आगरा: देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. जगह-जगह तमाम कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इनमें आजादी के दीवाने और उनके बलिदानों को याद किया जा रहा है. लेकिन, आजादी के अमृत महोत्सव में ईटीवी भारत आपको आगरा की वो तस्वीरें दिखाने जा रहा है. जो आजादी के दीवानों की प्रतिमाओं की बदहाली को बयां कर रही है.
यह तस्वीर आगरा के बालूगंज चौराहे की है. यहां आजादी के दीवाने तात्या टोपे की प्रतिमा लगी है. इस प्रतिमा के पास सफाई नहीं बल्कि गंदगी का अंबार है. हालात ऐसे हैं कि आजादी के दीवाने तात्या टोपे की प्रतिमा की एक हाथ में लगी तलवार टूटी हुई है. कुछ ऐसा ही हाल प्रतापपुरा चौराहे का है. यहां आगरा क्लब के पास राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा लगी हुई है, जोकि पेड़ों में छिपी है. इस प्रतिमा की लाठी गायब है और चश्मा भी नहीं है. वहीं, चंचल चौराहे के पास नाले पर गांधीजी की बहुत छोटी प्रतिमा लगी है और इस प्रतिमा के आसपास भी सिर्फ गंदगी ही है. जिस इंसान ने देश में साफ-सफाई का महत्व समझाया, उसी की प्रतिमा के पास गंदगी का अंबार है.
नई पीढ़ी जाने महापुरुषों का इतिहास
आगरा शहर में चौराहों और तिराहों पर स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानी, महापुरुष और क्रांतिकारियों की प्रतिमाओं को लगाया गया है. ताकि, इन प्रतिमाओं को देखकर नई पीढ़ी आजादी के दीवानों के बलिदान को जान सके. इनके आजादी के महत्व को जान सके और स्वतंत्रता सेनानियों और महापुरुषों के इतिहास को जान सके. लेकिन, प्रतिमाओं का अपमान हो रहा है. लेकिन, जिम्मेदार अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं है.
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महापुरुषों की प्रतिमाओं की हो बेहतर देखभाल
निशांत का कहना है कि जिन्होंने आजादी के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया. उन महापुरुषों की प्रतिमाओं की बेकद्री गलत है. तात्या टोपे ने आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों से लोहा लिया था. उनकी प्रतिमा की जिस तरह से बेकद्री की गई है. गलत है. इस ओर नगर निगम और जिम्मेदार अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए. यहां साफ-सफाई करनी चाहिए. उनकी तलवार जो टूट गई है, उसकी मरम्मत करके नई तलवार की व्यवस्था करनी चाहिए.
गौरव गुप्ता ने कहा कि तात्या टोपे की प्रतिमा के आसपास जिस तरह से गंदगी है, उसकी साफ-सफाई होनी चाहिए. शहर की जनता को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए. अपने महापुरुषों को याद रखना चाहिए. 15 अगस्त आने वाला है. ऐसे में इन महापुरुषों की प्रतिमाओं की सही तरह से साफ-सफाई हो. वहां पर लाइटिंग समेत अन्य बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए.
नीतीश कुमार ने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पेड़ों की डालियों में छिपी हुई है. यह गलत है. जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए. इसके साथ ही इस प्रतिमा का चश्मा और गांधी जी की छड़ी गायब है. इसे भी दुरुस्त कराना चाहिए. हो सके तो गांधी जी की दूसरी नई प्रतिमा लगानी चाहिए. हरिशंकर बाबू का कहना है कि नाले पर गांधीजी की प्रतिमा लगी है. यहां पर गंदगी है. इस बारे में लगातार नगर निगम के सुपरवाइजर से शिकायत कर रहे हैं. यहां पर सफाई कर्मचारी कचरा उठाने वाली गाड़ी खड़ी कर देते हैं. यह गलत है.
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