आगरा : युवती के घर में घुसकर रंगे हाथ दारोगा के पकड़े जाने के मामले में कई चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं. ग्रामीणों की मानें तो दारोगा पूरी प्लानिंग के तहत युवती के घर पहुंचा था. दारोगा को गांव में छोड़कर गए सिपाही ने बाद में जब फोन किया तो कॉल एक ग्रामीण ने रिसीव की. सिपाही ने पूछा कि दरोगा जी काम हो गया, मैं कितनी देर में लेने आ जाऊं. इस पर कॉल रिसीव करने वाले ग्रामीण ने कहा कि दरोगा जी पिट रहे हैं, तुम भी आ जाओ.
रास्ते में रोक लेता था दरोगा, दोस्ती का बनाता था दबाव : पीड़िता ने बताया है कि सावन में गांव के मंदिर में जाती थी. वहां पर बरहन थाना में तैनात दारोगा संदीप कुमार दारोगा की डयूटी थी. तभी से वह उसके पीछे पड़ गया. उसे रास्ते में रोक लेता था. दोस्ती का दबाव बनाता था. मोबाइल नंबर पर बात करने को कहता था. धमकाता भी था.
यह है मामला: बरहन थाना में तैनात दारोगा संदीप कुमार को रविवार देर रात थाना एक गांव में युवती के घर में घुसकर दुष्कर्म करते ग्रामीणों ने रंगे हाथ दबोचा था. युवती के दरवाजा ना खोलने पर दरोगा ने दीवार फांदकर मकान में घुसा था. भीड़ की मारपीट और खींचतान में दारोगा का मोबाइल गिर गया. दारोगा को सिपाही छोड़कर गया था. ग्रामीणों ने एसीपी एत्मादपुर सौरभ सिंह को बताया कि देर रात दरोगा के मोबाइल पर सिपाही ने कॉल की थी. सिपाही ने फोन पर कहा था कि दरोगा जी काम हो गया. मैं कितनी देर में आ जाउं. जब जवाब मिला तो कि दरोगा जी रंगेहाथ पकड लिए गए हैं. उनकी पिटाई हो रही है, तुम आ जाओ. इन्हें बचा ले जाओ. यह सुनकर सिपाही ने कॉल काट दी.
पहले भी विवादों में रहा है दरोगा : वसूली और रंगीनमिजाजी को लेकर दारोगा थाने पर भी चर्चा में रहा है. ड्यूटी के दौरान उसके किस्से सामने आते थे. दो माह पहले गांव हरपाल गढी में मनचले ने एक युवती को खींच लिया था. आरोप है कि पीड़िता ने शिकायत की तो दरोगा ने काईवाई नहीं की. ग्रामीणों घूस लेने का भी आरोप लगाया है.
बागपत का रहने वाला है दरोगा: दारोगा संदीप कुमार बागपत के गांव सूज का रहने वाला है. वह शादीशुदा है. 2020 बैच के संदीप की पहली पोस्टिंग आगरा में हुई थी. पहले एत्मादउद्दौला थाना पर तैनात रहा तो यहां भी रंगीनमिजाजी की चर्चा रही.
हवालात की जगह अस्पताल में भर्ती कराने पर नाराजगी : ग्रामीणों ने जब दारोगा को रंगे हाथ दबोचा तो उसकी खूब धुनाई की. पुलिस ने दारोगा को छुड़ाया तो उसे थाने न ले जाकर एसएन मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी में उपचार के लिए भेज दिया. ग्रामीणों में इस पर नाराजगी थी कि उसे हवालात नहीं भेजा गया. इस बारे में डीसीपी सोनम कुमार ने बताया कि दरोगा का रिमांड स्वीकृत हो गया है. उसका उपचार चल रहा है.