आगरा: एसपी जीआरपी ने आगरा कैंट जीआरपी थाना के 12 सिपाहियों को लाइनहाजिर और एक मुंशी को निलंबित किया है. आरोप है कि मुंशी ने दो माह में भी सिपाहियों की ड्यूटी नहीं बदली गई थी. जबकि, एक सप्ताह में ही सिपाहियों की ड्यूटी बदलने का आदेश है. इसके चलते ही एसपी जीआरपी ने यह सख्त कार्रवाई करते हुए सीओ जीआरपी को जांच सौंपी है. इस कार्रवाई से जीआरपी में खलबली मची हुई है.
बता दें कि जीआरपी में हर सप्ताह पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बदली जाती है. निर्देश यह हैं कि यदि एक सिपाही की प्लेटफार्म पर ड्यूटी है तो उसकी अगले सप्ताह स्क्वाड में ड्यूटी होगी. यानी हर सप्ताह में सिपाहियों की ड्यूटी बदलना अनिवार्य है. बीते दिनों जब एसपी जीआरपी मुश्ताक अहमद ने आगरा कैंट जीआरपी थाना का निरीक्षण किया तो उनकी नजर में ड्यूटी चार्ट और रजिस्टर चेक करने पर लापरवाही सामने आई. इस पर ड्यूटी मुंशी संदीप कुमार से पूछताछ की गई.
एसपी जीआरपी मुश्ताक अहमद ने बताया कि जीआरपी थाना के निरीक्षण में मुंशी संदीप कुमार की लापरवाही सामने आई है. मुंशी ने दो माह से पुलिसकर्मियों की डयूटी में बदलाव नहीं किया था. ड्यूटी रजिस्टर में मिली खामियों के चलते ही जीआरपी थाना के जिम्मेदार ड्यूटी मुंशी संदीप कुमार को निलंबित किया है.
जिन 12 सिपाहियों की लगातार एक ही जगह ड्यूटी लगाई गई थी उन्हें भी लाइन हाजिर किया है. एसपी जीआरपी ने इसके साथ ही मामले की जांच सीओ जीआरपी को दी है. जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि, एक ही जगह ड्यूटी लगवाने में यदि सिपाहियों की मुंशी से मिलीभगत का खुलासा हुआ तो सिपाहियों को भी निलंबित किया जाएगा.
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