आगरा: जनपद के जिला अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने की वजह से कई मरीजों को परेशान होकर वापस लौटना पड़ता है. इस समस्या को देखते हुए गुरुवार को आगरा के सत्यमेव जयते ट्रस्ट ने 500 एंटी रैबीज इंजेक्शन जिला अस्पताल को दान दिए हैं. अस्पताल के सीएमएस अशोक अग्रवाल ने बताया कि 500 इंजेक्शन से सिर्फ कुछ हफ्ते ही काटे जा सकते हैं. क्योंकि हर महीने 2000 से भी ज्यादा मरीजों को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाया जाता है. जबकि सरकार इंजेक्शन उपलब्ध नहीं करा रही है. इससे मरीजों को परेशानी हो रही है.
कुत्ते, बंदर के काटने पर शहर और देहात से लोग जिला अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं. एक एंटी रेबीज इंजेक्शन 400 का आता है. यदि किसी एक व्यक्ति को कुत्ते ने काट लिया तो उसे कम से कम 3 इंजेक्शन लगवाने होते हैं. इस समय जिला अस्पताल में हालत यह है कि एक एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने के बाद दूसरे के लिए मरीजों को तारीख पर तारीख दे दी जाती है. इससे सही तरीके से उनका इलाज का कोर्स पूरा नहीं हो पाता.
इसे भी पढ़े-जिला अस्पताल में नहीं एंटी रेबीज इंजेक्शन, मरीज परेशान
500 इंजेक्शन सिर्फ 1 हफ्ते ही चलेंगे: सत्यमेव जयते ट्रस्ट में जिला अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन की कमी को देखते हुए 500 इंजेक्शन दान में दिए गए. लेकिन सीएमएस ने कहा कि इन इंजेक्शन से कुछ नहीं हो पाएगा. यह 500 इंजेक्शन सिर्फ 1 हफ्ते ही चल पाएगें. प्रतिदिन जिला अस्पताल में कुत्ते और बंदर काटने के मरीज आते हैं.
जिला अस्पताल में मरीजों को पूरी दवाइयां नहीं मिलती हैं. मरीजों को बाहर से दवा लेनी पड़ती है. जन औषधि विभाग के पास सभी दवाइयां उपलब्ध कराई जाती है. लेकिन इंजेक्शन खत्म होने पर बाहर से ही लगवाना पड़ता है. इन सब प्रश्नों के बारे में जब सीएमएस से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऊपर से ही नहीं मिल रही दवाइयां तो हम जनता को कैसे उपलब्ध कराएं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप