आगराः नगर निगम के ठेकेदारों के निर्माण काम में इस्तेमाल की जा रही घटिया मैटेरियल की पोल खुल गयी. यहां के ठेकेदार की बनाई गयी पुलिया एक महीने में तीन बार टूट चुकी है. स्थानीय लोगों ने खराब गुणवत्ता का माल इस्तेमाल करने का ठेकेदार पर आरोप लगाया है. जिसकी वजह से ये पुलिया बार-बार टूट रही है. अधिशासी अभियंता का कहना है कि बिना देख-रेख के पुलिया का निर्माण किया गया है. जिसकी वजह से वो बार-बार क्षतिग्रस्त हो रही है.
ये है पूरा मामला
जीवनी मंडी-बिजलीघर रोड के हाथी घाट तिराहे पर नगर निगम के एक ठेकेदार ने करीब एक महीने पहले नई पुलिया का निर्माण किया था. पुलिया बनने के बाद क्षेत्रीय लोगों ने पुलिया पर करीब हफ्ते भर तक पानी की तराई की और उसका रखरखाव किया. जिसके कुछ दिन बाद पुलिया को राहगीरों के आवागमन के लिए खोल दिया गया. पुलिया को खोले हुए एक दिन भी सही से नहीं बीता था कि पुलिया फिर से क्षतिग्रस्त हो गई. इस पुलिया को इसी तरह से एक महीने में तीन बार बनाया जा चुका है. लेकिन फिर भी आज ये क्षतिग्रस्त हालात में पड़ी है. इस रास्ते से रोजाना गुजरने वाले हजारों राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
रोजाना निकलते हैं सैकड़ों माल वाहन
आपको बता दें कि हाथी घाट तिराहे का रास्ता सीधे दरेसी की ओर जाता है, जो शहर का सबसे बड़ा थोक बाजार है. जिसकी वजह से यहां रोजाना हजारों लोग आवागमन करते हैं. सैकड़ों माल वाहन भी यहां से गुजरते हैं, जिसकी वजह से भ्रष्टाचार से बनी ये पुलिया उनका वजन नहीं झेल पाती और टूट जाती है.
खराब माल लगाने से टूटी पुलिया
स्थानीय दुकानदार राजेश ने बताया कि पंद्रह दिन पहले बनी ये पुलिया फिर से तीसरी बार टूट गई है. उन्होंने बताया कि पुलिया के निर्माण में खराब गुणवत्ता का माल और सिर्फ रेत का इस्तेमाल किया गया है. जिसकी वजह से पुलिया टूटी और यहां गड्ढा हो गया है. कई लोग इसमें गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं.
ठेकेदारों को मिला है महापौर का सरंक्षण
स्थानीय निवासी सुन्दर चौहान का कहना है कि शहर के महापौर आगरा को कितना भी नवीन बना लें. लेकिन उनके सरंक्षण में ही ठेकेदार इस तरह के घटिया निर्माण से शहर की छवि बिगाड़ने में लगे हुए हैं. ये पुलिया भी इसका जीता जागता प्रमाण है.
नई पुलिया का किया जाएगा निर्माण
नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फूंडे का कहना है कि पुलिया की समस्या की जानकारी मिली है. संबंधित अधिकारी को भेजकर क्षतिग्रस्त पुलिया का निरीक्षण किया जा रहा है. जल्द ही उसका निर्माण कराया जायेगा. पुलिया निर्माण में बरती गई लापरवाही की जांच की जायेगी. घटिया मैटेरियल के इस्तेमाल पर दोषियों पर कार्रवाई भी होगी.