई सुविधा नहीं है और गोवंश ठंड में ठिठुर-ठिठुर कर भूख से दम तोड़ रही हैं.
गोवंश को ठंड से बचाने के लिए नहीं है कोई इंतजाम
पहले भी कई गोशालाओं में मृत गोवंश के वीडियो वायरल होने के बाद कोई सुधार नहीं देखने को मिला. गौशालाओं में ठंड से भी कई गोवंशों की मौत हो रही है. दरअसल, कमजोर गाय आसानी से ठंड का शिकार हो जा रही हैं. जबकि गोशाला प्रबंधन ने इसके लिए कोई इंतजाम नहीं किये हैं.
मीडियाकर्मियों को धमकाते नजर आए एसडीएम
गोशालाओं में इस तरह के हाल पर मीडियाकर्मियों ने खेरागढ़ के एसडीएम अंकुर कौशिक से संपर्क किया. तो वह कमियों को दूर करवाने के बजाए मीडियाकर्मियों को ही धमकाना शुरू कर दिया. एसडीएम ने बिना परमिशन गौशाला में कवरेज पर भी सवाल उठाए.
सांसद ने SDM के रवैये पर जताई आपत्ति
खेरागढ़ के एसडीएम अंकुर कौशिक के रिएक्शन पर सांसद राजकुमार चाहर ने आपत्ति जताई. सांसद ने कहा जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारियों को गरिमापूर्ण तरीके से बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा मुझे पहले भी एसडीएम अंकुर कौशिक की शिकायत मिल चुकी है. इस दौरान सांसद ने मामले को लेकर सीएम को भी चिट्ठी लिखने की बात कही.